गोदियाल के रिश्वत आरोप से नाराज़ एएनएम का कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन
ANM PROTEST AGAINST GANESH GODIYAL AT CONGRESS HEADQUARTER IN DEHRADUN
नर्सिंग भर्ती प्रक्रिया पर गणेश गोदियाल ने उठाए सवाल, ANM कार्यकर्ताओं का कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन
बदरी केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने नर्सिंग भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाया और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत पर गंभीर आरोप लगाया था. साथ ही एएनएम भर्ती प्रक्रिया मामले में जांच की मांग की थी. जिसके विरोध में आज एएनएम ने कांग्रेस मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया.
देहरादून 08 जुलाई: बदरी केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई दी. उन्होंने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत पर नर्सिंग भर्ती घोटाले में संलिप्त होने का आरोप लगाया. जिसके विरोध में एएनएम ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पर प्रदर्शन किया.
बता दें कि गणेश गोदियाल ने नर्सिंग भर्ती को लेकर स्वास्थ्य मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए. गोदियाल ने पिछले दिनों एक वीडियो मीडिया को दिखाया था, जिसमें एक महिला ने नर्सिंग भर्ती के लिए धन सिंह रावत पर अभ्यर्थियों से 50-50 हजार रुपए लेने के आरोप लगाए. इस तरह तीन करोड़ की राशि भर्ती के बदले धन सिंह रावत द्वारा लेने का आरोप लगाया.
एएनएम ने कांग्रेस मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
गोदियाल ने नर्सिंग भर्ती मामले में उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की है. इसी को लेकर आज एएनएम ने कांग्रेस के खिलाफ हल्ला बोल दिया. बड़ी संख्या में एएनएम ने कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचकर गणेश गोदियाल के बयान का विरोध किया. एएनएम मधु जोशी ने कहा भर्ती प्रक्रिया में किसी को व्यवधान नहीं उत्पन्न करना चाहिए. बीते 12 सालों से वह बेरोजगार हैं, और रोजगार पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं. ऐसे में विपक्ष को आरोप लगाने की बजाय हमारा साथ देना चाहिए.
वहीं, विरोध कर रही एएनएम को कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र शाह ने समझाने का प्रयास किया और उन्हें आश्वस्त किया कि गणेश गोदियाल का वक्तव्य कहीं पर भी ऐसा नहीं था, जिससे एएनएम चयन प्रक्रिया पर कोई आंच आए. उन्होंने कहा सरकार को सीमित समय के अंदर तत्काल प्रभाव से एएनएम भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए, जिससे इन्हें रोजगार मिल सके.राजेंद्र शाह ने कहा कि गणेश गोदियाल ने जिस वीडियो का आधार बनाया है, उस वीडियो में दिखाई दे रही महिला का कहना है कि मेरे से गलत बयानबाजी करवाई गई, इसलिए अब उस महिला ने यदि गलत बयानबाजी की है तो उस महिला को भी माफी मांगनी चाहिए और भर्ती प्रक्रिया पर कहीं रोक नहीं लगनी चाहिए.
गौरतलब है कि बीते रोज एक महिला का वीडियो वायरल हुआ था. जिसका आधार बनाते हुए गणेश गोदियाल ने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत पर नर्सिंग भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया और उसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी. जिसके विरोध में कई एएनएम कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पहुंची और गणेश गोदियाल के बयान पर विरोध जताया.
Ganesh Godiyal Demanded SIT Probe Into The Allegations Leveled By Member Of BKTC
बीकेटीसी सदस्य के आरोपों को गोदियाल ने बताया झूठ, कहा- मुख्यमंत्री आवास के बाहर दूंगा धरना
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बीकेटीसी के सदस्य की ओर से उन पर लगाए गए आरोपों को लेकर कल कहा था कि यदि एक सप्ताह में जांच शुरू नहीं हुई तो वह सीएम आवास के सम्मुख धरना देने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलकर पत्र के माध्यम से स्वयं पर लगे आरोपों सहित उनकी ओर से मंत्री पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग करेंगें।
गणेश गोदियाल – फोटो : googl
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बीकेटीसी के सदस्य की ओर से उन पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच एसआईटी या उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश की देखरेख में गठित कमेटी से कराए जाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने सहकारिता, उच्च शिक्षा और चिकित्सा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत पर लगे आरोपों की जांच की मांग भी की।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर वह मुख्यमंत्री को पत्र सौंप रहे हैं। यदि एक सप्ताह में जांच शुरू नहीं हुई तो वह सीएम आवास के सम्मुख धरना देने को मजबूर होंगे। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में गोदियाल ने कहा कि मंदिर समिति के एक वर्तमान सदस्य की ओर से वर्ष 2012 से वर्ष 2017 के मध्य उनकी अध्यक्षता वाली मंदिर समिति पर विभिन्न अनियमितताओं के आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों की शिकायत विभागीय मंत्री से नहीं कर कैबिनेट मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत से कर जांच की मांग की गई है। मंत्री की ओर से जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं, जिसका वह स्वागत करते हैं।
वहीं, गोदियाल ने कहा कि उन्होंने सहकारिता, चिकित्सा, स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा विभाग में विभागीय मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत पर भी आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की थी, जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में न्याय सभी के लिए बराबर होना चाहिए। सार्वजनिक एवं राजनीतिक जीवन में यह आवश्यक है कि लगाए गए आरोपों पर दोहरा मापदंड नहीं अपनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलकर पत्र के माध्यम से स्वयं पर लगे आरोपों सहित उनकी ओर से मंत्री पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग करेंगे। गोदियाल ने अपने कार्यकाल में मंदिर समिति के माध्यम से कराए गए विभिन्न कार्यों का भी क्रमवार उल्लेख किया।
आरोप लगाने वाले पर करेंगे मानहानि का मुकदमा
गोदियाल ने कहा कि यदि वह जांच में दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। वह खुद राजनीति से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान वह समिति में अकेले विपक्षी पार्टी से थे, जबकि बाकि सारे सदस्य भाजपा के थे।
इस संबंध में कैबिनेट मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने कहा कि वह अभी अपने क्षेत्र में हैं। देहरादून लौटकर शीघ्र ही इस संबंध में अपनी बात मीडिया के सम्मुख रखेंगे। गणेश गोदियाल ने कहा कि उन पर आरोप लगाने वाले बीकेटीसी के सदस्य आशुतोष डिमरी के खिलाफ वह कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही वह अपने अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भेजने जा रहे हैं।
सहकारिता का पैसा शेयर मार्केट में डुबाने का आरोप
पूर्व पीसीसी अध्यक्ष गोदियाल ने आरोप लगाया कि सहकारिता विभाग का 31 करोड़ रुपये शेयर मार्केट में लगाया गया। ऐसी कंपनियों के शेयर खरीदे गए, जिनकी कीमत आज शून्य हो गई है।
हॉस्पिटल बंद हो गए, करोड़ों का भुगतान किया
गोदियाल ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयुष्मान योजना में ऐसे अस्पतालों को करोड़ों रुपये के बिलों का भुगतान किया गया, जो पहले ही बंद हो गए हैं। उन्होंने इस मामले में भी जांच की मांग की है। इसके अलावा नर्सिंग भर्ती के प्रकरण में भी अभ्यर्थियों से 50-50 हजार रुपये लेकर कुल तीन करोड़ रुपये मंत्रालय पहुंचाए जाने का भी आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने एक वीडियो भी दिखाया, जिसमें एक महिला मंत्री का नाम लेकर आरोप लगा रही है।