आनंदना-कोकाकोला इंडिया फाउंडेशन और इंडो डच होर्टिकल्चर ने उत्सव मनाया प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल का

आनंदना- कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन और इंडो-डच हॉर्टिकल्चर ने उत्तराखंड में प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल की सफलता का उत्सव मनाया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से लिया भाग

~ किसानों के अथक प्रयासों को मान्यता देने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया~
 ~ बागवानी किसानों को खेती में सुधार, पैदावार बढ़ाने और आय के अवसरों का विस्तार करने में मदद की गई ~

L to R: Shri. Rajiv Gupta, Director, Coca-Cola India Foundation, Shri. Suresh Joshi, Spokesperson BJP, Smt. Jyoti Rai, Chairman, District Council Champawat, Shri. Prakash Tiwari, Representative CM, Shri. Nirmal Mehra, President, BJP Champawat, Smt. Rekha Devi, Block Pramukh, Champawat

चंपावत,( उत्तराखंड,) 29 जुलाई 2024: सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के एक महत्वपूर्ण समारोह में, आनंदना – कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन ने इंडो-डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज के साथ साझेदारी में उत्तराखंड के चंपावत में प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल के माध्यम से किसानों के अथक प्रयासों को मान्यता दी। इस कार्यक्रम में 10 किसानों को सस्टेनेबल एग्रीकल्चर तकनीकों को अपनाने के उनके समर्पण के लिए सम्मानित किया गया, और स्थानीय कृषि पर इन प्रथाओं के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी ने इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया और श्री राजीव गुप्ता, निदेशक, कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन, श्री सुरेश जोशी, प्रवक्ता भाजपा, श्रीमती ज्योति राय, अध्यक्ष, जिला परिषद चंपावत, श्री प्रकाश तिवारी, मुख्यमंत्री प्रतिनिधि, श्री निर्मल मेहरा, अध्यक्ष, भाजपा चंपावत, श्री नवनीत पांडे, जिला मजिस्ट्रेट, श्रीमती रेखा देवी, ब्लॉक प्रमुख, चंपावत और श्री सुधीर चड्ढा, निदेशक, इंडो-डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज जैसे गणमान्य व्यक्ति समारोह में व्यक्तिगत रूप से शामिल हुए।
उत्तराखंड के  मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “मैं आनंदना-कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन और इंडो-डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज की उनके प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल हेतु चंपावत को अपनाने के लिए सराहना करता हूं। इस पहल की सफलता का श्रेय यहां के लोगों के प्रयासों को जाता है और मैं इसे संभव बनाने के लिए उन सभी को बधाई देता हूं। यह असाधारण है कि सेब के बागों में सिर्फ 20 महीनों में ही फल लग गए हैं। इस तरह की पहल न केवल किसानों के विकास में योगदान देती है बल्कि राज्य में पलायन की समस्या को दूर करने में भी मदद कर सकती है। मैं कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन से आग्रह करता हूं कि वे आदर्श चंपावत और आदर्श उत्तराखंड के सपने को साकार करने के लिए अन्य फलों के उत्पादन में विविधता लाते हुए सेब उत्पादन में योगदान देना जारी रखें।”
चंपावत में प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल के शुभारंभ पर, किसानों को खेती के लिए 250 से अधिक पेड़ पौधे प्रदान किए गए। 20 महीनों के बाद, प्रत्येक पेड़ 5 किलोग्राम से अधिक फल पैदा करता है, जो परियोजना की उल्लेखनीय सफलता को दर्शाता है। इस उपलब्धि ने क्षेत्र में अन्य फलों की खेती के लिए नए अवसर खोले हैं। चंपावत को एक प्रभावशाली कृषि केंद्र में बदलने की दृष्टि से, स्थानीय प्राधिकरण, कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन और इंडो-डच बागवानी प्रौद्योगिकी किसानों को व्यापक समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन के निदेशक राजीव गुप्ता ने कहा, “प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल की सफलता स्थायी प्रथाओं के माध्यम से कृषक समुदायों को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह परियोजना हमारी बड़ी फ्रूट सर्कुलर इकोनॉमी इनिशिएटिव का हिस्सा है, और इस का उद्देश्य खराब प्रौद्योगिकी और कम उत्पादकता जैसी चुनौतियों के हल निकाल कर किसानों का उत्थान करना है। उन्नत बागवानी समाधान प्रदान करके, हम न केवल किसानों की आजीविका को बढ़ा रहे हैं और भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण में योगदान दे रहे हैं, बल्कि बेहतर फसल उत्पादन के माध्यम से आर्थिक समृद्धि भी ला रहे हैं।”
इंडो-डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज के निदेशक सुधीर चड्ढा    ने कहा, “प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल ने उत्तराखंड में सेब की खेती में क्रांति ला दी है, जिससे किसान नवीन कृषि पद्धतियों के माध्यम से ‘आत्मनिर्भर’ बन गए हैं। यह सफल पहल, हमारी कंपनी और कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन का एक संयुक्त प्रयास है, जिसने राज्य में सेब की उत्पादकता और उपज को बढ़ाया है और सतत विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।”
2018 में शुरू की गई परियोजना उन्नति एप्पल – आनंदना, कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन ने इंडो-डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (आईडीएचटी) के साथ (कार्यान्वयन भागीदार के रूप में) मिलकर किसानों की आजीविका को बेहतर बनाने के लिए उन्हें उन्नत कृषि तकनीकें प्रदान करके और उन तकनीकों में शिक्षित करके काम किया। किसान समुदायों की भलाई सुनिश्चित करने, पैदावार में सुधार करने और प्राकृतिक संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने के लिए, आनंदना ने क्षेत्र में सेब की खेती और किसानों की आय बढ़ाने में बड़ी सफलता पायी है।

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