स्वीडन-डेनमार्क के बाद बांग्लादेश में 45 कुरान जलाने नरूर रहमान व महबूब पिटे,14 पुलिसमैन घायल पर
मुस्लिम बांग्लादेश में जलाई गईं 45 कुरान, मचा जमकर बवाल, पुलिस वाले हुए घायल
ढाका 08 अगस्त। यूरोपीय देश स्वीडन और डेनमार्क में कुरान जलाने की घटनाओं को लेकर मुस्लिम देश भड़के हुए हैं. इसी बीच मुस्लिम देश बांग्लादेश में कुरान की दर्जनों प्रतियों को आग के हवाले कर दिया गया है जिसके विरोध में हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया है.
मुस्लिम देश बांग्लादेश में कुरान जलाने का मामला सामने आया है ।
स्वीडन में कुरान जलाने की घटनाओं के बीच इस्लामिक देश बांग्लादेश में कुरान जलाने की एक घटना सामने आई है. दो लोगों ने मिलकर कुरान की दर्जनों प्रतियों को आग के हवाले कर दिया जिसके विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने दोनों आरोपितों पर हमला करने की कोशिश की.
सोमवार को पुलिस ऑफिसर अजबहार अली शेख ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि कुरान जलाने के विरोध में लगभग दस हजार लोग प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने उन दोनों आरोपितों पर हमला करने की कोशिश की जिन पर कुरान की प्रतियां जलाने का आरोप है.
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प में कम से कम 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. पुलिस ने हालांकि, यह नहीं बताया कि पुलिस के साथ झड़प में कितने प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं.
बांग्लादेश में क्यों जलाई गई कुरान?
बांग्लादेश में कुरान सिलहट शहर के सबसे रूढ़िवादी इलाकों में से एक इलाके में जलाई गई. यह काम दो लोगों ने मिलकर किया है. पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपितों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कुरान की दर्जनों प्रतियों को इसलिए जला दिया क्योंकि वो पुरानी थीं और उनमें छपाई की कुछ गलतियां थीं.
पुलिस ऑफिसर अली शेख ने बताया कि आरोपितों में एक स्कूल प्रिंसिपल नरुर रहमान शामिल हैं और दूसरे आरोपित का नाम महबूब आलम है. पुलिस ने कुरान की जली हुईं 45 प्रतियां जब्त कर ली है.
कुरान की जली हुई प्रतियों को लेकर इस्लामिक विद्वानों का कहना है कि उन्हें अब इस्तेमाल नहीं किया जा सकता इसलिए सम्मानपूर्वक उन्हें नष्ट कर दिया जाना चाहिए.
बांग्लादेश की कुल आबादी 17 करोड़ है जिसमें 90 प्रतिशत मुसलमान हैं. बाकी 10 प्रतिशत जनसंख्या हिंदुओं और ईसाइयों की है.
स्वीडन, डेनमार्क में कुरान जलाने को लेकर मुस्लिम दुनिया में बवाल
पिछले कुछ महीनों से स्वीडन, डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों में कुरान जलाने की घटनाओं से पूरी मुस्लिम दुनिया में भारी गुस्सा है. इस साल स्वीडन में सबसे पहले जनवरी में कुरान जलाने का मामला सामने आया था. डेनमार्क के एक धुर-दक्षिणपंथी नेता ने स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम स्थित तुर्की दूतावास के सामने कुरान की एक प्रति फाड़कर उसमें आग लगा दी थी. इससे मुस्लिम देश काफी नाराज हुए थे. तुर्की ने तो कह दिया था कि वो स्वीडन के नेटो में शामिल होने का विरोध करेगा.
इसके बाद जून के महीने में मुस्लिमों के पवित्र पर्व बकरीद के मौके पर एक बार फिर कुरान जलाई गई. इस बार यह कुरान स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने जलाई गई. बकरीद के दिन कुरान जलाने की घटना में मुस्लिम देशों को भड़का दिया और तुर्की, पाकिस्तान, मोरक्को, ईरान, सऊदी अरब, यूएई, कुवैत, मिस्र समेत लगभग सभी मुस्लिम देशों ने कुरान जलाने की कड़ी निंदा की.
इस्लामिक देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी आपात बैठक बुलाकर इस घटना की कड़ी निंदा की और स्वीडन से आग्रह किया कि वो इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाए.
हालांकि, इसके बाद भी स्वीडन में कुरान जलाने की घटनाएं सामने आती रही हैं. हाल ही में स्वीडन की संसद के सामने कुरान जलाई गई थी. ओआईसी ने इसके विरोध में एक आपात बैठकर बुलाकर मुस्लिम देशों से आग्रह किया था कि वो स्वीडन के साथ अपने रिश्तों को लेकर उचित कदम उठाएं. यूरोपीय देश डेनमार्क से भी कुछ दिनों पहले एक वीडियो सामने आया था जिसमें एक व्यक्ति कुरान जलाते दिखा था।
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