अनिल देशमुख का गृहमंत्री पद से इस्तीफा, मुंबई के पूर्व CP परमबीर सिंह ने लगाया था वसूली का आरोप
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख. (फाइल फोटो)
अनिल देशमुख ने गृहमंत्री पद से दिया इस्तीफा, मुंबई के पूर्व CP परमबीर सिंह ने लगाया था वसूली का आरोप
बता दें कि कुछ देर पहले ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने CBI को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की 15 दिनों के भीतर प्रारंभिक जांच शुरू करने के लिए कहा है.
मुंबई 05 . मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोपों में घिरे महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. देशमुख ने मुख्यमंत्री को दिए अपने इस्तीफे में कहा है कि बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद उनका गृह मंत्री के पद पर बने रहना उचित नहीं है इसलिए वह अपना इस्तीफा सौंप रहे हैं. बता दें कि कुछ देर पहले ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने CBI को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की 15 दिनों के भीतर प्रारंभिक जांच शुरू करने के लिए कहा है.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शरद पवार और पार्टी नेताओं से मुलाकात कर कहा कि वह अपने पद पर नहीं रहना चाहते हैं. वह अपना इस्तीफा सौंपने के लिए मुख्यमंत्री के पास गए थे. पार्टी ने मुख्यमंत्री से उनका इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध किया है.
सूत्रों के मुताबिक दिलीप वलसे पाटिल नए गृहमंत्री हो सकते हैं. वलसे शरद पवार के काफी करीब हैं. वहीं देशमुख के पास एक्साइज डिपार्टमेंट भी था. सूत्रों के मुताबिक यह विभाग अजित पवार के पास जा सकता है. वहीं जयंत पाटिल, छगन भुजबल, राजेश टोपे का नाम भी नए गृहमंत्री के तौर पर आगे चल रहा है.
बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने जिस तरह से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उसके बाद से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आया हुआ था. परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा था कि गृह मंत्री देशमुख ने हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली की डिमांड रखी थी. हालांकि परमबीर सिंह के आरोपों को अनिल देशमुख ने खारिज कर दिया था और राज्य के मुख्यमंत्री से सभी आरोपों की जांच करने को कहा था. उन्होंने कहा कि जब आरोपों की जांच होगी तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
बता दें कि इस मामले में आज बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी. मामले की सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा, क्योंकि अनिल देशमुख गृहमंत्री हैं इसलिए पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर पाएगी. ऐसे में इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाती है.
परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर क्या लगाए आरोप
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने दावा किया है कि अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को 100 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट दिया था. परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि 100 करोड़ रुपये टारगेट को पूरा करने के लिए मुंबई के बार, पब और रेस्टोरेंट से वसूली करने को कहा गया था. चिट्ठी के मुताबिक, इस टारगेट पर सचिन वाझे ने कहा था कि वो 40 करोड़ रुपये तो पूरा कर सकते हैं लेकिन 100 करोड़ बहुत ज्यादा है. परमबीर सिंह ने दावा किया कि 100 करोड़ का टारगेट पूरा करने के लिए अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को दूसरे तरीके ईजाद करने के लिए कहा था.