12 साल की बच्ची पर यौन हमलावर नफीस है सात बच्चों का बाप
7 बच्चों का पिता निकला बच्ची से दरिंदगी व हत्या के प्रयास का आरोपित, पत्थर से चेहरे पर किए थे वार
राजपुरा गौला गेट के समीप जंगल में ले जाकर बच्ची से दरिंदगी व हत्या का प्रयास करने वाला आरोपित खुद सात बच्चों का पिता निकला। बच्ची ने करीब 150 फोटो देखने के बाद आरोपित की पहचान की। पुलिस ने आरोपित को राजपुरा क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। राजपुरा क्षेत्र की 12 वर्षीय बच्ची पिता को दोपहर में खाना देने गौला नदी की ओर गई थी।
हल्द्वानी12 अगस्त। राजपुरा गौला गेट के समीप जंगल में ले जाकर बच्ची से दरिंदगी व हत्या का प्रयास करने वाला आरोपित खुद सात बच्चों का पिता निकला। बच्ची ने करीब 150 फोटो देखने के बाद आरोपित की पहचान की। पुलिस ने आरोपित को राजपुरा क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
घटना आठ अगस्त की है। राजपुरा क्षेत्र की 12 वर्षीय बच्ची अपने पिता को दोपहर में खाना देने गौला नदी की ओर गई थी। इसी बीच क्षेत्र में रहने वाला आरोपित 47 वर्षीय नफीस मिल गया। नफीस ने बच्ची को बताया था कि उसके पिता गौला नदी में मछली पकड़ रहे हैं। वह उसे मिलवा देगा। बहाने से वह बच्ची को लेकर जंगल में पहुंच गया। इसके बाद दुष्कर्म का प्रयास भी किया।
नशे में धुत आरोपित ने असफल होने पर पत्थर से बच्ची के चेहरे पर वार कर दिए। इसके बाद उसका पायजामा फाड़ा और गला घोंट दिया। बेहोश होने पर वह बच्ची को मरा समझकर भाग गया था। डेढ़ घंटे बाद होश आने पर वह दर्द से कराहने लगी तो बकरी चरा रहे वृद्ध दंपती ने युवाओं को बुला लिया। तब बच्ची को अस्पताल लाया गया।
12 साल की लड़की से रेप के बाद जानलेवा हमला, मरा समझ जंगल में फेंका
12 साल की बच्ची से रेप की ये घटना उत्तराखंड के हल्द्वानी की है. घटना के बाद जब पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो आरोपित पकड़ा गया. आरोपित ने जान लेने की नीयत से पीड़िता पर हमला भी किया था लेकिन गंभीर रूप से जख्मी बच्ची को लोगों ने बचा लिया.
पुलिस को सूचना मिली थी कि राजपुरा में गौला नदी से सटे जंगल में एक बच्ची गंभीर घायल है.पुलिस तुरंत घटनास्थल पहुंची.मामला पहली नजर में ही संदिग्ध लग रहा था। बच्ची के शरीर में चोट के कई निशान थे और उसका जबड़ा पत्थर से बुरी तरह कुचला गया था.
पुलिस बच्ची को तुरंत सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर गई, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है. डरी-सहमी बच्ची ने जांच में पुलिस को उस आदमी का हुलिया बताया जिसने हमला किया था. पुलिस ने इस मामले में एक सात बच्चों के पिता को गिरफ्तार किया जिसकी खुद की भी 15 से 20 साल की बेटियां हैं. पूछताछ में आरोपित ने कबूला कि 8 अगस्त को बच्ची गौला नदी की ओर जा रही थी. उसके हाथ में खाने का सामान था लेकिन वो रास्ता भटक गई.
आरोपित ने उसके पिता का दोस्त होने का दावा करते हुए रास्ता दिखाने की बात की.वो उसे घनी झाड़ियों की ओर ले गया, जहां उसने बच्ची दबोच ली लेकिन बच्ची चिल्लाने लगी तो आरोपित ने बच्ची के सिर पर पत्थर से वार कर कपड़े से गला घोंट दिया. बच्ची को मरा समझकर रेप के बाद आरोपित वहां से भाग गया लेकिन बच्ची को थोड़ी देर बाद होश आ गया. बच्ची दर्द में चिल्ला रही थी,जिसकी आवाज वहां बकरी चरा रहे लोगों के कानों में पड़ी.
उन्होंने पास जाकर देखा जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने घटना के चार दिन बाद आरोपित गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के हाथ कई महत्वपूर्ण सूत्र लगे हैं. पुलिस ने आरोपित के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है और पूरी घटना की छानबीन कर रही है।
अस्पताल में भर्ती बच्ची ने फोटो से की आरोपित की पहचान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने बताया कि घटना के बाद आरोपित पर केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी। क्षेत्र में सीसीटीवी नहीं होने पर मैनुअली काम करना पड़ा। 150 से अधिक लोगों की फोटो खींचकर बच्ची से पहचान कराई गई। अस्पताल में भर्ती बच्ची ने आरोपित की पहचान की। बच्ची की हालत में सुधार होने पर उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है।
पुलिस टीम को पांच हजार का इनाम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने मैनुअली वर्क कर आरोपित को पकड़ने वाली पुलिस टीम की सराहना की है। उन्होंने पूरी टीम को पांच हजार रुपये इनाम दिया है। बताया कि आरोपित मजदूरी करता है। वारदात से पहले उसने एक व्यक्ति से 20 रुपये लिए और कच्ची शराब पी। इसके बाद बच्ची का पीछा कर उसे बहाने से अपने साथ ले गया था।