वैक्सीन जिहाद में डॉ. जेहरा और एएनएम निहा खान बर्खास्त, मुकदमें भी
अलीगढ़ में डाक्टर व एएनएम निहा खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, कचरे में वैक्सीन भरी सिरिंज फेंकने के हैं आरोप
वैक्सीन भरी सिरिंज कचरे में फेंकने के आरोप में एएनएम निहा खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के जमालपुर अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन भरी सिरिंज कचरे में फेंकने के आरोप में एएनएम निहा खान व डाक्टर जेहरा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सेवा समाप्त कर दी है।
अलीगढ़, । उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के जमालपुर अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन भरी सिरिंज कचरे में फेंकने के आरोप में एएनएम निहा खान व डाक्टर जेहरा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सेवा समाप्त कर दी है।
यह है मामला
अलीगढ़ के जमालपुर में अर्बन पीएचसी को वैक्सीन सेंटर बनाया गया है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित भी मिले हैं। ऐसे में हर दिन 250 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले दिनों वैक्सीन एंड कोल्ड चेन मैनेजर रवेंद्र शर्मा यहां पर निरीक्षण को पहुंचे थे, तो यहां पर वैक्सीन भरी हुई सिरिज कचरे में पड़ी मिली। तत्काल इसकी जानकारी सीएमओ को दी गई। यहां से जांच के आदेश हुए। जांच में केंद्र पर तैनात सभी लोगों के बयान लिए गए हैं। बुधवार को डीएम की तरफ से एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। वहीं, सेवा समाप्त करने के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग को दिए गए। डीएम ने आदेश दिया है कि जांच रिपोर्ट में जिन-जिन लोगों की जो भी लापरवाही पाई जाए, उसी आधार पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाए। जांच में आरोप सही पाए जाने पर एएनएम निहा खान व डाक्टर जेहरा की सेवा समाप्त कर दी गई है। साथ ही रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है।
टीका लगाने के समय दवा को इंजेक्ट नहीं करने का आरोप
जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि मामला सामने आने के बाद 24 मई को निहा खान को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था और 25 मई को निहा खान ने अपना बयान दर्ज कराया था और उस बयान के आधार पर उन्हें वैक्सीन को बर्बाद करने का दोषी पाया गया है।
वैक्सीन बर्बाद करने वाली नर्स निहा खान को किया गया बर्खास्त, टीका लगाने के समय दवा को इंजेक्ट नहीं करने का आरोप
कोरोना काल में जहां देशभर के स्वास्थ्यकर्मियों को ‘भगवान’ का दर्जा दिया जा रहा है वहीं कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं जहां पर कुछेक स्वास्थ्यकर्मियों पर जानबूझकर लापरवाही का आरोप लगा है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें नर्स (ANM) निहा खान पर आरोप है कि वह टीकाकरण के समय वैक्सीन लगवाने आए व्यक्ति को टीका तो चुभा देती थी लेकिन वैक्सीन को व्यक्ति के अंदर इंजेक्ट नहीं करती थी और वैक्सीन से भरे इंजेक्शन को कचरे के डिब्बे में फैंक देती थी। अलीगढ़ जिला प्रशासन ने जांच के बाद ANM निहा खान को दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।
जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि मामला सामने आने के बाद 24 मई को निहा खान को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था और 25 मई को निहा खान ने अपना बयान दर्ज कराया था और उस बयान के आधार पर उन्हें वैक्सीन को बर्बाद करने का दोषी पाया गया है।
अलीगढ़ जिला प्रशासन की तरफ से यह भी कहा गया है कि ANM निहा खान ने कोरोना महामारी के दौरान अपना कार्य इमानदारी से नही किया है और उनका कृत्य कदाचार तथा अनुशासनहीनता से जुड़ा है। इसलिए जिला स्वास्थ्य समिति ने फैसला किया है कि निहा खान की सेवा को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया जाए तथा उनको दोषी मानते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज कराने की सस्तुति की जाती है।