भारत विरोधी फंडिंग छाप ‘द प्रिंट’ मिनटों में किया डिलीट
भारत-विरोधी फंडिंग का खुलासा, The Print ने ‘गलती’ से छाप भी दिया… बाद में चुपके से किया डिलीट
शेखर गुप्ता
शेखर गुप्ता की वेबसाइट से रिपोर्ट को अप्रकाशित कर दिया गया है
बृहस्पतिवार (11 फरवरी) को ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म YouTube ने एक वायरल वीडियो को हटा दिया। इस वीडियो में ‘दी स्ट्रिंग’ नाम के एक यूट्यूब चैनल ने दावा किया था कि उसने जॉर्ज सोरोस जैसे विदेशियों की भारत-विरोधी षड्यंत्रों के लिए फंडिंग और उस फंडिंग से लाभ कमाने वालों को सामने रखा था।
इसके साथ ही, इस वीडियो में ग्रेटा थनबर्ग द्वारा सार्वजानिक की गई टूलकिट के तार मजहबी फैक्ट चेकर वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ से लेकर बरखा दत्त जैसे ‘निष्पक्ष और स्वतंत्र पत्रकारों’ से जुड़े भी बताए थे। स्ट्रिंग ने इस वीडियो के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपनी जान की सुरक्षा की भी माँग की थी।
इसके ठीक एक दिन बाद अब, शेखर गुप्ता के वेब पोर्टल ‘द प्रिंट’ ने बिना किसी विशेष कारण के जॉर्ज सोरोस और ग्रेटा वाली टूलकिट के मीडिया संस्थानों से लिंक को उजागर करने वाले वीडियो को हटाए जाने के सम्बन्ध में प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है।
‘दी प्रिंट’ से अप्रकाशित की गई रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट
YouTube द्वारा की गई मनमानी कार्रवाई के बाद, कई रिपोर्ट्स में यूट्यूब के इस कदम को उजागर किया गया था। इन्हीं में से एक, शेखर गुप्ता का ‘द प्रिंट’ भी था। हालाँकि, इस रिपोर्ट का कुछ हिस्सा ऑनलाइन सर्च इंजन गूगल में अभी भी सुरक्षित है और इसे देखा जा सकता है, लेकिन गुप्ता के प्रिंट की वेबसाइट पर जाने पर यह ‘एरर 404’ का सन्देश देता है।
सर्च इंजन में इस रिपोर्ट का हिस्सा अभी भी मौजूद है
हालाँकि, इसका कोई स्पष्ट कारण अभी तक भी सामने नहीं आ सका है कि ‘द प्रिंट’ ने एक ऐसी रिपोर्ट को किस कारण अप्रकाशित या फिर डिलीट कर दिया, जिसमें सोशल मीडिया के दिग्गजों द्वारा अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाए जाने की बात को रखा गया था। इस रिपोर्ट में जॉर्ज सोरोस की ‘एंटी-इंडिया फंडिंग’ और इस फंड से लाभ उठाने वाले मीडिया संस्थानों के बारे में बताने वाले वाले वीडियो का विस्तार से जिक्र किया गया।
टूलकिट का संबंध ऑल्ट न्यूज़ से बताने वाला वीडियो यूट्यूब ने किया डिलीट
अभिव्यक्ति की आजादी की बहस के बीच ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइट यूट्यूब ने ‘दी स्ट्रिंग’ (The String) नाम के एक चैनल का वीडियो डिलीट कर दिया है। ‘दी स्ट्रिंग’ ने हाल ही में चर्चा में आई ‘टूलकिट’ का वामपंथी मीडिया और ऑल्ट न्यूज़ जैसे कुछ स्वघोषित फैक्ट चेकर्स से संबंधों को उजागर करने का दावा किया था।
ट्विटर पर ‘द स्ट्रिंग’ (The String) ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया है कि यूट्यूब द्वारा उनका वीडियो डिलीट कर दिया गया है। ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किसान आन्दोलनों को लेकर ‘गलती से’ सार्वजानिक की गई एक ‘टूलकिट’ पर जारी विवाद को लेकर ‘दी स्ट्रिंग’ नाम के इस चैनल ने दावा किया था कि वो इस टूलकिट को लेकर खुलासे करेगा, जिनसे स्पष्ट होगा कि किस तरह से मजहबी फैक्ट चेकर वेबसाइट ‘ऑल्ट न्यूज़’ का भी इस टूलकिट से सम्बन्ध है। हालाँकि, इस वीडियो के प्रकाशित होने के कुछ देर बाद ही यह यूट्यूब द्वारा हटा दिया गया।
अपने ट्विटर अकाउंट से ‘दी स्ट्रिंग’ ने मंगलवार (फरवरी 09, 2021) को अपने इस वीडियो द्वारा अहम खुलासे करने की घोषणा करते हुए लिखा था, “आपका तथाकथित ‘देशभक्त’ मोहम्मद जुबैर वास्तव में एक भारत-विरोधी तत्व है, जो देशद्रोही है और वो लीक होने से पहले ही ग्रेटा थनबर्ग वाली टूलकिट साजिश का हिस्सा था। मेरे पास अपने दावे के बचाव में और इस दंगा भड़काने वाले को जेल भेजने के लिए पर्याप्त प्रमाण मौजूद हैं।”
यूट्यूब पर ‘दी स्ट्रिंग’ द्वारा पोस्ट किए गए इस वीडियो की शुरुआत में ही कुछ वामपंथी मीडिया गिरोहों का नाम लेते हुए इसके एंकर कहते हैं, “मुझे नहीं पता कि इस वीडियो को बनाने के बाद मुझे नहीं पता कि मैं जिन्दा रहूँगा या नहीं। लेकिन इसके लिए जो लोग जिम्मेदार होंगे उनके नाम साकेत गोखले, बरखा दत्त, मोहम्मद जुबैर, ध्रुव राठी, वायर, क्विंट, न्यूज़लौंड्री, स्क्रॉल, कारवाँ, दी न्यूज़ मिनट, आउटलुक डॉट कॉम, इंडिया स्पेंड, परी नेटवर्क, और कॉन्ग्रेस पार्टी।”