शोक श्रद्धांजलि बाद उत्तराखंड विधानसभा कल तक स्थगित
KoUttarakhand Assembly: सदन कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित, अब कल पेश होगा समान नागरिक संहिता विधेयक
उत्तराखंड विधानसभा सत्र की शुरूआत हो चुकी है। उम्मीद थी कि समान नागरिक संहिता विधेयक पेश किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सदन को कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस दौरान राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से शिष्टाचार मुलाकात की।
देहरादून 05 फरवरी 2024 । उत्तराखंड विधानसभा सत्र की शुरूआत हो चुकी है। आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य विधानसभा पहुंचे। उम्मीद थी कि समान नागरिक संहिता विधेयक पेश किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सदन को कल सुबह 11 बजे तक को स्थगित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने विधानसभा अध्यक्ष से की मुलाकात
इस बार विधानसभा सत्र, उत्तराखंड के लिए बड़ा खास है। समान नागरिक संहिता के अलावा राज्य निर्माण आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी सेवाओं में क्षैतिज आरक्षण विधेयक भी सदन में पारित हो सकता है। मुख्यमंत्री धामी ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी (Ritu Khanduri) से शिष्टाचार मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से भी की मुलाकात
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य (Yashpal Arya) से भी शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष आर्य को शॉल पहनाया।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत विधायक को दी श्रद्धांजलि
विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी को श्रद्धांजलि दी।
Uttarakhand UCC and Congress: समान नागरिक संहिता विधेयक पर कांग्रेस का रुख-अध्ययन को मिले पर्याप्त समय,ताकि ठीक से हो चर्चा
कांग्रेस ने कहा है कि समान नागरिक संहिता को लेकर सरकार के विधेयक के ड्राफ्ट के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं है। ऐसे में विधेयक पेश होने के बाद ही पता चल पाएगा कि इसमें क्या-क्या प्राविधान किए गए हैं। इस विधेयक के अध्ययन को पर्याप्त समय मिलना चाहिए ।
मुख्य बिंदु
कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में एक सुर में इस बात पर दिया गया जोर
विधेयक पेश होने के बाद अध्ययन को मिले पर्याप्त समय, ताकि ठीक से हो सके चर्चा
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने के दृष्टिगत विधानसभा सत्र में विधेयक पेश करने के सरकार के निर्णय को लेकर कांग्रेस बेहद सधे कदमों से आगे बढ़ेगी। कांग्रेस विधानमंडल दल की रविवार को हुई बैठक में जोर दिया गया कि सदन में विधेयक पेश होने पर इसके अध्ययन को पर्याप्त समय मिलना चाहिए, ताकि इस पर ठीक से चर्चा हो सके।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के यमुना कालोनी स्थित शासकीय आवास पर हुई कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में समान नागरिक संहिता विधेयक समेत अन्य विषयों पर गहनता से विमर्श हुआ। विधायकों का कथन था कि समान नागरिक संहिता को लेकर सरकार जो विधेयक ला रही है, उसके ड्राफ्ट के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं है।
ऐसे में विधेयक पेश होने पर ही पता चलेगा कि इसमें क्या-क्या प्राविधान हुए हैं। इस विधेयक के अध्ययन को पर्याप्त समय मिलना चाहिए। साथ ही विस्तार से चर्चा होनी चाहिए, ताकि सभी अपनी राय रख सकें। इस दृष्टिकोण से सत्र की अवधि भी बढ़ाई जानी चाहिए।
बैठक में कहा गया कि सरकार की ओर से इसे विशेष सत्र कहा जा रहा है, जबकि यह पिछले मानसून सत्र का सत्रावसान न होने से उसे निरंतरता में आगे बढ़ाया गया है। यह अलग सत्र आहूत नहीं है। ऐसे में प्रश्नकाल को लंबित नहीं किया जा सकता। बैठक में तय किया गया कि कानून व्यवस्था,भ्रष्टाचार,स्वास्थ्य सेवाएं,आपदा जैसे तमाम मुद्दों के साथ ही स्थानीय विषयों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष आर्य के अलावा उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक प्रीतम सिंह, वीरेंद्र जाती, मनोज तिवारी समेत अन्य विधायकों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।
सदन में हो विस्तृत चर्चा
यशपाल विधानसभा में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार ने समान नागरिक संहिता विधेयक सदन में पेश करने के निर्णय की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सत्र को विशेष सत्र कहा जा रहा है।
विशेष सत्र में प्रश्नकाल नहीं होता, सरकार विधायकों के प्रश्नों से बचने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सत्र में प्रश्नकाल हो, ताकि पक्ष-विपक्ष के सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्र से जुड़े विषय सदन में उठा सकें। साथ ही नियम-310 व नियम 58 के विषय भी लिए जाने चाहिए।