अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के 15 राज्यों में 8,000+ नंद घर महिलाओं-बच्चों के समग्र विकास में निभा रहे भूमिका
महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास में भूमिका निभा रहा नंद घर कार्यक्रम
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की प्रमुख पहल नंद घरों की संख्या अब 15 राज्यों में 8,000 से अधिक
पंतनगर 06 अप्रैल2025। । अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की प्रमुख पहल नंद घर ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर 8,044 आँगनवाड़ियों को महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास को आधुनिक केंद्रों में परिवर्तित किया है। यह पहल भारत के 15 राज्यों में संचालित है। नंद घर के माध्यम से अब तक 3 लाख से अधिक बच्चों और 2 लाख महिलाओं को प्रारंभिक बाल शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और कौशल विकास की सुविधाओं का लाभ मिला है।
नंद घर पारंपरिक आँगनवाड़ियों का आधुनिक रूप हैं, जो उन्नत सुविधाओं से परिपूर्ण हैं। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही यहाँ स्मार्ट शिक्षा उपकरण, इंटरएक्टिव ई-लर्निंग मॉड्यूल, बाला डिजाइन और स्मार्ट टीवी जैसी सुविधाएँ भी दी जाती हैं, ताकि 3-6 साल के बच्चों के लिए सीखने की प्रक्रिया को रोचक बनाया जा सके। नंद घर महिला सशक्तिकरण को भी मजबूत बना रहा है, इससे महिलाएं प्रति माह औसतन ₹10,000 तक की आय अर्जित करने में सक्षम हो रही हैं।
इस वर्ष मार्च में अनिल अग्रवाल फाउण्डेशन ने गर्वपूर्वक महाराष्ट्र के पहले नंद घरों का उद्घाटन किया, जिसमें ठाणे में 25 नए केंद्रों की शुरुआत की गई। अपनी पहुंच को और विस्तारित करते हुए, फाउंडेशन दो वर्षों में राजस्थान में 20,000 और नंद घर स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह पहल भारत सरकार के महिला और बाल विकास के ष्टिकोण के अनुरूप है। पूरे देश में 14 लाख से आँगनवाड़ी केंद्र 7 करोड़ से ज्यादा बच्चों को सेवाएँ दे रहे हैं। हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और वेदांता लिमिटेड की नन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, प्रिया अग्रवाल हेब्बर, ने कहा कि, 8,000 नंद घरों की यात्रा हमारे इस संकल्प को दर्शाती है कि हम जमीनी स्तर पर जीवन में बदलाव लाने के लिए तत्पर हैं। शशि अरोड़ा, नंद घर के सीईओ, ने कहा कि, नंद घर में, हमारा उद्देश्य सिर्फ आँकड़ों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन जिंदगियों में बदलाव लाना है, जो हमारे संपर्क में आती हैं।