यूक्रेन का पतन नजदीक,30 घंटे में कीव पहुंच रूसी सैनिक

युद्ध लंबा नहीं खिंचेगा:30 घंटे में ही राजधानी कीव पहुंचे रूसी सैनिक, सत्ता बदलना लगभग तय; यूक्रेन के राष्ट्रपति के पास अब क्या रास्ते हैं?

मास्को /कीव25फरवरी।जंग के दूसरे दिन ही रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच चुकी है। NATO चीफ से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति तक मिलिट्री एक्शन से पीछे हट गए हैं। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। बेबस यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है, ‘मैं रूस का नंबर एक टारगेट हूं, मेरा परिवार दूसरे नंबर का टारगेट है।’

रूसी विदेश मंत्री बोले- यूक्रेन से अब कोई बातचीत नहीं, उनके राष्ट्रपति झूठे; चेर्नोबिल एटमी प्लांट में रेडिएशन बढ़ा

यूक्रेन पर रूस के हमले शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन जारी हैं। राजधानी कीव में सुबह 7 बड़े धमाके हुए। लोग रातभर घरों, सबवे और अंडरग्राउंड शेल्टर में छिपे रहे। खाने-पीने से लेकर रोजाना की जरूरत की चीजों की कमी हो रही है।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने जंग खत्म होने की उम्मीदें भी खारिज कर दी हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स से बातचीत में लावरोव ने कहा- हमें अब यूक्रेन से बातचीत का ऑफर कबूल नहीं है। उनसे किसी तरह की बातचीत नहीं होगी। यूक्रेन के राष्ट्रपति अब तक सिर्फ झूठ बोलते आए हैं।

चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट में रेडिएशन बढ़ा

यूक्रेन के चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट के पास गुरुवार रात रूसी सेना ने हमले किए। यहां कई धमाके भी हुए। इसके चलते इस एटमी प्लांट में रेडिएशन लेवल बढ़ गया है। यूक्रेन की न्यूक्लियर एजेंसी ने इसकी पुष्टि की है। इस इलाके में रहने वाले हजारों लोगों को रेडिएशन लेवल बढ़ने से जान का खतरा पैदा हो गया। उन्हें सेहत संबंधी दिक्कतें भी हो सकती हैं। इस बीच यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने नागरिकों से कहा है कि वे रूसी सेना के मूवमेंट के बारे में जानकारी देते रहें। इसके साथ ही उन पर पेट्रोल बम फेंकें।

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूसी नागरिकों से की युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन करने की अपील

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूसी सेना राजधानी में दाखिल हो गई है। रूसी टैंक कीव से महज 32 किमी दूर हैं। इन्हें रोकने के लिए यूक्रेनी सेना ने तीन पुल उड़ा दिए हैं। जेलेंस्की ने आशंका जताई है कि 96 घंटे यानी 4 दिन में कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रूसी सेनाएं रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही हैं। उन्होंने रूसी नागरिकों से अपील की है कि वे इस जंग के खिलाफ प्रदर्शन करें।

ब्रिटेन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तौर पर रूस ने वहां के सभी विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है।
रूस-यूक्रेन जंग पर तालिबान ने कहा है कि दोनों देश शांति से मसले को हल करें।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि जो देश यूक्रेन पर युद्ध का समर्थन करेंगे, उनके हाथों पर भी खून लगेगा।
पश्चिमी यूक्रेन के लीव शहर में हवाई हमले का सायरन सुनाई दिया है। इसके बाद यहां की मेयर ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने को कहा है।
रूसी हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं 316 घायल हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया ने हमें जंग में लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है।
अमेरिका ने ऐलान किया कि वह यूरोप में 7000 एक्स्ट्रा फोर्सेज की तैनाती कर रहा है।
अमेरिका ने वॉशिंगटन में रूसी एम्बेसी में तैनात हाई लेवल डिप्लोमैट को अपने देश से निकाल दिया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को फोन किया। इससे पहले भारत, पाकिस्तान और ईरान के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से बात कर चुके हैं।
कीव पर शुक्रवार सुबह हमले के बाद यहां धमाका हुआ और आग लग गई।

रूस में शुरू हुआ पुतिन का विरोध

यूक्रेन पर हमले के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को दुनिया के साथ घरेलू नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है। यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस के दर्जनों शहर में लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद 1700 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। वर्ल्ड बैंक यूक्रेन को आर्थिक मदद देने को तैयार हो गया है।

रूस की राजधानी मॉस्को में युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाली एक महिला को गिरफ्तार किया गया।

युद्ध पर रूस-यूक्रेन के दावे

रूस ने कहा कि गुरुवार को यूक्रेन के 14 इलाकों में 203 हमले किए गए। 83 लैंड बेस्ड टारगेट हिट किए गए। रूसी सेनाओं ने चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा कर लिया है। कीव के नजदीक यूक्रेनी एयरबेस पर भी रूस का कब्जा हो चुका है। राजधानी कीव में भी रूसी सेना घुस गई है। रूसी एयरक्राफ्ट एंटनोव-26 यूक्रेन के करीब वोरोनेज इलाके में क्रैश हो गया। रूस ने कहा कि यह एयरक्राफ्ट इक्विपमेंट ट्रांसपोर्ट कर रहा था। एयरक्राफ्ट के क्रू मेंबर्स की मौत हो गई है। रूस ने यह नहीं बताया कि इनकी संख्या कितनी थी।
राजधानी कीव में गुरुवार रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहा। चश्मदीदों ने बताया कि रातभर धमाके और एयर रेड के सायरन सुनाई दिए। लोगों से लाइटें बंद करने और पर्दे लगाने को कहा गया। यूक्रेन की रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि यूक्रेनी फोर्सेज ने रूस के 7 एयरक्राफ्ट, 6 हेलिकॉप्टर, 30 टैंक तबाह कर दिए हैं।​​​​​ यूक्रेन ने दावा किया है कि उनकी फोर्सेस ने 800 से ज्यादा रूसी सैनिकों को मार गिराया है। 30 रूसी टैंक और 7 जासूसी एयरक्राफ्ट को भी तबाह कर दिया है।

भारतीयों की स्थिति

भारत ने पोलैंड के रास्ते फंसे हुए भारतीयों को निकालने का फैसला लिया है। उन्हें यूक्रेन से एयरलिफ्ट भी किया जा सकता है। भारत ने यूक्रेन में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

 

युद्ध के इस मोड़ पर तीन महत्वपूर्ण सवाल उठ रहे हैं-

1. अगले 24 घंटे में क्या सिनेरियो होंगे?

2 .यूक्रेन के राष्ट्रपति के पास अब क्या रास्ते बचे हैं?

3. क्या जंग अपने अंजाम के करीब है?

आइए, तीनों सवालों को जवाब और उसके पीछे की वजहों को समझते हैं…

1. अगले 24 घंटे में क्या सिनेरियो बन रहे हैं?

राष्ट्रपति जेलेंस्की की गिरफ्तारी

यूक्रेन के गृह मंत्री एंटोन गेराशचेंको ने एक बयान जारी कर बताया कि शुक्रवार, 25 फरवरी को रूस की योजना यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने की है। यहां सुबह से ही धमाके सुनाई दे रहे हैं। ये धमाके क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से किए गए हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि कुछ रूसी सैनिक राजधानी कीव तक पहुंच चुके हैं। ये साफ इशारा है कि अगले कुछ घंटों में रूसी सेना के कमांडो दस्ते प्रेसिडेंट ऑफिस पर कब्जा करके राष्ट्रपति जेलेंस्की को पकड़ सकते हैं।

ये यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित प्रेसिडेंट ऑफिस है। जहां रूसी सेना के पहुंचने के बाद ऐसा नजारा देखने को मिल सकता है। यूएस इंटेलिजेंस के मुताबिक कीव में रूसी सेना के 10 हजार पैराट्रूपर्स उतर सकते हैं।
ये यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित प्रेसिडेंट ऑफिस है। जहां रूसी सेना के पहुंचने के बाद ऐसा नजारा देखने को मिल सकता है। यूएस इंटेलिजेंस के मुताबिक कीव में रूसी सेना के 10 हजार पैराट्रूपर्स उतर सकते हैं।
यूक्रेन में कब्जा नहीं, सत्ता परिवर्तनः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिलिट्री ऑपरेशन का आदेश देते हुए कहा था कि हम अपने पड़ोसी यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा- लोगों की रक्षा के लिए हमारा उद्देश्य यूक्रेन से सैन्य तैनाती खत्म करना और उसका विनाजीकरण करना है। पुतिन यूक्रेन की मौजूदा सरकार को नाजियों की कठपुतली बताते हैं। पुतिन का यह बयान साफ इशारा है कि यूक्रेन पर रूस पूरी तरह कब्जा नहीं करेगा, बल्कि यूक्रेनी सेना को खत्म करके सत्ता परिवर्तन करेगा। यानी यूक्रेन पर रूस की सेना रहेगी और सत्ता पर उनकी कठपुतली सरकार।

2. यूक्रेन के राष्ट्रपति के पास अब क्या रास्ते हैं?

मौजूदा सिनेरियो बता रहा है कि बिना बाहरी सपोर्ट के यूक्रेन अब ज्यादा देर रूस का मुकाबला नहीं कर सकता है। जेलेंस्की ने कहा है कि हम 96 घंटे से ज्यादा रूस को नहीं रोक पाएंगे। किसी भी वक्त रूस की मिलिट्री राष्ट्रपति भवन में दाखिल हो सकती है। ऐसे में राष्ट्रपति जेलेंस्की के पास तीन रास्ते हैं। वो हार मानकर समर्पण कर दें, देश छोड़कर भाग जाएं या रूसी सेना के हाथों गिरफ्तार हो जाएं।

शुक्रवार सुबह एक भावुक संदेश में जेलेंस्की ने कहा, ‘मैं और मेरा परिवार यूक्रेन नहीं छोड़ेंगे। मैंने कीव में रहने की कसम खाई है, क्योंकि मेरे सैनिक रूसी सेना से लड़ाई लड़ रहे हैं। रूस के खिलाफ लड़ाई में सभी देशों ने अब हमें अकेले छोड़ दिया है, लेकिन हम हार नहीं मान रहे हैं।’
शुक्रवार सुबह एक भावुक संदेश में जेलेंस्की ने कहा, ‘मैं और मेरा परिवार यूक्रेन नहीं छोड़ेंगे। मैंने कीव में रहने की कसम खाई है, क्योंकि मेरे सैनिक रूसी सेना से लड़ाई लड़ रहे हैं। रूस के खिलाफ लड़ाई में सभी देशों ने अब हमें अकेले छोड़ दिया है, लेकिन हम हार नहीं मान रहे हैं।’
3. क्या रूस-यूक्रेन जंग अंजाम के करीब है?
इस सवाल का जवाब हां है। इसके पीछे NATO का सैन्य कार्रवाई से इनकार, आधी-अधूरी आर्थिक पाबंदी और यूक्रेन की कमजोर मिलिट्री वजह है।

यूक्रेन को अकेला छोड़ा

NATO से लेकर अमेरिका तक ने रूसी हमले की कड़ी निंदा की है, लेकिन यूक्रेन की मदद के लिए मिलिट्री भेजने से भी साफ इनकार कर दिया है। NATO देश अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के नेतृत्व में आज शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग करेंगे जिसमें यूक्रेन के मुद्दे पर कुछ फैसला लिया जा सकता है। हालांकि, बिना मिलिट्री की मदद के यूक्रेन ये युद्ध ज्यादा दिन नहीं खींच सकता।

आर्थिक पाबंदी भी आधी अधूरी

अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, जापान, यूरोपियन यूनियन और ऑस्ट्रेलिया ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। हालांकि, ये आर्थिक पाबंदी भी आधी-अधूरी है, जिससे रूस को कोई खौफ नहीं है। रूस को सबसे बड़े बैंकिंग सिस्टम SWIFT से बाहर नहीं निकाला है और पुतिन पर भी रोक नहीं लगाई है। यही वजह है कि पुतिन ने यूक्रेन में फुल-फ्लेज्ड वार का आदेश दे दिया।

यूक्रेन की कमजोर मिलिट्री

रूस का डिफेंस सेक्टर दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में से है। यूक्रेन उसके सामने कहीं नहीं टिकता। यही वजह है कि वो रूस का ज्यादा दिन तक मुकाबला नहीं कर सकता है और ये जंग अपने अंजाम की तरफ बढ़ रही है।

 

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