आठ मंत्रियों के साथ धामी की शपथ ग्रहण में 10 भाजपाई मुख्यमंत्री भी
ऐसी है टीम धामी: सतपाल महाराज सबसे अमीर और बुजुर्ग, सबसे युवा सौरभ बहुगुणा के पिता और दादा रहे हैं मुख्यमंत्री
धामी मंत्रिमंडल में तीन नए चेहरों को मौका मिला है। इनमें पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा और बागेश्वर से जीते चंदन राम दास शामिल हैं।
पुष्कर सिंह धामी की नई टीम।
पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली। धामी के साथ आठ मंत्रियों को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और 10 अन्य भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवा निवृत्त) गुरूमीत सिंह ने शपथ दिलाई। नई कैबिनेट में पुराने और नए चेहरों का मिश्रण किया गया है। इसमें धामी के पुराने मंत्रिमंडल के पांच मंत्रियों को फिर से जगह मिली है। वहीं, पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रहे प्रेमचंद्र अग्रवाल को भी धामी कैबिनेट में शामिल किया गया है। नए चेहरों के रूप में सौरभ बहुगुणा और चंदन राम दास को भी इस कैबिनेट में शामिल किया गया है।
पिछली कैबिनेट से काफी अलग है धामी की नई टीम
पिछली बार जब धामी ने शपथ ली थी तो उनके साथ 11 विधायक मंत्री बनाए गए थे। इन 11 में से दो मंत्री हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य पार्टी छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। आर्य पिछले साल अक्टूबर में ही कांग्रेस में शामिल हो गए थे तो हरक सिंह रावत चुनाव के दौरान भाजपा छोड़ कांग्रेस में गए थे। बाकी नौ मंत्रियों में से स्वामी यतिश्वरानंद हरिद्वार ग्रामीण सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत से चुनाव हार गए थे।
बचे आठ मंत्रियों में से पांच को इस बार भी जगह मिली है। इनमें रेखा आर्य, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सतपाल महाराज और धन सिंह रावत शामिल हैं। वहीं, तीन मंत्रियों अरविंद पांडेय, बिशन सिंह चुफाल और बंशीधर भगत को नई कैबिनेट में जगह नहीं मिली। इनकी जगह तीन नए चेहरे मंत्रिमंडल का हिस्सा होंगे।
तीन नए चेहरों को मिली जगह
धामी मंत्रिमंडल तीन नए चेहरों को मौका मिला है। इनमें पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल सबसे अहम हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा को भी धामी कैबिनेट में जगह मिली है। 43 साल के बहुगुणा और रेखा आर्या धामी कैबिनेट के सबसे युवा चेहरे हैं। सौरभ सितारगंज से जीतकर लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। सौरभ के दादा हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। बागेश्वर से जीते चंदन राम दास को भी कैबिनेट में जगह मिली है। दास लगातार चौथी बार विधायक बने हैं।
धामी कैबिनेट के सभी मंत्री करोड़पति
मुख्यमंत्री समेत धामी कैबिनेट में शामिल सभी मंत्री करोड़पति हैं। पहली बार मंत्री बनाए गए चंदन राम दास के पास सबसे कम 1.24 करोड़ रुपये की संपत्ति है। सबसे कम संपत्ति वाले मंत्रियों में सुबोध उनियाल दूसरे और धन सिंह रावत तीसरे नंबर पर हैं। उनियाल के पास कुल 1.61 करोड़ रुपये और धन सिंह रावत के पास 2.67 करोड़ रुपये की संपत्ति है। सबसे अमीर मंत्री चौबट्टाखाल से जीते सतपाल महाराज हैं। महाराज के पास कुल 87.34 करोड़ रुपये की संपत्ति हैं। धामी कैबिनेट की इकलौती महिला मंत्री रेखा आर्य के पास 25.20 करोड़ रुपये की संपत्ति है। रेखा सबसे अमीर मंत्रियों में दूसरे नंबर पर हैं। धामी कैबिनेट की औसत संपत्ति 16 करोड़ रुपये है। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास 3.34 करोड़ रुपये के संपत्ति है।
कैबिनेट की औसत उम्र करीब 56 साल
धामी कैबिनेट की औसत उम्र 55.9 साल है। मुख्यमंत्री धामी समेत तीन मंत्री 50 साल से कम उम्र के हैं। कैबिनेट की अकेली महिला मंत्री रेखा आर्य और सौरभ बहुगुणा 43 साल के हैं तो मुख्यमंत्री धामी की उम्र 46 साल है। 50 से 60 साल के मंत्रियों में केवल 52 साल के धन सिंह रावत हैं। बाकी पांच मंत्री 60 साल से अधिक उम्र के हैं। सतपाल महाराज कैबिनेट के सबसे अमीर मंत्री होने के साथ ही सबसे बुजुर्ग मंत्री भई हैं। महाराज की उम्र 70 साल है।
कितनी पढ़ी-लिखी है धामी कैबिनेट?
गणेश जोशी कैबिनेट के सबसे कम पढ़े लिखे मंत्री हैं। जोशी सिर्फ 10वीं पास हैं। सतपाल महाराज 12वीं पास हैं। चंदन राम दास स्नातक हैं। वहीं, मुख्यमंत्री समेत चार मंत्री परास्नातक हैं। धन सिंह रावत कैबिनेट के सबसे पढ़े लिखे मंत्री हैं। रावत ने पीएचडी की है। वहीं, सौरभ बहुगुणा ने एलएलबी की है।
धामी मंत्रिमंडल में बागेश्वर MLA चंदन राम दास को मिली जगह, 2007 से लगातार जीते चुनाव
बागेश्वर से विधायक चंदन राम दास ने आज मंत्री पद की शपथ ली. 12 साल बागेश्वर जिले से किसी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. चंदन राम दास लगातार 2007 से विधायक चुने जाते आ रहे हैं.
बागेश्वर के चार बार के विधायक चंदन राम दास पहली बार उत्तराखंड कैबिनेट में शामिल हो गए हैं. उन्होंने आज पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ली. चंदन राम दास बागेश्वर सीट से चौथी बार विधायक बने हैं. उन्होंने 2007 में अपना पहला चुनाव लड़ा और बागेश्वर सीट से ही विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे. इसके बाद चंदन राम दास लगातार विधायक चुनते आ रहे हैं.
मंत्री चंदन राम दास अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट विधान सभा के बिचलादौरा विकासखंड के ग्राम कांडे सुरईखेत पट्टी में 10 अगस्त 1957 में जन्मे चंदन राम दास के पिता का नाम स्वर्गीय रतन राम व माता का का नाम स्वर्गीय पार्वती देवी था. चंदन राम दास की प्राथमिक शिक्षा ग्राम कांडे में ही हुई. माध्यमिक व उच्च शिक्षा एमबी इंटर कॉलेज व एमबी डिग्री कॉलेज हल्द्वानी नैनीताल में हुई. चंदन राम दास के 2 पुत्र व 2 पुत्रियां हैं.राजनीतिक सफरः मंत्री चंदन राम दास ने उच्च शिक्षा ग्रहण कर खादी ग्रामोद्योग आयोग मुंबई के नासिक से 1 वर्षीय प्रबंधकीय डिप्लोमा लेकर खादी व ग्रामोद्योग के माध्यम से 1980 में बागेश्वर आकर विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से सामाजिक क्षेत्र से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. 1980 से 1997 तक विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के साथ जुड़कर शिक्षा के क्षेत्र में समाज कल्याण के क्षेत्र में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग के लिए संघर्ष किया. इसी के फल स्वरुप 1997 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नगर पालिका परिषद बागेश्वर के अध्यक्ष के रूप में चुनाव जीता. 5 साल बागेश्वर में अभूतपूर्व कार्य किए, जिसे आज भी लोग याद करते हैं
2007 में लड़ा पहली बार विधानसभा चुनावः 2007 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री को 5890 मतों से हराकर पहली बार विधायक बने. इसके बाद 2009 में विधानसभा प्राकलन समिति के अध्यक्ष बने. वहीं, 2010 में सरकार में संसदीय सचिव समाज कल्याण व सिंचाई कैबिनेट मंत्री स्तर का दायित्व भी संभाला. 2012 के विधानसभा चुनाव में क्षेत्र में अविरल जनता से जुड़ाव ऐतिहासिक विकास कार्यों की बदौलत लगातार दूसरी बार बागेश्वर विधानसभा से चुनाव जीते.
वहीं, 2014-15 में दो बार विधानसभा की अनुसूचित जाति समिति के अध्यक्ष रहे. 2017 में उन्हें तीसरी बार 14567 मतों से भारी अंतर से विजयी रहे. वहीं, इस बार 2022 में उन्हें चौथी बार 12141 वोटों के अंतर से कांग्रेस के प्रत्याशी रंजीत दास को हराकर विजय हासिल की. ऐसे में अब विधायक चंदन राम दास को धामी मंत्रिमंडल में जगह मिली