पटियाला काली मंदिर पर हमला करवा मुंह छिपा भाग गया था परवाना
मास्टरमाइंड परवाना 4 दिन के रिमांड पर:पंजाब पुलिस की ‘स्पेशल 20’ ने जगह-जगह की रेड; पटियाला हिंसा में अब तक 9 आरोपित पकड़े गए
चंडीगढ़01 मई।पटियाला में खालिस्तान विरोधी मार्च के बाद हुई हिंसा में पुलिस ने धरपकड़ तेज कर दी है। पंजाब पुलिस की स्पेशल 20 टीमें पूरे राज्य में छापे मार रही है पिछले 24 घंटे में पुलिस ने हिंसा के मास्टरमाइंड बरजिंदर परवाना समेत 6 और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पटियाला में IG मुखविंदर सिंह छीना ने बताया कि इनमें 3 सिख कट्टरपंथी, शिवसेना नेता हरीश सिंगला का साथी शंकर भारद्वाज भी शामिल है।
सोशल मीडिया पर हेट स्पीच देने में गग्गी पंडित को भी पुलिस ने केस दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है।
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हरीश सिंगला और दो सिख कट्टरपंथी समेत 3 लोग पहले ही पकड़े जा चुके। गिरफ्तारों की संख्या अब 9 हो चुकी है। पुलिस ने परवाना को पटियाला कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है जिसमें पुलिस उससे सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू से कनेक्शन पर भी जवाब उगलवाएगी।
गिरफ्तारी की जानकारी देते IG मुखविंदर सिंह छीना।
पूरे राज्य में ताबड़तोड़ रेड
IG छीना ने बताया कि SSP दीपक पारिख की अगुवाई में पटियाला पुलिस की 20 स्पेशल टीमें बनाई हैं, जो पूरे पंजाब में रेड कर रही हैं। परवाना को मोहाली से पकड़ा गया। पटियाला ले जाकर उसे गिरफ्तार किया गया। अब कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड में लेकर उससे पूछताछ की जाएगी।
कॉल डिटेल्स, टावर लोकेशन, वीडियो, CCTV फुटेज से जांच
पटियाला हिंसा को लेकर CM भगवंत मान की नाराजगी के बाद पंजाब पुलिस ने बड़े स्तर पर जांच शुरू की है। आरोपितों की कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही है। मोबाइल टावर लोकेशन की जांच हो रही है। इसके अलावा हिंसा के वीडियो और CCTV फुटेज जांचे जा रहे हैैं। IG छीना ने कहा कि CM भगवंत मान ने क्लियर इंस्ट्रक्शंस दी हैं कि सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट, भड़काऊ बयान, इजाजत के बिना धरना प्रदर्शन बिल्कुल बर्दाश्त न किया जाए।
पटियाला में फव्वारा चौक पर सिख संगठनों ने प्रदर्शन किया।
षड्यंत्र की भी जांच होगी : IG
IG मुखविंदर छीना ने कहा कि इस मामले के पीछे कोई सुनियोजित षड्यंत्र है और उसमें कौन शामिल है, इसकी भी जांच होगी। फिलहाल जांच प्रभावित न हो, इसलिए इसके बारे में कुछ नहीं कहेंगे। सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की भूमिका पर उन्होंने कहा कि पूरी जांच के बाद पुलिस सारे फैक्ट बताएगी।
पटियाला हिंसा का मास्टरमाइंड परवाना:पहले प्रदर्शन कराया; हिंसा हुई तो मुंह छुपा बाइक पर भागा; किसान आंदोलन में भी शामिल रहा
पटियाला में 2 ग्रुपों के बीच हुई हिंसा के मास्टरमाइंड बरजिंदर परवाना के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। शिवसेना के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च में परवाना ने ही सिख प्रदर्शनकारियों को लेकर प्रदर्शन करवाया। वह उन्हें काली माता मंदिर के नजदीक तक ले गया। जब हिंसा हुई और बवाल बढ़ा तो वह मुंह छुपाकर बाइक में बैठ वहां से भाग निकला।
पुलिस ने उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड निकलवाया है जिसमें उस पर अटेंप्ट टू मर्डर के 2 केस चल रहे हैं। इसके अलावा वह दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में भी शामिल रहा। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
खालिस्तान विरोधी मार्च पर दी थी गर्दन काटने की धमकी
बरजिंदर परवाना के मंसूबे अचानक सामने नहीं आए। जब शिवसेना ने खालिस्तान के विरोध में मार्च निकालने का ऐलान किया तो उसने धमकी दे दी थी। परवाना ने कहा था कि कुछ लोग खुद को हिंदू धर्म का अंग मानते हैं लेकिन हम नहीं मानते। वह पंजाब का माहौल खराब करना चाहते हैं। उसने पोस्ट डाली कि 29 अप्रैल को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकाला जाएगा। परवाना ने कहा कि कोई ‘खालिस्तान मुर्दाबाद’ मेरे सामने कहे, उसकी गर्दन काट दूंगा।
बरजिंदर परवाना का क्रिमिनल रिकॉर्ड
पहला केस 7 जनवरी 2016 में पटियाला के थाना बनूड़ में दर्ज हुआ। उसके खिलाफ कातिलाना हमला और SC/ST एक्ट में केस दर्ज हुआ था। इसका कोर्ट में चालान पेश हो चुका है।
दूसरा केस 27 मई 2019 को सदर पटियाला थाने में दर्ज हुआ जिसमें सरकारी ड्यूटी में विघ्न डालने का आरोप है। इसका भी चालान पेश हो चुका है।
तीसरा केस लाहौरी गेट पटियाला थाने में दर्ज हुआ है जिसमें कातिलाना हमला और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के उल्लंघन का आरोप है। इसकी जांच की जा रही है।
चौथा केस 7 अगस्त 2021 को दर्ज हुआ। मोहाली के थाना बलौंगी में यह केस आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं में दर्ज हुआ है। इसका भी कोर्ट में चालान पेश हो चुका है।
पटियाला में फव्वारा चौक पर सिख संगठनों ने प्रदर्शन किया
सिंगापुर रिटर्न है परवाना, दमदमी टकसाल बनाई, खुद मुखी बन गया
बरजिंदर सिंह परवाना उर्फ सनी राजपुरा में गगन चौक के नजदीक गुरू गोबिंद सिंह नगर का रहने वाला है। उसने BA तक की पढ़ाई की है। उसने दमदमी टकसाल मेहता चौक के मुखी बाबा हरनाम सिंह धुम्मा से अमृतपान किया। परवाना कट्टरपंथी ख्यालों का व्यक्ति है। 2007-08 में वह सिंगापुर गया था। वहां करीब 18 महीने रहा। फिर भारत लौट आया। यहां आकर धार्मिक दीवान लगा सिखी का प्रचार करने लगा। उसने दमदमी टकसाल जत्था राजपुरा की स्थापना की और उसका मुखी बन बैठा।
हिंसा रोकने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी
सोशल मीडिया पर करता है भड़काऊ बयानबाज
पुलिस की जांच के मुताबिक परवाना लगातार गुरूद्वारों के मुखी और ग्रंथियों से होती धक्केशाही के खिलाफ भी आवाज उठाता रहा है। सिख पंथ के धरनों में भी वह शामिल होता रहता है। बरजिंदर परवाना सुर्खियों में रहने के लिए अक्सर सोशल मीडिया पर भी भड़काऊ बयानबाजी करता रहता है।
पटियाला हिंसा की जड़ एक अफवाह:खालिस्तान विरोधी मार्च और सिखों के प्रदर्शन पर एक-दूसरे को उकसाया; फिर हिंसा हुई
पटियाला हिंसा की जड़ असल में एक अफवाह है। जो कुछ लोगों ने फैलाई। उन्होंने खालिस्तान विरोधी मार्च और सिखों के प्रदर्शन के बारे में झूठ बोला। जिसका नतीजा यह हुआ कि सिख संगठन और शिवसेना वाले आमने-सामने हो गए। मामला विरोध से बढ़कर पथराव, तलवारें मारने से लेकर हवाई फायरिंग तक बढ़ गया। पटियाला से हटाए गए IG राकेश अग्रवाल ने भी इस बात की पुष्टि की। पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले की भी पहचान कर ली है।
हिंसा के बाद मान सरकार ने इन दोनों अफसरों को हटा दिया
पुलिस ने दोनों को रोक लिया था, फिर ऐसे बिगड़ी बात
पटियाला में शिवसेना के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के बारे में पुलिस को पता था। इसके विरोध में सिख संगठनों के जमा होने की भी भनक लग गई थी। पुलिस ने दोनों से बात की और उन्हें किसी तरह के प्रदर्शन से रोक लिया। इसी बीच यह शरारत हुई। सिख संगठनों को कहा गया कि बाहर शिवसेना मार्च निकाल रही है। हालांकि उस वक्त शिवसेना वाले पुलिस ने दफ्तर में ही रोके हुए थे। इसके बाद सिख संगठन इसे देखने बाहर निकले तो उनकी वीडियो रिकॉर्ड कर शिवसेना वालों तक इसे पहुंचा दिया गया। इससे शिवसेना को लगा कि पुलिस ने हमें रोक लिया और सिख संगठनों को प्रदर्शन करने की छूट दे दी गई है। जिसके बाद वह भी बाहर आ गए।
पुलिस की हवाई फायरिंग पर सिख प्रदर्शनकारी बगल में ही खड़े होकर भंगड़ा करता रहा
पुलिस ने अंत में भरोसा खो दिया
पुलिस ने सिख कट्टरपंथियों और शिवसेना को प्रदर्शन से रोक दिया। हालांकि जब एक-दूसरे के बीच अफवाह फैली कि विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं तो पुलिस उन्हें भरोसा नहीं दिला सकी। जिसकी वजह से दोनों पक्ष बाहर आ गए। पुलिस को इसकी उम्मीद नहीं थी, इसी वजह से इस बारे में तैयारियां नहीं की गई। जिसकी वजह से हालात एकदम से बेकाबू हो गए। पटियाला से हटाए IG राकेश अग्रवाल ने कहा कि यह हिंसा कुछ शरारती लोगों की वजह से हुई है। उन्होंने अफवाह फैलाई और उसकी वजह से हालात बिगड़े। पुलिस ने उन लोगों की पहचान कर ली है। जल्द ही उनके खिलाफ भी पुलिस कड़ा एक्शन लेगीी.