एम्बूलैंस ने मांगें 80 हजार,सील,जिलाधिकारी हरिद्वार ने तय किए रेट
उत्तराखंड › 36 घंटे फ्रीजर में रखने के बाद शव को तीन किमी दूर श्मशान घाट तक पहुंचाने के कितने रुपये, सुन कर चौंक जाएंगे आप
36 घंटे फ्रीजर में रखने के बाद शव को तीन किमी दूर श्मशान घाट तक पहुंचाने के कितने रुपये, सुन कर चौंक जाएंगे आप
हरिद्वार 02 मई| हरिद्वार में छत्तीस घंटे शव को फ्रीजर में रखने और तीन किलोमीटर दूर चंडी घाट श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस चालक ने 80 हजार रुपये मांग लिए। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने एम्बुलेंस को सीज कर दिया है। पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही थी। पुलिस के मुताबिक, दीप गंगा अपार्टमेंट सिडकुल निवासी भेल के रिटायर्ड एजीएम कोरोना से ग्रसित थे। गुरुवार दोपहर उनका देहांत हो गया। पत्नी ने शव को एम्बुलेंस के फ्रीजर में रखवा दिया। इसके लिए 24 हजार नगद एम्बुलेंस चालक को दिए गए।
एजीएम का बेटा विदेश में नौकरी करता है। बेटे के इंतजार के लिए शव को फ्रीजर में रखा गया था। शनिवार को बेटा हरिद्वार पहुंचा और जिला अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस से पिता के शव को चंडीघाट स्थित श्मशान घाट लेकर पहुंचा। घाट पर पहुंचते ही एम्बुलेंस चालक ने 56 हजार रुपये की डिमांड कर दी। यह सुन बेटा दंग रह गया और अंत्येष्टि में शामिल लोगों ने एंबुलेंस चालक से बात की, पर चालक अड़ गया।
तभी किसी काम से एसडीएम गोपाल चौहान घाट पर आए हुए थे। लोगों ने उन्हें मामले की जानकारी दी। एसडीएम ने आरटीओ को मौके पर बुला एम्बुलेंस को सीज करने के आदेश दे दिए। एसएसआई नंदकिशोर गवारी ने बताया कि एम्बुलेंस को सीज किया गया है। लिखित शिकायत मिलते ही पुलिस मुकदमा दर्ज कर देगी।
हरिद्वार में जिलाधिकारी ने किया एंबुलेंस का किराया तय
धर्मनगरी में एंबुलेंस चालकों के मनमाना किराया वसूलने के बाद जिलाधिकारी सी रविशंकर ने एंबुलेंस का किराया तय कर दिया है। ऑक्सीजन एंबुलेंस, एसी एंबुलेंस और आइसीयू एंबुलेंस का अलग अलग किराया तय किया गया है। अधिक किराया वसूलने वालों के खिलाफ प्रशासन की ओर से पुलिस कार्रवाई कराई जाएगी। 15 किलोमीटर का 800 रुपये का किराया एक ओर का तय किया गया है।
हमने पिछले दिनों से हरिद्वार में एंबुलेंस चालकों के मनमाना किराया वसूलने की खबर को प्रमुखता से उठाया था। शनिवार की रात को जिलाधिकारी सी रविशंकर ने इस पर संज्ञान लिया है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि ऑक्सीजन के साथ एंबुलेंस का न्यूनतम किराया 15 किलोमीटर का 800 रुपये तय किया गया है। एंबुलेंस को प्रतीक्षा करनी पड़ी तो इसके लिए 200 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से प्रतीक्षा भाड़ा देना होगा। वहीं 15 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने पर 18 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया तय किया गया है।
एसी एंबुलेंस का न्यूनतम किराया 15 किलोमीटर का 1200 रुपये घंटा तय किया गया है। इसके पश्चात 250 रुपये प्रति घंटे का प्रतीक्षा भाड़ा। और 15 किलोमीटर से अधिक एंबुलेंस के जाने पर 20 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से निर्धारित किया गया है। आइसीयू एंबुलेंस का न्यूनतम किराया 15 किलोमीटर का 3000 रुपये तय किया है। नर्सिंग स्टाफ के साथ 4 हजार और चिकित्सक के साथ एंबुलेंस में 6 हजार तय किया गया है। 15 किलोमीटर से अधिक दूरी पर 50 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया तय किया गया है। किराया का रेट एकतरफा का तय किया गया है। आने और जाने का किराया दोगुना हो जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि मनमाना किराया वसूलने पर पुलिस या फिर प्रशासन को शिकायत की जा सकती है। शिकायत मिलते ही तत्काल कार्रवाई की जाएगी।