एनयूजेआई दिल्ली राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अमजा उत्तरांखड की सक्रियता का उल्लेख,जाप की संबद्धता समाप्त
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नई दिल्ली 11 जनवरी 2023
नई दिल्ली 11 जनवरी। नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स इंडिया की गांधी शांति प्रतिष्ठान न ई दिल्ली में 11 जनवरी को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में आल मीडिया जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उत्तरांखड की सक्रियता की चर्चा हुई। राष्ट्रीय महासचिव सुरेश शर्मा ने राष्ट्रीय प्रतिवेदन में कहा कि 23 जून 2022 को हमारे आम चुनाव संपन्न हुए, लेकिन तकनीकी कारणों से हमने उसे घोषित 06 जुलाई 2022 को किया है। यह विषय विवाद का भी हो सकता है लेकिन उस विषय से हमें बहुत राहत मिली है। हमारे चुनाव को हमारे ही कुछ पुराने साथियों की ओर से विवाद में डालने का प्रयास किया गया। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में प्रमोद कुमार सिंह बनाम दिल्ली पत्रकार संघ एक प्रकरण दर्ज किया गया जिसमें हमारे चुनाव को लेकर विवाद पैदा करने का प्रयास किया गया। हमें खुशी इस बात की है कि 14 जुलाई 2022 को पारित आदेश में हमारे आम चुनाव वर्ष 2022-24 को सही और वैधानिक मानते हुए आवेदक के आग्रह को महत्वहीन करार देते हुए अस्वीकार कर दिया गया। इस प्रकार हम वास्तविक रुप से नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) के चुनाव कराने वाले संगठन हो गए हैं। वकीलों की राय के आधार पर अब नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) के नाम से कोई भी व्यक्ति या तथाकथित संगठन चुनाव नहीं करा सकता। हमने अपने दस्तावेजों की सभी प्रतियां श्रम विभाग को समयानुसार जमा करा रखी है। इसलिए हम सब दावे से यह कह सकते हैं हम ही वही संगठन हैं जिसने 2018 में संविधान के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों को करारा जवाब देकर वर्ष 2018, वर्ष 2020 और लगातार तीसरी बार वर्ष 2022 में संविधान की आशाओं को पूरा करते हुए आम चुनाव कराए हैं।
हमारे आम निर्वाचन के बाद 14 अगस्त 2022 को ऑनलाइन स्वरूप में विशिष्ट साधारण सभा का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य परिस्थितियों के अनुसार नवनिर्वाचित पदाधिकारी एवं कार्य समिति के सदस्यों को शपथ ग्रहण कराना था। यह बैठक निर्धारित समय 11 बजे प्रारंभ हुई और एजेंडा पूर्ण करने के बाद समाप्त हो गई।
इस बैठक में आंध्र प्रदेश के सभी और तेलंगाना के कुछ निर्वाचित पदाधिकारी एवं सदस्यों ने शपथ ग्रहण नहीं की। इसी बैठक में यह तय किया गया कि जिन पदाधिकारियों एवं कार्य समिति के सदस्यों ने शपथ ग्रहण नहीं की, उनका कार्यभार शपथ ग्रहण के बाद ही मान्य होगा। तेलंगाना के, के. वी. वी. वी. सत्यनारायण तथा टी. अनिल कुमार ने शपथ ग्रहण में हिस्सेदारी की।
इसी बीच में यह जानकारी मिल चुकी थी कि 7 अगस्त 2022 को नई दिल्ली में तथाकथित रूप से प्रतिद्वंदी संगठन चलाने वाले उन साथियों जिनको हमने अनुशासनहीनता के आरोप में संगठन से निष्कासित किया है, नई दिल्ली में एक बैठक रखी। जिसमें नई दिल्ली के कुछ मित्र और आंध्र प्रदेश तेलंगाना के कुछ मित्र शामिल हुए। यह तय हुआ कि दिल्ली यूनिट अपने साथियों से और आंध्रप्रदेश यूनिट अपने साथियों से कारण बताओ नोटिस जारी करके बैठक में शामिल होने के कारणों को स्पष्ट करने का आग्रह करेगी।
जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ आंध्र प्रदेश जाप के अध्यक्ष और महामंत्री ने नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के आदेश का पालन न करने की स्थिति में एन यू जे – आई की ओर से श्री उपाला लक्ष्मण को तीन बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया। बैठक में जाने की पूर्व अनुमति क्यों नहीं ली गई? बैठक में शामिल होने की उसके बाद सूचना क्यों नहीं दी गई और बैठक में क्या हुआ इसका प्रतिवेदन नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) को क्यों नहीं दिया गया? सूचना और कई बार के पुनर्स्मरण के बाद भी हमें इसका कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ।
पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ सदस्यों के कई बार के विमर्श के बाद यह तय किया गया कि श्री उपाला लक्ष्मण को जाप की सदस्यता से निष्कासित करने के लिए जाप को लिखा जाए। जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन आफ आंध्र प्रदेश ने एन यू जे – आई के न तो किसी निर्देश को माना और ना ही कोई जवाब दिया। तब विमर्श उपरांत जाप की संबद्धता समाप्त करने का निर्णय भारी मन से लिया गया।
आंध्र प्रदेश से कार्य समिति के सदस्य श्री के. वी. वी. वी. सत्यनारायण ने नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) की गतिविधियों में विश्वास व्यक्त करते हुए कार्य समिति का सदस्य निरंतर बने रहने का आग्रह किया जिसे स्वीकार कर लिया गया। इसी प्रकार एन यू जे आई के पूर्व उपाध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के वरिष्ठ नेता नागेश्वर राव ने भी अपनी प्रतिबद्धता हमारे साथ व्यक्त करते हुए निरंतर साथ रहने का प्रस्ताव दिया जिसे स्वीकार कर लिया गया।
तेलंगाना से निर्वाचित कार्यसमिति के टी अनिल कुमार को छोड़कर सभी सदस्यों को कार्यसमिति की सदस्यता से मुक्त करके स्थान रिक्त करने का सर्वानुमति से निर्णय लिया गया। तेलंगाना में हमारी यूनिट तेलंगाना जर्नलिस्ट एसोसिएशन के नाम से आज भी सक्रियता से कार्य कर रही है। हम आंध्र प्रदेश में आई रिक्तता को भरने का प्रयास कर रहे हैं और निकट भविष्य में आंध्र प्रदेश में भी हम नई इकाई के रूप में कार्य करते हुए दिखाई देंगे।
60 साल से अधिक आयु के पत्रकारों को आयुष्मान योजना में शामिल करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर आग्रह किया गया।
जम्मू-कश्मीर सहाफत एसोसिएशन के आग्रह पर वहां के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर उनकी समस्या के समाधान का आग्रह किया गया।
इसी बीच समाचार प्राप्त हुआ कि यूपी जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) का पंजीयन समाप्त हो चुका था और नया पंजीयन कराने की प्रक्रिया में सफलता मिल चुकी है। वहां उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट (उपज) के नाम से नया पंजीयन मिल गया। उपज के पदाधिकारियों के आग्रह पर उन्हें नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) की संबद्धता नए नाम से निरंतर जारी करने संबंधी पत्र दिया गया।
लखनऊ में उपजा का एक बड़ा आयोजन संपन्न हुआ जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मलिक तथा मैं स्वयं अन्य साथियों के साथ इस आयोजन में शामिल हुए। इस आयोजन के बाद अध्यक्ष और मैं बनारस के एक आयोजन में शामिल हुए। हम संगठन की शक्ति और सक्रियता से अभिभूत हुए। बनारस में ही हमारी मुलाकात काशी हिंदू विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह से हुई उनके साथ पत्रकारिता के संबंध में हमारी विस्तृत चर्चा हुई।
एन यू जे – आई में पहले भी महिला प्रकोष्ठ रहा है। फिर से विमर्श उपरांत महिला प्रकोष्ठ की संरचना और उसे सक्रिय बनाने के संबंध में विचार विमर्श हुआ। यह तय किया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर एक महिला नेता संयोजक होंगी तथा सभी पांचों जोनों का प्रतिनिधित्व करते हुए एक-एक सह संयोजक वहां से लिया जाएगा। इस प्रकार राष्ट्रीय स्तर पर महिला प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा इस प्रकोष्ठ का कार्य महिलाओं की एनयूजे-आई में भागीदारी और उनकी समस्याओं के निदान के संबंध में गतिविधियां करने की रहेगी। यह भी तय किया गया कि राज्य स्तर पर एक संयोजक और एक सह संयोजक की नियुक्ति की जा सकेगी। आवश्यकतानुसार जिला स्तर पर भी इसी प्रकार की नियुक्तियां की जा सकेंगी। इस परिपेक्ष में मध्य प्रदेश की श्रीमती आभा निगम को महिला प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किया गया। तदोपरांत 4 जोन से प्राप्त अनुशंसाओं के आधार पर सह संयोजक के पद पर नियुक्ति की गई है। यह पत्र पृथक से जारी किया गया जिसे ग्रुप में डाल दिया गया था। अभी केवल साउथ जोन की नियुक्ति होना शेष है।
18 सितंबर 2022 को पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक आहूत की गई जिसमें अधिकांश पदाधिकारी शामिल हुए और निर्णयों का अनुमोदन कराया गया। आगे की कार्य योजना पर विचार किया गया।
हरियाणा के संदर्भ में श्री सोमनाथ जी के आग्रह पर एक पत्र लिखा गया। उसी प्रकार उत्तर प्रदेश अधिमान्यता समिति के लिए राज्य इकाई की अनुशंसा पर एक पत्र भेजा गया। दिल्ली यूनिट को भी एक पत्र भेजकर कुछ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार प्रदान किया गया।
आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम राव का आग्रह हमें प्राप्त हुआ जिसमें उन्होंने हमसे कहा कि अन्य ट्रेड यूनियन के कन्फरडेशन में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) को भी शामिल होना चाहिए।इसके लिए सैद्धांतिक सहमति जीके आने वाले समय में कन्फरडेशन के कार्यक्रम में हम शामिल होंगे, ऐसी अपेक्षा है।
प्रतिद्वंद्वी ग्रुप ने भोपाल में 3 दिन का आयोजन करने का संदेश प्राप्त हुआ। जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ़ मध्य प्रदेश के प्रयास से यह आयोजन पूर्णतया विफल रहा। यह सूचित करते हुए खुशी है कि इस अवधि में न तो कोई बैठक हुई न ही प्रदेश सरकार के किसी मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने इस आयोजन में सहभागिता की। राज्यपाल का इस आयोजन में शामिल होने का कार्यक्रम निर्धारित था। उन्होंने हमारे आग्रह पर वहां जाना निरस्त किया। हमारी तरफ से राज्यपाल को कानूनी परिस्थितियां, संगठन की गतिविधियां और निर्वाचन संबंधी जानकारी दी गई जिससे वे प्रभावित हुए और कार्यक्रम में जाना निरस्त किया । इस आयोजन में एक भी अधिकारी ने और किसी भी वरिष्ठ पत्रकार ने सहभागिता नहीं की। औपचारिकता के नाम पर बैठक का शुभारंभ और एक – दो घंटे की अवधि में ही समापन आयोजन संपन्न कराया गया। 8 तारीख को तो बैठक हुई ही नहीं पाई। इसकी चर्चा आज तक हो रही है।
इस बीच हमारे पास सूचना आई थी उत्तराखंड में हमारे साथियों ने ऑल मीडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन के नाम से संगठन की संरचना की है। उन्होंने संबद्धता दिए जाने के संबंध में आग्रह किया। ऑल मीडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन को जिसके अध्यक्ष बृजेंद्र हर्ष और महासचिव रवींद्र नाथ कौशिक है, को एन यू जे -आई की संबद्धता प्रदान की गई।
16 नवंबर राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर हमारी हरियाणा यूनिट हरियाणा यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट ने नारनौल में प्रेस दिवस का आयोजन किया गया। इसमें अध्यक्ष अशोक मलिक और महासचिव के रूप में मैं उसमें शामिल हुआ। यह आयोजन प्रभावशाली, उत्साहित करने वाला और गरिमा पूर्ण कार्यक्रम रहा। इसमें राज्य सरकार के स्थानीय मंत्री ओम प्रकाश यादव, सांसद चौधरी धर्मवीर तथा पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता रामविलास शर्मा शामिल हुए। हम इसके लिए नारनौल यूनिट और हरियाणा यूनिट को धन्यवाद देते हैं।
17 नवंबर को नई दिल्ली में दिल्ली यूनिट के मित्रों के साथ विचार विमर्श करने का अवसर मिला जिसमें दिल्ली यूनिट के विस्तार करने और सक्रियता बढ़ाने के संबंध में चर्चा हुई जिसका प्रतिफल आज राष्ट्रीय कार्यसमिति के इस आयोजन के रूप में हमारे सामने है।
18 दिसंबर को पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं के साथ एक विस्तृत ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया जिसमें संगठन की गतिशीलता और राज्यों के साथ समन्वय को लेकर सभी साथियों की सहभागिता में बातचीत हुई जिसमें आगामी योजना के संबंध में निर्णय लिए गए।
उड़ीसा राज्य यूनिट, स्टेट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट उड़ीसा के अध्यक्ष कैलाश नायक और महासचिव प्रशांत कुमार पाधी निरंतर प्रवास करके संगठन की सक्रियता के कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। हमें उनका स्वागत करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में उपज के रूप में नए संगठन की सक्रियता के बाद काम में उत्साहजनक वृद्धि हुई है। महासचिव राधे श्याम लाल कर्ण की सक्रियता उम्र के इस पड़ाव में भी प्रभावित करने वाली है यूनिट के अध्यक्ष सर्वेश कुमार सिंह का अनुभव और प्रभाव हम सबके लिए उपयोगी है।
बिहार यूनिट की गतिविधियों के संबंध में निरंतर जानकारी मिल रही है। राकेश प्रवीर की सक्रियता संगठन को गतिशील बनाए हुए हैं।
श्री नागेश्वर राव का आंध्र प्रदेश में संगठन को फिर से खड़ा करने का प्रयास वहां हमारी शक्ति को पुनर्जीवित करने के लिए पर्याप्त आधार बनेगा।
उत्तराखंड के हमारे साथियों का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ मुलाकात करके पत्रकारों की समस्या से अवगत कराने का आयोजन सराहनीय है।
अन्य राज्यों की ओर से प्राप्त होने वाली जानकारी को समायोजन रिपोर्ट में किया जा सकेगा।