पुत्र धर्म परिपालन के एक घंटे बाद मोदी राजधर्म को डटे

घंटे भर पहले मां की चिता को आग और फिर ‘वंदे भारत’, पुत्र धर्म के बाद राज धर्म में जुट गए मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां को मुखाग्नि देने के कुछ देर बाद ही ‘राजधर्म’ निभाने में जुट गए। उन्होंने पश्चिम बंगाल में 7800 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया। इस दौरान वह दिल की पीड़ा को छिपाने की कोशिश करते रहे लेकिन चेहरा दर्द बता रहा था।

हाइलाइट्स
1-मां की अंत्येष्टि के घंटे भर के भीतर पहले से तय कार्यक्रमों में जुट गए प्रधानमंत्री मोदी
2-पश्चिम बंगाल में 7800 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास किया
3-वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए प्रधानमंत्री, चेहरे पर साफ झलक रहा था दर्द

नई दिल्ली 30 दिसंबर : चेहरे पर मां को खोने का गम। आंखों से झांकता दर्द। दोनों ओर लगे तिरंगे झंडे और बीच में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। मौका था पश्चिम बंगाल में 7800 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और लोकार्पण का। प्रधानमंत्री मोदी को इस कार्यक्रम में जाना था लेकिन मां के निधन के बाद वह वहां जा नहीं पाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, रेलवे और राज्य सरकार के अधिकारी भी वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़े थे। अचानक ममता की आवाज से सन्नाटा टूटता है। वह प्रधानमंत्री मोदी की मां के निधन पर संवेदना जताते हुए कार्यक्रम जल्द खत्म करने की गुजारिश करती हैं। प्रधानमंत्री मोदी हावड़ा-जलपाईगुड़ी वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होने से मात्र घंटे भर पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में अपनी मां को मुखाग्नि दी थी। श्मशान से निकलने के बाद प्रधानमंत्री पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों की तैयारी में लग गए। मां का निधन हुआ लेकिन प्रधानमंत्री ने कोई आधिकारिक कार्यक्रम निरस्त नहीं किया। कपड़े भी नहीं बदले। बस सदरी उतारी और ममता दीदी के साथ वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़ गए। प्रधानमंत्री मोदी जब कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे तो आवाज कांप रही थी। जिव्हा लड़खड़ाने को थी लेकिन मोदी उसे संभालने की कोशिश करते दिख रहे थे। निजी दर्द पर कर्तव्य भारी था। मां के अंतिम संस्कार का ‘पुत्र धर्म’ निभाने के कुछ ही देर बाद ‘राजधर्म’ की बारी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गांधीनगर में अपनी मां की अंतिम संस्कार की तैयारियों में लगे थे तभी उन्होंने अपने प्रशंसकों से अपील की थी कि अपने किसी काम को रोके नहीं, काम जारी रखना ही हीरा बा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। न्यूज एंजेसी भाषा से मोदी परिवार से जुड़े सूत्रों ने कहा, ‘हम इस कठिन समय में प्रार्थनाओं के लिए आप सभी का धन्यवाद करते हैं। सभी से विनम्र निवेदन है कि वे दिवंगत आत्मा को याद करते हुए अपने निर्धारित कार्यक्रम व प्रतिबद्धताओं को जारी रखें। यही सही अर्थों में हीरा बा को श्रद्धांजलि होगी।’ इस अपील पर प्रधानमंत्री मोदी ने खुद भी चल दिखाया और अपने पहले से निर्धारित कार्यक्रमों में भाग लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार पश्चिम बंगाल जाना था। वहां 7800 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट का उद्घाटन और लोकार्पण करना था। शुक्रवार सुबह-सुबह जब हीरा बा के निधन की खबर आई तब ये सवाल उठने स्वाभाविक थे कि क्या प्रधानमंत्री मोदी अब बंगाल के कार्यक्रम में शामिल हो पाएंगे? कहीं कार्यक्रम टल तो नहीं जाएगा? लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रमों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भाग लेंगे। मां के अंतिम संस्कार के बाद प्रधानमंत्री वर्चुअल कार्यक्रम में शामिल हुए। पश्चिम बंगाल की पहली वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता भी की। इसके अलावा कोलकाता मेट्रो की पर्पल लाइन के जोका-तारातला खंड का उद्घाटन और रेलवे की अलग-अलग प्रोजेक्ट की आधारशिला और कुछ का लोकार्पण भी किया।

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