सब फिल्मी है:इतनी प्यारी पोस्ट आपकी शादी की नहीं, जितनी आमिर-किरण तलाक की है
सामान्य जन और बॉलीवुड के तलाक में क्या अंतर है? इतनी प्यारी पोस्ट तो किसी की शादी की नहीं होती!
आमिर खान और किरण राव के तलाक की खबर हर तरफ चर्चा का विषय बनी हुई है. बहुत से ऐसे लोग हैं जो इनके अलगाव की खबर से दुखी हैं, खासकर वे लोग जो इस जोड़ी को हमेशा साथ देखना चाहते थे. खैर, अलग होना और साथ रहना इन दोनों का आपसी फैसला है.
ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01
आमिर खान और किरण राव के तलाक (aamir khan and kiran rao divorce) की खबर हर तरफ चर्चा का विषय बनी हुई है. बहुत से ऐसे लोग हैं जो इनके अलगाव की खबर से दुखी हैं, खासकर वे लोग जो इस जोड़ी को हमेशा साथ देखना चाहते थे. खैर, अलग होना और साथ रहना इन दोनों का आपसी फैसला है. इनके इस फैसले से किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए. जिन्हें परेशानी हो रही है वो अनाप-शनाप लिखने से ज्यादा कुछ कर भी नहीं सकते.
हां, एक बात तो कहनी पड़ेगी इनके अलगाव की वो खत जिसे आमिर और किरण ने साथ मिलकर साझा किया उसमें इतना स्नेह और प्रेम है जितना शायद किसी नए जोड़े की शादी वाली पोस्ट में भी ना हो. एक-एक पंक्ति में दोनों ने बड़ी खूबसूरती से अपनी बात रखी हो, जैसे ये दोनों अलग नहीं हो रहे बल्कि साथ में नया अध्याय शुरू करने जा रहे हैं. जबकि सच यही है कि दोनों की राहें अब जुदा हो चुकी हैं.
आमिर खान और किरण राव का तलाक चर्चा में है
यह बात को सभी लोग जानते हैं कि बॉलीवुड में ऐसा करने वाले ये पहले जोड़े नहीं है, कई और भी सेलिब्रिटी हैं जो शादी के काई सालों तक साथ रहने के बावजूद अलग हो चुके हैं. कई ने तो दो-दो बार तलाक लिया है और फिर तीसरी शादी भी कर ली है. संजय दत्त, किशोर कुमार, श्वेता तिवारी, करिश्मा कपूर, करण सिंह ग्रोवर, अनुराग कश्यम, सिद्धार्थ रॉय कपूर और सैफअली खान को आप उदाहरण के तौर पर ले सकते हैं.
इन लोगों को देखकर लगता ही नहीं कि तलाक कोई बड़ी बात है, सबकुछ कितना सरल होता है, लेकिन क्या आम इंसान के लिए तलाक लेना छोटी सी बात होती है? नहीं, मेरे ख्याल से तो एक आम नागरिक और एक्ट्रेस के तलाक में काफी अंतर होता है. ना तो लोगों की प्रतिक्रिया एक सी होती है और ना ही हालात. आइए जानते हैं किस तरह का अंतर देखने को मिलता है.
1- तलाक के बाद बॉलीवुड में हालात बस इतना बदलते हैं कि दोनों अब साथ नहीं है. वहीं आम जिंदगी में तो तलाक का नाम लेते ही लोग भड़क जाते हैं. बॉलीवुड जोड़ों का तलाक लेने भी कितना आसान होता है कि हमें बाद में पता चलता है लेकिन यहां तो जोड़ों के अलगाव के नाम पर रामायण और महाभारत दोनों शुरू हो जाती है. एक-दूसरे पर किचड़ उछालने से लेकर परिवार वालों पर भी इल्जामों की खूब बारिश होती है. कई मामलों इल्जाम सच भी होते हैं. वहीं आम जिंदगी में चाहते हुए भी तलाक लेना आसान नहीं होता.
2- बी टाउन में पति और पत्नी दोनों पैसों से लेकर हर मामलों में आत्मनिर्भर होते हैं जबकि आम जिंदगी में ज्यादातर महिलाओं नौकरी नहीं करतीं और अपने खर्चे के लिए पति के उपर निर्भर रहती हैं. कई लोग तो तलाक के बाद पत्नी को उसका हक भी नहीं देते. जबकि कई बॉलीवुड अभिनेता ऐसे हैं जो जिन्हें तलाक के लिए अपनी पूर्व पत्नी को मोटी रकम चुकानी पड़ी. बॉलीवुड जगत वाले बड़ी ही आसानी से पत्नी के हक को समझते हुए खुद ही एलिमनी दे देते हैं.
3- बॉलीवुड में तलाक होना आम बात है, हमें इससे कोई परेशानी भी नहीं है. किसी को कोई फर्क भी नहीं पड़ता ना ही उन्हें किसी और नजर से देखा जाता है लेकिन अगर वही आम जिंदगी में किसी का तलाक होता है तो लोग उसे तलाकशुदा नाम देकर उसे बुरा महसूस करवाते हैं. जैसे तलाक लेकर उन लोगों ने कोई पाप कर दिया हो. खासकर किसी तलाकसुदा महिला के लिए ये बातें आसान नहीं होती. समाज के लोग उन्हें अलग नजरिए से देखते हैं.
4- बॉलीवुड के ज्यादातर जोड़ों में तलाक या ब्रेकअप होने के बाद उनका रिश्ता बना होता है. एक-दूसरे का सम्मान बना रहता है, दोस्ती कायम रहती है. वे लोग मिलकर अपने बच्चों की परवरिश करते हैं और जिम्मेदारी उठाते है लेकिन आम लोग अक्सर ऐसा नहीं कर पाते. पति-पत्नी में अलगाव होने के बाद शायद ही जोड़े कभी एक-दूसरे का सामना करते हैं. दोस्ती तो बिल्कुल नहीं रह पाती.
5- बॉलीवुड में तलाक लेने के बाद दूसरी शादी आसानी से कर सकते हैं. ना तो उन्हें समाज की परवाह होती है ना ही किसी की मनाही. वहीं आम जोड़े दोबारा शादी करने से घबराते हैं. खासकर महिलाएं दूसरी शादी नहीं कर पातीं. उन्हें 10 तरह का डर सताता है और कई के परिवार वाले दोबारा विवाह जैसे बंधन में बंधने की इजाजत भी नहीं देते.
6- अकेलापन आजकल सामान्य हो गया है. शादी के बाद हमें एक साथी का हर वक्त सहयोग मिल जाता है. वहीं तलाक के बाद अचानक से लोगों को अकेलापन महसूस होने लगता है. बॉलीवुड में तो परिवार का साथ, मजबूत आर्थिक स्तिथी, तलाक के बाद रिलेशनशिप में पड़ना कोई अनोखी बात नहीं है.
अपनी मर्जी से जिंदगी जीने की पूरी आजादी है लेकिन आम जिंदगी में इंसान को तलाक के बाद रिश्ते से निकलने के बाद भी पूरी तरह आजाद नहीं होता. वजह होती है समाज के ताने और बातें. लोग क्या कहेंगे इसी चक्कर में जब गलत नहीं होते फिर भी बचकर चलते हैं. किसी और के साथ रिश्तें आना और अकेले रहने पर लोग चरित्रहीन तक बोल देते हैं. इन कारणों से तलाक के बाद बहुत से लोग मानसिक तनाव से गुजरते हैं.
हम यह नहीं कहते है कि तलाक बुरी बात है लेकिन एक आम जिंदगी में और बॉलीवुड की लाइफस्टाइल में बहुत फर्क है. अगर दो लोग साथ में चैन से जी नहीं सकते तो लड़ाइयां करने को कोई मतलब नहीं है. आप अलग होकर खुश रहें लेकिन छोटी-छोटी बातों पर रिश्ता तोड़ने की ना सोंचे.
बॉलीवुड में भी एक्टर और एक्ट्रेस को ट्रोल होना पड़ता है लेकिन दूसरी तरफ उन्हें लोगों का सपोर्ट भी मिलता है जो आना जिंदगी में संभव नहीं है. यहां तो परिवार और दोस्त ही दूरी बना लेते हैं. इनके लिए पति आज भी परमेश्वर है और तलाक पाप. जो भी कहें इतने साथ रहने के बाद अलगाव होने पर दुख तो दोनों को होता है. इसलिए तलाक का फैसला सोच समझकर लें.
आमिर और किरण का भावुक पत्र
♥’इन 15 खूबसूरत वर्षों में हमने एक साथ जीवन भर के अनुभव, आनंद और हंसी साझा की है और हमारा रिश्ता केवल विश्वास, सम्मान और प्यार में बढ़ा है. अब हम अपने जीवन में एक नया अध्याय शुरू करना चाहेंगे- अब पति-पत्नी के रूप में नहीं, बल्कि एक-दूसरे के लिए सह-माता-पिता और परिवार के रूप में. हमने कुछ समय पहले एक प्लांड सेपरेशन शुरू किया था, और अब इस व्यवस्था को औपचारिक रूप देने में सहज महसूस कर रहे हैं, अलग-अलग रहने के बावजूद अपने जीवन को एक विस्तारित परिवार की तरह साझा करेंगे.
हम अपने बेटे आजाद के प्रति समर्पित माता-पिता हैं, जिनका पालन-पोषण हम मिलकर करेंगे. हम फिल्मों, पानी फाउंडेशन और अन्य परियोजनाओं पर भी सहयोगी के रूप में काम करना जारी रखेंगे, जिनके बारे में हम भावुक महसूस करते हैं. हमारे रिश्ते में इस विकास के बारे में उनके निरंतर समर्थन और समझ के लिए हमारे परिवारों और दोस्तों का बहुत-बहुत धन्यवाद जिनके बिना हम यह कदम लेने में इतने सुरक्षित नहीं करते. हम चाहते हैं कि उनके फैंस और सभी लोग इस तलाक को एक अंत की तरह नहीं बल्कि एक नए सफर की शुरुआत की तरह देखें’. इस पत्र को पढ़कर ही इनकी आपसी समझदारी को समझा जा सकता है.