एएसआई ने कहा ज्ञानवापी सर्वे की बनाये रखें गोपनीयता, मुस्लिम पक्ष ने सौंपी तहखाने की चाबियां

ASI टीम ने कहा-ज्ञानवापी सर्वे की गोपनीयता बनाए रखें:मुस्लिम पक्ष ने सौंपी तहखानों की चाबियां;गुंबद के अंदर और ऊपर 3D इमेजिंग-मैंपिग होगी
सोमवार को पांच घंटे सर्वे करने के बाद ASI की टीम ज्ञानवापी से बाहर निकली।
वाराणसी 07 अगस्त। ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने पांचवें दिन पांच घंटे सर्वे किया। मुस्लिम पक्ष ने ASI को ज्ञानवापी तहखानों समेत सभी चाबियां सौंप दी है। चार दिन के सर्वे में महत्वपूर्ण तथ्यों के बाद टीम का फोकस आज तीनों गुंबद पर रहा। मंगलवार को व्यासजी के तहखाना के साथ गुंबद का सर्वे होगा।

वहीं, ASI की टीम ने ज्ञानवापी को लेकर बयानबाजी पर नाराजगी जताई है। साथ ही संयम बरतने की सलाह दी। टीम से जुड़े लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से सख्ती की मांग की और कहा कि सर्वे की गोपनीयता बनाए रखनी है।

सोमवार को ASI की टीम सर्वे करने के लिए पहुंची।

सर्वे में मंदिर के साक्ष्य निकल जाएं- हिंदू पक्ष के वकील
सर्वे पर हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा, ASI अपना काम अच्छे ढंग से आगे बढ़ा रहा है। स्थिति अच्छी है और ASI अपनी टेक्नोलॉजी, यूनिट, उपकरणों से कार्य कर रही है। ASI को जिस विशेषज्ञ, टीम की जरूरत होगी वह उनको बुलाकर सर्वे कराएगा। हम बस चाहते हैं कि सर्वे में मंदिर के साक्ष्य निकल जाएं।

गुंबद के ऊपर सीढ़ियां हैं, कलश रखे हैं- सुधीर त्रिपाठी

वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि ASI एक नक्शा बना रहा है। पूरे ज्ञानवापी का सर्वेक्षण हो रहा है। सर्वेक्षण कल सुबह 8 बजे शुरू होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कल वो लोग गुंबद पर गए थे जो आज भी जारी रहा। गुंबद के ऊपर सीढ़ियां हैं,कलश रखे हैं। पश्चिमी द्वार पर मशीन लगाकर लेखाजोखा कागज पर तैयार कर रहे हैं। हर जगह मशीन लगाकर काम हो रहा है।

विष्णु शंकर जैन ने कहा कि यह एक अधिवक्ता आयोग के सर्वेक्षण से अलग है। यह सोचना गलत है कि हर दिन कुछ नया मिलेगा क्योंकि संरचना और वास्तुकला का विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन हो रहा है। जब ASI रिपोर्ट आएगी,तब हमें निष्कर्ष पता चलेगा।

वहीं मुस्लिम पक्ष की ओर से सैयद मोहम्मद यासीन ने ASI टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की है। हिंदू पक्ष सर्वे को लेकर निराधार बातें फैला रहा हैं। ‌ये केवल प्रचार प्रसार को हो रहा।

रविवार को चौथे दिन का सर्वे करने के बाद ज्ञानवापी से बाहर निकलती हुई ASI टीम

व्यासजी के तहखाने में अभी काम अधूरा

सोमवार को ज्ञानवापी परिसर के तीनों गुंबदों की 3डी फोटोग्राफी और स्कैनिंग होगी।

ज्ञानवापी का सर्वेक्षण 4 अगस्त से जारी है। इससे पहले 24 जुलाई को सर्वे हुआ था। ASI उसे पहले दिन का सर्वे मान रही है। इस हिसाब से चार दिन का सर्वे हो चुका है। ज्ञानवापी के तीनों गुंबदों संग उतरी टीम ने ASI ने व्यास तहखाना में पैमाइश की। ASI ने रविवार सुबह सबसे पहले मुस्लिम पक्ष से चाबी लेकर व्यास तहखाने का ताला खुलवाया। गंदगी की सफाई करवाई और एग्जॉस्ट लगवाए, इसके बाद सर्वेक्षण शुरू हुआ। बार-बार बिजली कटौती ने सर्वेक्षण को प्रभावित किया लेकिन लगभग 6 घंटे सर्वेक्षण कार्य चला। दीवारों की 3-डी फोटोग्राफी, स्कैनिंग करवाई।

ज्ञानवापी में पिछले सर्वेक्षण में हॉल में मिली थी ऐसी कृतियां।

2 सितंबर तक कोर्ट में सब्मिट करनी होगी रिपोर्ट

पूरी ज्ञानवापी बिल्डिंग एक बार में देखने को सैटेलाइट से 3D इमैजिनेशन तैयार हो रहा है। इसमें टीम दीवारों की 3D इमेजिंग, मैपिंग और स्क्रीनिंग भी करेगी। रविवार को ASI से 58 लोग, हिंदू पक्ष से 8 लोग और मुस्लिम पक्ष से 3 लोग मौजूद हैं। वहीं, जिला कोर्ट में शनिवार को सुनवाई हुई। अजय कुमार विश्वेश की अदालत ने आदेश दिया कि ASI को अपनी सर्वे रिपोर्ट 2 सितंबर तक सब्मिट करनी होगी।

सर्वेक्षण के दौरान सुरक्षा कड़ी रखी गई, 400 मीटर का परिधि सील किया गया है।

अब तक सर्वेक्षण में ASI ने क्या-क्या जुटाया

ASI ने चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। इसमें पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता, नींव और दीवारों की कलाकृतियां, मिट्‌टी और उसका रंग, अवशेष की प्राचीनता सहित अन्न के दाने का सैंपल जुटाया है। इसके अलावा, टूटी मिली प्रतिमा का एक टुकड़ा भी ASI ने सैंपल में शामिल किया है। डिजिटल नक्शे में अंदर की वर्तमान स्थिति को भी अंकित किया जा रहा है।

18-20 दिनों में पूरा हो सकता है सर्वे का काम

ASI के विशेषज्ञों की अधिकारियों से जो चर्चा हुई है,उसके मुताबिक सर्वेक्षण 18-20 दिन में पूरा हो सकता है। आधुनिक तकनीक पर आधारित फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, मैपिंग व स्कैनिंग कराई जा रही है। आज पांचवें दिन भी इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। इसमें एक्सपर्ट के तय होते ही GPR तकनीक से सर्वेक्षण को अलग टीम वाराणसी आएगी।

सर्वेक्षण में तीन प्रमुख मशीनों का किया जा रहा है उपयोग

ज्ञानवापी परिसर की सतह की माप को डायल टेस्ट इंडिकेटर लगाया जाता है। डेप्थ माइक्रोमीटर से भी अलग-अलग हिस्सों की माप की जा रही है। इसके साथ ही कांबिनेशन सेंट वर्नियर बैवल प्रोट्रेक्टर से परिसर में हुए निर्माण की बनावट, कलाकृतियां आदि की जांच हो रही है। इसमें ASI टीम तैयार किए नक्शे के आधार पर इन मापों को रिकॉर्ड में दर्ज कर रही है।

जिला कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक हुई अपील

21 जुलाई को वाराणसी की स्थानीय कोर्ट ने ASI को सर्वे करके 4 अगस्त को रिपोर्ट सौंपने को कहा था।
24 जुलाई को सुबह 7 बजे सर्वे शुरू हुआ। मुस्लिम पक्ष रोक लगाने को सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई की शाम तक सर्वे पर रोक लगा दी और हाईकोर्ट जाने को कहा।
25, 26, 27 जुलाई को मुस्लिम पक्ष की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। 27 जुलाई को कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया और 3 अगस्त को आदेश देने की बात कही।
3 अगस्त को हाईकोर्ट के जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा, ‘न्यायहित में सर्वे जरूरी है। मुझे इस तर्क में कोई दम नहीं दिखता कि बिना दीवार खोदे ASI नतीजे पर नहीं पहुंच सकता।’
3 अगस्त को इसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट चला गया।
4 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
4 अगस्त से 7 अगस्त तक लगातार सर्वे जारी है ।

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