भारत विरोधी इकोसिस्टम की हिस्सा गायिका ने नकारा हिंदू विरोधी ट्वीट
‘हिन्दू की हत्या पर संभोग जैसा सुख’: प्रोपेगेंडाबाज गायिका ने अपने नाम से वायरल हो रहे ट्वीट को नकारा
कारालीसा मोंटेरियो के नाम से वायरल हो रहा ट्वीट
दिल्ली व उसके आसपास के इलाकों में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ के समर्थन में लगातार प्रोपेगेंडा फैला रही गायिका कारालीसा मोंटेरियो के नाम से एक ट्वीट सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस ट्वीट में लिखा है, “जब भी किसी हिन्दू की हत्या होती है, मुझे संभोग जैसा सुख प्राप्त होता है। मोदी भले कॉन्ग्रेस मुक्त भारत का सपना देखते हों, लेकिन हम जल्द ही हिन्दू मुक्त भारत बनाएँगे। आमीन।”
वायरल स्क्रीनशॉट के मुताबिक कारालीसा ने यह ट्वीट 1 जनवरी 2021 को किया था। हालॉंकि हमने जब उसके ट्विटर हैंडल पर सर्च किया तो इस तारीख को ऐसा कोई ट्वीट मौजूद नहीं था। आज (6 फरवरी 2021) उसने खुद ट्वीट कर इसे फेक बताया है और इसको लेकर शिकायत दर्ज कराने की बात कही है।
वायरल हो रहे ट्वीट का स्क्रीनशॉट
वैसे कारालीसा खुद फेक न्यूज फैलाने में माहिर है। इतना ही नहीं अपने दावों की पोल खुलने के बावजूद वह ट्वीट डिलीट तक नहीं करती।
उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अगस्त 2020 में तब फेक न्यूज़ शेयर की थी, जब कोरोना महामारी अपने चरम पर थी। उसने पीएम मोदी की एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें वो लॉन में बैठ कर अख़बार पढ़ रहे हैं और आसपास कुछ बत्तख घूम रहे हैं। उसने दावा किया था कि जब देश महामारी के संकट से जूझ रहा है, तब पीएम मोदी आराम फरमा रहे हैं।
असल में वह तस्वीर 2013 की थी, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। इसी तरह कारालीसा ने ऑपइंडिया को लेकर भी झूठे दावे किए थे। हाल ही में उसने ऑपइंडिया का एक फेक स्क्रीनशॉट शेयर किया था, जिसमें बताया गया था कि ग्रेटा थनबर्ग का असली नाम गजला भट्ट है, और वो एक कश्मीरी कारोबारी की बेटी है। वो स्क्रीनशॉट फर्जी थी और ऑपइंडिया ने कभी ऐसा कुछ लिखा ही नहीं।
कारालीसा ने एक और फेक न्यूज़ शेयर की थी कि जिसमें राफेल को लेकर चल रहे विवाद को लेकर दावा किया गया था कि हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के दावे को सार्वजनिक रूप से नकार दिया है। इसमें दावा किया गया था कि निर्मला ने HAL को राफेल एयरक्राफ्ट के निर्माण के लिए अयोग्य बताया था, जिसके जवाब HAL ने उन एयरक्राफ्ट्स की सूची बना कर दिए जो उसने बनाए थे। बाद में HAL ने इस खबर को फेक बताया था। दिलचस्प यह है कि 2018 का यह दावा फेक साबित होने के बावजूद आज तक उसके ट्विटर हैंडल पर मौजूद है।
अपने नाम से वायरल हो रहे ट्वीट को फेक करार देते हुए कारालीसा ने कहा है कि वह कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करती। उसने इस मामले में औपचारिक शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। साथ ही उद्धव कैबिनेट में कॉन्ग्रेस के मंत्री असलम शेख को टैग भी किया।
इस बात की भी गुंजाइश है कि ट्वीट कर उसने डीलीट कर दिया हो। लेकिन हमने Cache और अन्य तरीके से इसकी सत्यापन करने की कोशिश की और हम इस नतीजे पर पहुॅंचे की ये ट्वीट कभी किया ही नहीं गया था।
बता दें कि ‘किसान आंदोलन’ के बीच अंतरराष्ट्रीय प्रोपेगेंडा का बाजार गर्म है और रिहाना से लेकर ग्रेटा तक ने इसके लिए ट्वीट्स किए। खबर आई थी कि स्काईरॉकेट (Skyrocket), जो एक पीआर फर्म है और जिसका डायरेक्टर एक खालिस्तानी एमओ धालीवाल है, ने आंदोलन के पक्ष में ट्वीट करने के लिए पॉप स्टार रिहाना को 2.5 मिलियन डॉलर का भुगतान किया। भारतीय करेंसी में यह 18 करोड़ रुपए से अधिक है।