अयोध्या की धन्नीपुर मस्जिद व अस्पताल का डिजाइन जारी

IICF Ayodhya Masjid: अयोध्या में प्रस्तावित मस्जिद तथा हॉस्पिटल का डिजाइन जारी
अयोध्या में प्रस्तावित मस्जिद तथा हॉस्पिटल का डिजाइन जारीमस्जिद में महिलाओं के लिए अलग से जगह दी जाएगी।
IICF Ayodhya Masjid इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने शनिवार को अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाले मस्जिद का डिजाइन जारी कर दिया है। ट्रस्ट की तरफ से जारी मस्जिद के अंडाकार डिजाइन में कोई गुम्बद नहीं हैं। मिनार वाली परंपरा से हट कर मस्जिद का डिजाइन तैयार किया गया है।

लखनऊ, 19 दिसंबर । भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने के बीच में शनिवार को इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने यहां बनने वाली मस्जिद का डिजाइन जारी कर दिया। यहां पर मस्जिद का निर्माण कार्य 26 जनवरी से शुरू कराने की योजना भी तैयार की गई है।

इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने शनिवार को अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाले मस्जिद का डिजाइन जारी कर दिया है। ट्रस्ट की तरफ से आज जारी किए गए मस्जिद के अंडाकार डिजाइन में कोई गुम्बद नहीं हैं। इसके साथ ही मिनार वाली परंपरा से हट कर मस्जिद का डिजाइन तैयार किया गया है। अयोध्या में पांच एकड़ बनने वाली मस्जिद के साथ हॉस्पिटल व म्यूजियम का भी डिजाइन जारी किया गया है। अब सोसाइटी इसका नक्शा पास कराने की प्रक्रिया में लगेगी।

धन्नीपुर में बनने वाली यह मस्जिद दो मंजिला होगी। इसका निर्माण कार्य दो वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है। अब इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन नक्शा पास होने और स्वायल टेस्टिंग के हिसाब से मस्जिद के निर्माण की तारीख तय करेगी। विशाल परिसर में मस्जिद के अलावा म्यूज्यिम, एक अस्पताल, लाइब्रेरी और कम्युनिटी किचन बनाया जाएगा। अंडाकार वाली इमारत मस्जिद की है और दूसरी इमारत में बाकी सुविधाओं के लिए जगह दी जाएगी। इसमें कितना खर्च आएगा, यह फिलहाल बताना मुश्किल है। ट्रस्ट ने बताया कि परिसर में जो मजार मौजूद है, उसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। विशाल मस्जिद में सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के आर्किटेक्ट विभाग के प्रोफेसर एसएम अख्तर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पत्रकारों के सामने इसका मॉडल जारी कर दिया।

महिलाओं को अलग जगह

मस्जिद में महिलाओं के लिए अलग से जगह दी जाएगी। मस्जिद में करीब दो हजार लोग एक साथ नमाज पढ़ सकेंगे। मस्जिद में बनने वाले अस्पताल में 200 बेड की व्यवस्था रहेगी। इसको सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल का दर्जा दिलाया जाएगा। मस्जिद में ऐसा मेटेरियल इस्तेमाल होगा जिससे इसकी उम्र अधिक समय की हो।

सुप्रीम कोर्ट ने बीते वर्ष नौ नवंबर महीने में अयोध्या के मुतनाज़ा (विवादित) रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में राम मंदिर के साथ फैसला सुनाया था। इसके साथ ही केंद्र सरकार को मस्जिद के निर्माण के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन मुहैया कराने का निर्देश दिया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या की सोहावाल तहसील के धन्नीपुर गांव में पांच एकड़ जमीन अलाट की थी।

वास्तुकार एएमयू से कि जामिया मिल्लिया से?

अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद की इमारत ईको-फ्रेंडली होगी और इसमें सोलर एनर्जी का इस्तेमाल किया जाएगा। मस्जिद की डिजाइन जारी करते समय यह जानकारी दी गई।
इंडो इस्लामिक फाउंडेशन की वर्चुअल मीटिंग में तय हुआ कि मस्जिद का नाम किसी बादशाह के नाम पर नहीं रखा जाएगा

अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद की डिजाइन शनि वार को लॉन्च हुई। इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने वर्चुअल मीटिंग में डिजाइन की लॉन्चिंग की। खास बात यह है कि मस्जिद में गुम्बद नहीं होगा। वहीं, इसका नाम किसी बादशाह के नाम पर नहीं रखा जाएगा। कैंपस में म्यूजियम, लाइब्रेरी और एक कम्युनिटी किचन भी बनेगा। 200 से 300 बेड का एक हॉस्पिटल भी यहां रहेगा।
नक्शा पास होने पर 26 जनवरी से मस्जिद निर्माण शुरू होगा। प्रोसेस में देरी होने पर 15 अगस्त को निर्माण की शुरुआत होगी। पूरा प्रोजेक्ट दो साल में तैयार होने की उम्मीद है।
फाउंडेशन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अगर समय पर नक्शा पास हो जाता है, तो 26 जनवरी से मस्जिद निर्माण शुरू होगा। प्रोसेस में देरी होने पर 15 अगस्त को निर्माण की शुरुआत होगी। पूरा प्रोजेक्ट दो साल में तैयार होने की उम्मीद है। इसके लिए बजट की कोई लिमिट तय नहीं की गई है।

100 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा अस्पताल

फाउंडेशन की मीटिंग में तय हुआ कि साइट पर सबसे पहले सॉइल टेस्टिंग कराई जाएगी। इसके बाद मस्जिद का नक्शा पास कराया जाएगा। इस प्रोसेस के बाद ही निर्माण शुरू होगा। मस्जिद, हॉस्पिटल, म्यूजियम सबकी नींव एक साथ रखी जाएगी। सूत्रों ने बताया कि यहां बनने वाले हॉस्पिटल पर करीब 100 करोड़ रुपए का खर्च आ सकता है।

मस्जिद 3500 स्क्वायर मीटर में बनेगी, इमारत ईको-फ्रेंडली होगी और इसमें सोलर एनर्जी का इस्तेमाल किया जाएगा।

एक साथ दो हजार लोग पढ़ सकेंगे नमाज

एक दूसरी रिपोर्ट में वास्तुकार एएमयू से बताया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के वास्तु विभाग के डीन और मस्जिद की डिजाइन तैयार करने वाले एमएस अख्तर ने कहा- मस्जिद 3500 स्क्वायर मीटर में बनेगी। यहां एक साथ दो हजार लोग नमाज पढ़ सकेंगे। मस्जिद को दो फ्लोर का बनाया जाएगा। इसमें महिलाओं के लिए अलग स्पेस होगा। इमारत ईको-फ्रेंडली होगी और इसमें सोलर एनर्जी का इस्तेमाल होगा। हॉस्पिटल को 24 हजार 150 स्क्वायर मीटर में बनाया जाएगा। मस्जिद छह महीने में बन सकती है और हॉस्पिटल बनने में सालभर लग सकता है।

हॉस्पिटल प्रोजेक्ट पर 100 करोड़ रुपए का खर्च आएगा, हॉस्पिटल चार फ्लोर का होगा और यह चैरिटी मॉडल पर काम करेगा।

किसी बादशाह के नाम पर नहीं होगी मस्जिद

फाउंडेशन के प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद निर्माण नक्शा पास होने के बाद शुरू होगा। अप्रूवल मिला, तो 26 जनवरी को शुरुआत करेंगे। इसके लिए कोई बड़ा फंक्शन नहीं किया जाएगा। अगली तारीख 15 अगस्त होगी। यानी 26 जनवरी या 15 अगस्त से मस्जिद निर्माण की शुरुआत होगी। मस्जिद का नाम किसी बादशाह या राजा के नाम पर नहीं रखा जाएगा।

चार फ्लोर का चैरिटी अस्पताल होगा

ट्रस्ट के मुताबिक, सिर्फ हॉस्पिटल प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है। हॉस्पिटल चार बजे फ्लोर का होगा और इसमें कम से कम 200 बेड होंगे। यह चैरिटी मॉडल पर काम करेगा। अभी इसके लिए क्राउड फंडिंग (चंदा जुटाना) शुरू नहीं की गई है। हालांकि, मस्जिद के बैंक अकाउंट का ब्योरा सार्वजनिक किया जा चुका है। लोग इससे मदद कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी को न्योता नहीं

वर्चुअल मीटिंग में यह भी तय हुआ कि निर्माण की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नहीं बुलाया जाएगा। जब नई सुविधाएं शुरू करेंगे, तो प्र्रदेश के मुख्यमंत्री और आम लोगों को भी बुलाया जाएगा।

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