राजनीति साध गया अमित शाह का आधा-अधूरा उत्तराखंड प्रवास
Uttarakhand Politics: चुनावी तैयारियों को गति देने के निर्देश दे गए अमित शाह
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह चुनावी तैयारियों को गति देने के निर्देश दे गए। समय की कमी और स्वास्थ्य कारणों से उनकी प्रदेेश पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक तथा कोर ग्रुप बैठक निरस्त करनी पड़ी।
देहरादून 30 अक्तूबर। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के समय की कमी और स्वास्थ्य कारणों से प्रदेश पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक तथा कोर ग्रुप की बैठक के कार्यक्रम निरस्त करने पड़े। हालांकि, भाजपा मुख्यालय में शाह ने भोजन से पहले संक्षिप्त मुलाकात में पार्टी पदाधिकारियों को चुनावी तैयारियों में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने इन दिनों अपने बयानों से चर्चा बटोर रहे कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के साथ ही सतपाल महाराज व पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के साथ भोजन के दौरान बातचीत कर चर्चाओं को विराम देने की कोशिश की।
शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान देहरादून में तीन कार्यक्रम प्रस्तावित थे। इसमें घस्यारी योजना लांचिंग व जनसभा के बाद प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक और कोर ग्रुप की बैठक का कार्यक्रम था। शाह के कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11.25 से होनी थी लेकिन वह इस कार्यक्रम में एक घंटे विलंब से पहुंचे। यहां केंद्रीय गृह मंत्री दोपहर 1.55 बजे तक रहे। इस कारण प्रदेश पदाधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों की बैठक स्थगित हो गई। केंद्रीय गृह मंत्री ने कार्यक्रम स्थल से सीधे भाजपा मुख्यालय पहुंच पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सभी से चुनावी तैयारियों को गति देने और उत्साहपूर्वक कार्य करने को कहा। यहां 35 मिनट तक रहने के बाद वह हरिद्वार रवाना हो गए।
बहुगुणा, हरक व सतपाल को बुलाया
पार्टी मुख्यालय में कोर ग्रुप की बैठक के बाद दोपहर भोज था। कोर ग्रुप की बैठक स्थगित होने से कोर ग्रुप में शामिल सदस्य अपने-अपने आवास चले गए। दोपहर भोज में चुनिंदा नेता ही आमंत्रित थे। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत के बारे में जानकारी ली। दोनों को तुरंत मुख्यालय बुलाया गया, जहां केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हरक सिंह रावत, सतपाल महाराज व विजय बहुगुणा भोजन की टेबल पर बैठे।
सूत्रों की मानें तो ऐसा कर केंद्रीय मंत्री ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। इसका असर हरक सिंह रावत के मीडिया को दिए बयान में नजर भी आया। उन्होंने कहा कि अमित शाह के भीतर सबको साथ लेकर चलने की खूबी है। वह जानते हैं कि किस को साथ लेकर चलना है, किससे कितना काम लेना है। कैसे किसी को अच्छा लगता है। उन्हें आगे बातचीत करने को भी कहा है।
महाराज, बहुगुणा और हरक सिंह रावत को घर से बुलाया
सहकारिता विभाग के कार्यक्रम और जनसभा में ज्यादा वक्त लगने और स्वास्थ्य कारणों से शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रदेश पदाधिकारियों और कोर ग्रुप की बैठकें टालनी पड़ीं। संगठन के आग्रह पर वह प्रदेश पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने करीब 40 मिनट बिताए। पार्टी पदाधिकारियों के साथ बेहद सहजता से फोटो भी खिंचाई।
स्वास्थ्य कारणों से टली कोर कमेटी बैठक
शाह को जनसभा के बाद सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार जाना था। वहां प्रदेश पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करनी थी। लेकिन स्वास्थ्य कारणों से शाह को यह बैठक टालनी पड़ी।
मिजाज से बेहद सख्त दिखाई देने वाले शाह शनिवार को अलग अवतार में दिखे। पार्टी दफ्तर में उनकी टेबल पर भोजन परोस दिया गया था। लेकिन शाह की आंखें कुछ प्रमुख नेताओं को तलाश रही थीं। उन्होंने प्रदेश कार्यालय महामंत्री कुलदीप कुमार और सहकारिता मंत्री डॉक्टर धनसिंह रावत से पूछा कि पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह, विजय बहुगुणा, सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत कहां हैं। उन्होंने तत्काल सभी को पार्टी कार्यालय बुलाने के निर्देश दिए।
दोनों नेताओं ने फोन करके सभी से पार्टी कार्यालय पहुंचने का अनुरोध किया। जब तक वे सभी नहीं पहुंचे , शाह ने भोजन शुुुरू नहीं किया। उनके पहुंचने के बाद शाह ने भोजन गर्म कराया और फिर ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने भोजन की टेबल पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत और उमेश काऊ से चर्चा भी की। वह बहुगुणा से भी मिले।
हरीश रावत को खुली चुनौती देकर चुनावी शंखनाद कर गए अमित शाह
इस दौरान उन्होंने बैठक के लिए आए जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों को भी पार्टी कार्यालय बुलाने को कहा। वे सब वहां पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शाह के साथ फोटो खिंचाई। मिजाज से सख्त शाह आज अलग मूड में थे। वह कार्यकर्ताओं के संग फोटो खिंचाते समय काफी सहज दिखे।
शाह की लंच डिप्लोमेसी की चर्चाएं
उत्तराखंड की सियासी हवाओं में तैर रही दलबदल की चर्चाओं के बीच केंद्रीय गृह मंत्री शाह की प्रदेश पदाधिकारियों और कोर ग्रुप की बैठकों को बेहद अहम माना जा रहा था। संभावना थी कि बैठकों में शाह दलबदल और असंतुष्ट विधायकों को लेकर केंद्रीय नेतृत्व की भावना से संगठन नेताओं को साफ़ संदेश देंगे। लेकिन बैठकें टल गईं। जिस अंदाज में शाह ने बहुगुणा, महाराज, हरक, उमेश को पार्टी कार्यालय बुलवा उनके संग भोजन किया, उसे लंच डिप्लोमेसी के तौर पर देखा जा रहा है।राजनीतिक मर्मज्ञों का मानना है कि शाह ने भोजन की टेबल से खास संकेत देने की कोशिश की है।
शाह ने याद किया, अपनेपन का एहसास कराया: हरक
कैबिनेट मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत ने कहा कि कोर ग्रुप की बैठक स्थगित होने से हम चले गए थे। लेकिन फिर पार्टी कार्यालय से फोन आया कि अमित शाह ने याद किया है। महाराज, बहुगुणा व अन्य साथी पार्टी कार्यालय पहुंचे। हरक ने कहा कि अमित शाह उत्तराखंड की भावना समझते हैं। वह अच्छे रणनीतिकार हैं। उनमें सबको साथ लेकर चलने की भावना और कौशल है। किससे कितना काम लेना है, किसको प्रोत्साहित करना हैै,उन्हें पता है। वह उत्तराखंड की राजनीतिक संवेदनशीलता समझते हैं। उन्होंने मुझसे कहा है कि आगे बातचीत करेंगें। शाह ने अपनेपन से सभी उत्साहित हैं।
उत्तराखंड में राजनीतिक प्रदूषण न फैलाएं : बहुगुणा
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने राजनीतिक दलों से अपील की कि वह राजनीतिक प्रदूषण न फैलाएं। राजनीति में कटुता नहीं होनी चाहिए। बहुगुणा प्रदेश पार्टी कार्यालय में मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेेशा चुनावी राजनीति नहीं करती है। पांच साल गोष्ठियां और कार्यक्रम करती है। कांग्रेस चुनावी राजनीति ही करती रहती है। वहां संगठन नहीं है। मेरा सभी राजनीतिक दलों सेे अनुुुरोध है कि प्रदूषण न फैलाएं। सबका आदर्श है राज्य अच्छा हो। आपस में बात करें, लेकिन कटुता न हो। कोर ग्रुप की बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि लंच पर चर्चा हो गई। दो महीने के कार्यक्रम आ रहे हैं।
हरीश रावत को खुली चुनौती दे चुनावी शंखनाद कर गए अमित शाह
एक दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को खुली चुनौती दी । इसी के साथ उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव का शंखनाद भी हो गया ।
शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपनी सरकार के समय के घोषणा पत्र पर कितना काम किया है, इस पर किसी भी चौराहे पर चर्चा को तैयार हैं। शाह ने रावत को खुली बहस की चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में किए गए लगभग 85 प्रतिशत वादे पूरे किए हैं।
अमित शाह ने बोला हमला, कहा- कांग्रेस वादाखिलाफ पार्टी
अमित शाह ने घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ और राज्य की 670 बहुद्देश्यीय सहकारी समितियों के कंप्यूटराइजेशन का उद्घाटन किया।
अमित शाह का देहरादून दौरा
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में फिर भाजपा की सरकार बनेगी। मुख्यमंत्री धामी काफी मेहनत कर रहे हैं। उत्तराखंड विकास की राह पर चल रहा है। उत्तराखंड ने चार वर्षों में समग्र विकास देखा है।
अमित शाह का देहरादून दौरा
भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। कई बड़ परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
अमित शाह का देहरादून दौरा
अमित शाह का देहरादून दौरा