गिरफ्तार विवादास्पद आनंद गिरि रहा है आलीशान जिंदगी का शौकीन
Yoga Guru Anand Giri Expulsion Case : लग्जरी गाड़ियों के शौकीन हैं ‘छोटे महाराज‘, रखते हैं महंगे मोबाइल
स्वामी आनंद गिरि चमचमाती हांडा सिटी गाड़ी से चलते थे। इसके अलावा महंगी बुलेट बाइक का भी शौक रखते हैं। माघ मेला में अक्सर उन्हें बुलेट की सवारी करते हुए देखा जाता था। जबकि हाथों में एप्पल कंपनी के दो-दो मोबाइल होते थे।
शानदार रहा है स्वामी आनंद गिरि का रहन-सहन ।
प्रयागराज21 सितंबर। मठ बाघम्बरी गद्दी व आम लोगों के बीच ‘छोटे महाराज‘ के रूप में विख्यात योग गुरु स्वामी आनंद गिरि का रहन-सहन रसूखदार रहा है। महंगी गाड़ियों में घूमना, महंगे मोबाइल रखना, कीमती कपड़े पहनना उनका शौक है। इसके जरिए वह मठ बाघम्बरी गद्दी के पीठाधीश्वर व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के दूसरे शिष्यों से अपनी अलग अहमियत दिखाते रहे हैं।
वैभवपूर्ण रहा है स्वामी आनंद गिरि का रहन-सहन
इसी कारण हर वर्ग के लोगों में उनका प्रभाव बढ़ता था। हर कोई उन्हें महंत नरेंद्र गिरि के बाद उनके उत्तराधिकारी के रूप में देखता था, क्योंकि मठ व बड़े हनुमान मंदिर के समस्त कार्यक्रमों में आनंद गिरि की अग्रणी भूमिका रहती थी। स्वामी आनंद गिरि चमचमाती हांडा सिटी गाड़ी से चलते थे। इसके अलावा महंगी बुलेट बाइक का भी शौक रखते हैं। माघ मेला में अक्सर उन्हें बुलेट की सवारी करते हुए देखा जाता था। जबकि हाथों में एप्पल कंपनी के दो-दो मोबाइल होते थे। मोबाइल कुछ महीनों बाद बदलते रहते थे। जबकि पहनते भगवा कपड़ा थे। लेकिन, उसकी कीमत हजारों रुपये मीटर वाली होती है। आनंद गिरि इसके जरिए धनाढ्य लोगों में अपना अलग महत्व रखते थे। हर कोई उन्हें अधिक महत्व देता था।
शरणागत रहते थे पुलिस अधिकारी
आनंद गिरि के रसूख का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नेता व अधिकारी उनके आगे शरणागत रहते थे। बड़े हनुमान मंदिर में राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, राजनायिक सहित जो भी आता था, उनके साथ आनंद गिरि की फोटो जरूर होती थी। नरेंद्र गिरि के साथ रहने के बावजूद आनंद गिरि ही विशिष्ट लोगों से बात करते और पूजा करवाते हुए नजर आते थे। इसका स्थानीय अधिकारियों पर व्यापक असर पड़ता था। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी एक काॅल में उनका काम करते थे। पुलिस के एक बड़े अधिकारी की गिनती तो आनंद गिरि के अनन्य शिष्यों में होने लगी थी। मंगलवार व शनिवार को पत्नी के साथ वे हनुमान जी का दर्शन करने जाते थे तो वो आनंद गिरि का चरण स्पर्श किए बिन लौटते नहीं थे, उनके हर आदेश को हाथ जोड़कर सुनते थे। यह देखकर पुलिस के दूसरे अधिकारी भी आनंद गिरि के आगे शरणागत रहते थे।
सुरक्षा में लगे थे दो सिपाही
गुरु नरेंद्र गिरि की तरह खुद को दिखाने की ललक आनंद गिरि में हमेशा रही है। यही कारण है कि गुरु की तरह वो भी पुलिस सुरक्षा घेरे में रहते थे। आनंद गिरि की सुरक्षा में पुलिस के दो जवान हर समय लगे रहते थे। जबकि माघ मेला में उनकी संख्या बढ़कर चार से छह हो जाती थी। इस बर्ताव को मठ बाघम्बरी गद्दी के दूसरे शिष्य अच्छा नहीं मानते थे। उन्होंने इसकी शिकायत नरेंद्र गिरि से भी की; लेकिन, उन्होंने ऐसी शिकायतों पर कभी ध्यान नहीं दिया।
आस्ट्रेलिया में महिला से छेड़छाड़, महंगी शराब और लक्जरी गाड़ियों पर धन खर्चने के आनंद गिरि पर लगे थे आरोप
अल्लापुर स्थित बाघंबरी मठ स्थित अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। मौके पर मिले सुसाइड नोट में उन्होंने अपने शिष्य आनंद गिरि पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
अल्लापुर स्थित बाघंबरी मठ स्थित अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। मौके पर मिले सुसाइड नोट में उन्होंने अपने शिष्य आनंद गिरि पर परेशान करने का आरोप लगाया है। आनंद गिरि का विवादों से पुराना नाता है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में दो महिलाओं के साथ अमर्यादित आचरण के आरोप में आनंद गिरि जेल भी जा चुके हैं। इसके अलावा आनंद गिरि महंगी शराब और लक्ज़री गाड़ियों पर धन खर्चने की वजह से भी चर्चा रहे हैं।संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर के पूर्व व्यवस्थापक व योग गुरु आनंद गिरि को ऑस्ट्रेलिया में वर्ष 2019 में 29 व 34 साल की की दो महिलाओं संग अमर्यादित आचरण के आरोप में में गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2019 में एक आध्यात्मिक शिविर में प्रशिक्षण के लिए आनंद गिरि को ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में बुलाया गया था। ऑस्ट्रेलियन मीडिया के अनुसार, उन्हें सिडनी स्थित ओक्सले पार्क के वेस्टर्न सबअर्ब से गिरफ्तार किया गया था।
दो अलग-अलग घटनाओं में लगा था आरोप
:- आनंद गिरि महाराज पर दो अलग-अलग घटनाओं में ऑस्ट्रेलिया निवासी दो महिलाओं से अमर्यादित आचरण का आरोप था। आरोपों के अनुसार, पहली घटना वर्ष 2016 की है, जब योग गुरु नए साल के मौके पर रूटी हिल क्षेत्र स्थित एक घर में आयोजित प्रार्थना में शामिल होने गए थे। वहां वे 29 वर्षीय महिला से मिले और उससे अमर्यादित आचरण किया।
दूसरी घटना नवंबर 2018 की है। रूटी हिल क्षेत्र के एक घर में जब योग गुरु आनंद गिरि को प्रार्थना के लिए आमंत्रित किया गया था। वहां पर भी उन पर 34 वर्षीय महिला के साथ घर के बरामदे में अमर्यादित आचरण का आरोप लगा। दोनों ही महिलाएं योग गुरु की पूर्व परिचित थी।
महंत नरेंद्र गिरि ने शिष्य का किया था बचाव :-
उस वक्त गुरु महंत नरेंद्र गिरि ने अपने शिष्य आनंद गिरि का बचाव किया था। और कहा था कि, पीठ थपथपाकर आशीर्वाद की परंपरा को अमर्यादित आचरण करार दिया गया और इस आधार पर उन्हें आरोपित कर गिरफ्तार किया गया था।
सिडनी कोर्ट ने आनंद गिरि को बाइज्जत बरी किया :-
इसके बाद आनंद गिरि महाराज को सिडनी कोर्ट में पेश किया जहां वर्ष 2019 सितंबर में बाइज्जत बरी कर दिया। अदालत में सभी आरोप निराधार और मन गढ़ंत पाए गए। सिडनी पुलिस ने अपनी गलती मानते हुए कोर्ट को बताया था स्वामी आनंद गिरि के खिलाफ आरोप निराधार और असत्य हैं।
सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं : आनंद गिरि
इसके बाद सिडनी कोर्ट ने स्वामी आनंद गिरि का पासपोर्ट तत्काल रिलीज कर भारत जाने की अनुमति दी। कोर्ट का फैसला आने के बाद आनंद गिरि ने कहा था कि, सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं हो सकता। सिडनी कोर्ट ने मुझे ससम्मान निष्कलंक बरी किया है। सनातन धर्म का अपमान करने वाले लोगों के मुंह पर जोरदार तमाचा है। सभी को बहुत-बहुत बधाई
आनंद गिरि की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसमें वो फ्लाइट में बैठे थे, साथ ही उनके पास एक ग्लास रखा था। तस्वीर देखने पर लग रहा था कि ग्लास में शराब है। जिसके बाद वो मठ के लोगों के निशाने पर आ गए। बाद में आनंद गिरि ने पूरे मामले पर सफाई दी और बताया कि वो शराब नहीं बल्कि एप्पल जूस था।
आनंद गिरि पर आस्ट्रेलिया में महिला से छेड़छाड़,महंगी शराब और लक्जरी गाड़ियों पर धन खर्चने के लगे थे आरोप,चोरी का आरोप
महंत नरेंद्र गिरि ने अपने शिष्य आनंद गिरि पर आरोप लगाया था कि आनंद परिवार से मिलते हैं। हनुमान जी मंदिर के चढ़ावा में से चोरी कर वो अपने घर भेजते हैं। नरेंद्र गिरि ने ये भी कहा था कि कई दिनों की निगरानी के बाद ऐसा कहा जा रहा है।