फरार हाजी इकबाल के बुरे दिन:995 करोड़ की सम्पत्ति कुर्क
बसपा के पूर्व एमएलसी इकबाल पर कसा शिकंजा: 995 करोड़ की संपत्ति कुर्क, सत्ता बदलते ही शुरू हुए बुरे दिन
Haji Iqbal Saharanpur News ईडी ने बसपा के पूर्व एमएलसी इकबाल और उनके रिश्तेदारों की करीब 995 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है। इसमें औने-पौने दामों में खरीदी गई तीन चीनी मिलों की खुली जमीन भवन और मशीनरी शामिल हैं। सत्ता बदलते ही इकबाल के बुरे दिन शुरू हो गए थे। अभी तक इकबाल की तलाश पुलिस नहीं कर सकी है।
Saharanpur News: बसपा के पूर्व एमएलसी थे हाजी इकबाल।
सहारनपुर। चीनी मिल खरीद घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बसपा के पूर्व एमएलसी इकबाल और उसके रिश्तेदारों की करीब 995 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है। इसमें औने-पौने दामों में खरीदी गई तीन चीनी मिलों की खुली जमीन, भवन और मशीनरी शामिल हैं। ईडी ने इंटरनेट मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी है।
बसपा सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2010-11 में 21 चीनी मिलों को औने-पौने दामों में बेचा गया था। इनमें चीनी निगम की 10 संचालित व 11 बंद पड़ी मिलें शामिल थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2018 में घोटाले की सीबीआइ जांच कराने की सिफारिश की थी।
प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम में की कार्रवाई
सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज की थी। तब आरोप लगा था कि इकबाल और उसके सहयोगियों ने धोखाधड़ी कर विनिवेश प्रक्रिया में उत्तर प्रदेश में कई चीनी मिलों का धोखाधड़ी से अधिग्रहण किया था। इस एफआइआर के आधार पर ही ईडी ने भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) में जांच शुरू की थी।। जांच में सामने आया था कि चीनी मिलों का बहुत कम कीमत पर मूल्यांकन किया था। यह अधिग्रहण निलामी से हुआ था।
डमी निदेशक और फर्जी लेनदेन का पता चला था
जांच के बाद ईडी ने पूर्व एमएलसी इकबाल और रिश्तेदारों के स्वामित्व वाली मैसर्स मालो इंफ्राटेक प्रा. लिमिटेड, मैसर्स डायनेमिक शुगर्स प्रा. लिमिटेड और मैसर्स हनीवेल शुगर्स प्रा. लिमिटेड चीनी मिल की संपत्ति कुर्क कर ली। ये चीनी मिल देवरिया के बैतलपुर, भटनी और शाहगंज में स्थित हैं। शेल कंपनियों के जरिये खरीदी थीं सात चीनी मिल : पूर्व एमएलसी इकबाल और उसके परिवार के सदस्यों ने 2010-11 के दौरान चीनी मिलों के विनिवेश की बोली प्रक्रिया में भाग लिया था। उन्होंने विभिन्न शेल कंपनियों (मुखौटा कंपनी) के माध्यम से सात चीनी मिलों का अधिग्रहण किया था। इसमें विभिन्न शेल कंपनियों के डमी निदेशक और फर्जी लेनदेन का पता चला था।
ये शुगर मिल्स
ये शुगर मिल्स बाराबंकी, देवरिया, कुशीनगर और बरेली में स्थित हैं। इकबाल और परिवार की गिरीशो कंपनी प्रा. लि. और नम्रता मार्केटिंग प्रा. लि. ने बोली लगाकर सात चीनी मिलों एब्लेज चीनी मिल्स प्राइवेट लिमिटेड, आदर्श शुगर प्राइवेट लिमिटेड, एजिल शुगर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, इकोन शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड, मेजेस्टी शुगर साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मास्टिफ शुगर साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड और ओकरा शुगर्स प्राइवेट लिमिटेड को खरीदा था।
सत्ता बदलते ही शुरू हुए इकबाल के बुरे दिन
प्रदेश में वर्ष 2017 में भाजपा सरकार के आते ही पूर्व बसपा एमएलसी इकबाल के बुरे दिन शुरू हो गए थे। इकबाल के आवास पर बुलडोजर भी गरजा। उसके बेटों और करीबियों की गिरफ्तारी हुईं। ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच हाजी इकबाल फरार होने में कामयाब रहा। माना जा रहा है कि वह इन दिनों दुबई में है। पुलिस ने पूर्व एमएलसी इकबाल के खिलाफ गैंग्स्टर समेत 36 मुकदमे दर्ज किए थे। हालांकि बाद में उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद कुछ मुकदमे खारिज हो गए। इकबाल और उसके साथियों की लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, सहारनपुर समेत 63 स्थानों पर संपत्ति चिह्नित की गई थी।
इकबाल को गिरोह का सरगना घोषित किया गया था
गैंगेस्टर मामले में इकबाल गिरोह का सरगना घोषित किया गया जिसमें शामिल इकबाल उर्फ बाला के अलावा अब्दुल वाजिद, जावेद, मोहम्मद अफजाल, आलीशान निवासीगण गांव मिर्जापुर पोल, राव लईक निवासी रायपुर, नसीम निवासी मिर्जापुर पोल पर पुलिस ने गैंगस्टर लगाई थी। इन सभी की संपत्तियां चिह्नित कर जिला प्रशासन ने इकबाल और उनके साथियों की 506 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी। विभिन्न मामलों में पूर्व एमएलसी और सहयोगियों की कुल चार हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्तियां कुर्क की जा चुकी है।
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यूपी के टॉप-10 माफियाओं में शामिल पूर्व MLC हाजी इकबाल:एक लाख का इनामी दुबई में छिपकर बैठा, बसपा सरकार में चला सिक्का, भाजपा ने तोड़ी कमर
सहारनपुर1 दिन पहले
एक लाख का इनामी दुबई में छिपकर बैठा, बसपा सरकार में चला सिक्का, भाजपा ने तोड़ी कमर|सहारनपुर,Saharanpur – Dainik Bhaskar
पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की फाइल फोटो।
यूपी में माफिया डॉन अतीक अहमद की हत्या के बाद शासन ने माफियाओं की नई सूची जारी की थी। सहारनपुर के बसपा से पूर्व MLC हाजी इकबाल का नाम दूसरे नंबर है। पहले नंबर पर भदोही के पूर्व विधायक विजय मिश्रा का नाम है। वहीं सहारनपुर के ही भू-माफिया विनोद शर्मा को इस सूची में 5वां स्थान मिला है। हाजी इकबाल करीब तीन साल से फरार है।
फरार हाजी इकबाल और उसके रिश्तेदारों का बसपा सरकार के दौरान (2010-11) में हुए घोटाले की पोल यूपी में भाजपा सरकार आने के बाद खुलना शुरू हुआ। बसपा सरकार में यूपी की 21 चीनी मिलों को सस्ते दामों में बेचा गया था। 2018 से इकबाल और उसके रिश्तेदारों पर शिकंजा कसना शुरू हुआ। चीनी मिल खरीद घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उसकी और उसके रिश्तेदारों की 995 करोड़ रुपए की संपत्ति को कुर्क किया है। इनमें तीन चीनी मिल, जमीन, भवन और मशीनरी है।
हाजी इकबाल के भाई एवं पूर्व एमएलसी महमूद अली की फोटो।
जिन्हें औने-पौने दामों में बसपा सरकार के दौरान खरीदा गया था। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत कार्रवाई करते हुए मैसर्स मालो इंफ्राटेक प्रा. लि., मैसर्स डायनेमिक शुगर्स प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स हनीवेल शुगर्स प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व वाली चीनी मिलों की संपत्तियां कुर्क कर लीं। ये मिलें देवरिया के बैतलपुर, भटनी और शाहगंज में स्थित हैं। इन मिलों की लोकेशन बाराबंकी, देवरिया, कुशीनगर और बरेली में है। ईडी की जांच में यह भी पता चला कि इन कंपनियों के जरिए फर्जी तरीके से वित्तीय लेनदेन किए गए थे।
शेल कंपनियों के जरिए खरीदीं 7 चीनी मिलें
हाजी इकबाल का बेटे अफजाल की फोटो।
ED की जांच में यह भी सामने आया कि इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों ने 2010-11 में शेल कंपनियों (मुखौटा कंपनियों) के जरिए सात चीनी मिलों का अधिग्रहण किया था। इस दौरान फर्जी निदेशक और फर्जी लेनदेन का भी खुलासा हुआ। इकबाल और उनके परिवार की गिरीशो कंपनी प्रा. लि. और नम्रता मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने इन सात चीनी मिलों की बोली लगाई थी।
पढ़िए…पूर्व MLC पर हुई 8 बड़ी कार्रवाई
हाजी इकबाल का बेटे जावेद की फोटो।
केस नंबर-1: हाजी इकबाल पर दर्ज है दुष्कर्म का केस
23 जून 2022 को बसपा के पूर्व एमएलसी एवं खनन माफिया हाजी इकबाल पर नाबालिग से दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। थाना मिर्जापुर के एक गांव में रहने वाली 16 साल की एक किशोरी ने तहरीर दी थी।
आरोप था, हाजी इकबाल ने उसे कुछ रुपए का लालच देकर एक गोपनीय स्थान पर बुलाया था। वह स्थान का नाम नहीं जानती। वहां उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। शिकायत करने की बात कही तो उसको और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। तत्कालीन एसएसपी आकाश तोमर ने पीड़िता की तहरीर पर पोक्सो सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
केस नंबर-2:1200 बीघा भूमि हो चुकी कुर्क
हाजी इकबाल के बेटे वाजिद की फोटो।
जिला प्रशासन और पुलिस खनन कारोबारी एवं पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की 1350 बीघा में 800 बीघा भूमि कुर्क कर चुकी है। 14 मई को पुलिस एवं प्रशासनिक टीम ने हाजी इकबाल की करीब 400 बीघा भूमि पर सरकारी बोर्ड लगवाए जाने की कार्रवाई की थी। 15 मई को कार्रवाई जारी रखते हुए करीब 800 बीघा भूमि पर सरकारी बोर्ड लगवाए।
जबकि हाजी मौहम्मद इकबाल के बेटे मो.वाजिद के नाम पर मिर्जापुर में खरीदी गई 70 बीघा भूमि, शेरपुर पेलो में एग्रो सॉल्यूशन फर्म के नाम पर खरीदी गई 50 बीघा, मायापुर रूपपुर में विक्की, अफजल एवं अरशद बिल्डर्स के नाम पर खरीदी गई 450 बीघा, मिर्जापुर पोल में एसएस एंटरप्राइजेज के नाम पर खरीदी गई।
125 बीघा तथा शफीपुर में तनवीन हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खरीदी गई। 60 बीघा भूमि पर मुनादी कराते हुए सरकारी बोर्ड लगवाए हैं। प्रशासन ने कुल 800 बीघा भूमि पर कब्जा लेकर सरकारी बोर्ड लगवाए। हाजी इकबाल की कुल 1200 बीघा भूमि जब्त कर ली है।
केस नंबर-3: गैंगस्टर में हुआ था मुकदमा
हाजी इकबाल के बेटे अलीशान की फोटो।
9 अप्रैल 2022 को पुलिस ने पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल और उनके चार बेटों सहित राव लईक और नसीम के खिलाफ थाना मिर्जापुर में गैंगेस्टर एक्ट का मुकदमा दायर किया था। गैंगेस्टर एक्ट में नसीम, राव लईक और हाजी इकबाल के एक बेटे अलीशान को जेल भेज चुकी है। मुकदमे जिलाधिकारी के आदेश पर पुलिस और राजस्व प्रशासन ने नसीम की 21 करोड़ की प्रॉपर्टी 30 अप्रैल 2022 को और हाजी इकबाल की 107 करोड़ की प्रॉपर्टी 14 मई 2022 को कुर्क कर चुकी है।
केस नंबर-4:फर्जी डिग्रियां बांटने का आरोप हरियाणा के रोहतक के प्रेमपाल ने सहारनपुर एसएसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि ग्लोकल यूनिवर्सिटी में बिना एडमिशन कराए अवैध रूप से बैक डेट में एडमिशन दिखाकर डिग्रियां बांटी गई हैं। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्राधिकारी बेहट को मामले की जांच के आदेश दिए।
तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताडा के अनुसार जांच में वर्ष 2021-22 में फर्जी डिग्री दिया जाना पाया गया। हाजी इकबाल सहित 6 अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी डिग्री दिए जाने का धोखाधड़ी की धाराओं 420/467/468/406/471/ 120बी में मुकदमा लिखा गया। पुलिस क्षेत्राधिकारी बेहट मुनीश चंद्र और कोतवाली प्रभारी हृदय नारायण सिंह ने ग्लोकल यूनिवर्सिटी पहुंचकर जांच पड़ताल भी की।
केस नंबर-5:तीन कोठियों पर चला बुलडोजर
हाजी इकबाल के करोड़पति मुंशी की फोटो।
चार जुलाई 2022 को जिला प्रशासन ने हाजी इकबाल और उसके भाई महमूद अली की न्यू भगत सिंह कॉलोनी में स्थित तीन कोठियों पर बुलडोजर चलाया था। जिसमें महमूद अली की कोठी को जमींदोज कर दिया गया था। पुलिस ने दो माह पहले ही हाजी इकबाल की 1500 बीघा जमीन को भी जब्त कर चुकी है।
वहीं उसके साथी सनी नागपाल की जमीनों पर बुलडोजर चलाया था। 12 जुलाई को जिला प्रशासन ने सनी नागपाल को भूमाफिया की कार्रवाई की।
केस नंबर-6:बेटों और भाई को जेल भेज हाजी इकबाल के चार बेटों अलीशान, जावेद, अफजल और वाजिद को अरेस्ट कर जेल भेजा था। हाजी इकबाल के भाई एवं पूर्व एमएलसी महमूद अली को भी जेल भेजा। 13 मई 2022 को थाना बेहट पुलिस और सर्विलांस टीम ने बेटे अलीशान को अरेस्ट किया था। जबकि 26 मई 2022 को दूसरे हिस्ट्रीशीटर बेटे जावेद को गिरफ्तार किया था। मिर्जापुर सहित राज्य में एक दर्जन से ज्यादा धोखाधड़ी और जालसाजी के मुकदमे दर्ज, B/5 क्लाश का हिस्ट्रीशीटर और माफिया है जावेद।
तीसरे बेटे अफजल को पुलिस ने 5 जून 2022 को पावर हाउस के पास यमुना नदी के समीप से गिरफ्तार किया था। 17 जुलाई को पूर्व MLC महमूद अली नवी मुंबई के नैरुल में एक किराये के फ्लैट से गिरफ्तार किया था।
अफजल पर जमीन की धोखाधड़ी, जालसाजी, गैंगस्टर एक्ट एवं एससीएसटी एक्ट सहित कई मामलों में मुकदमे थे। हाजी इकबाल के बेटे वाजिद पर 25, अफजाल 15, अलीशान पर 21 और जावेद पर 26 मुकदमे दर्ज है। हाजी इकबाल के मुंशी नसीम पर 8 और राव लईक पर सात मुकदमे कायम है।
केस नंबर-7:एक लाख का इनाम घोषित हाजी इकबाल के खिलाफ गैंगस्टर समेत 47 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 36 पुलिस में कायम हैं। जबकि 11 मुकदमे फोरेस्ट विभाग में दर्ज हैं। जिनमें वह कुछ में फरार चल रहा है। वर्तमान में उस पर एक लाख रुपए का इनामी भी है। हाजी इकबाल उर्फ बाल्ला और उनके बेटे अब्दुल वाजिद, जावेद, मोहम्मद अफजाल, आलीशान के अलावा राव लईक, मुंशी नसीम पर पुलिस ने गैंगस्टर लगाई थी।
जिसमें गैंग लीडर हाजी इकबाल को बनाया हुआ है। गैंग ने वन क्षेत्र से खैर की लकड़ी चोरी की, अवैध रूप से खनन का कारोबार किया। दबंगई के बल पर धोखाधड़ी और डरा-धमकाकर सरकारी और गैर सरकार जमीनों पर कब्जे किए। सभी लोगों की अलग-अलग स्थानों पर 63 संपत्तियों को चिन्हित किया गया है।
केस नंबर-8:फर्जी तरीके से यूनिवर्सिटी के बैनामे कराए हाजी इकबाल उर्फ बाल्ला ने ट्रस्ट के जरिए 500 करोड़ रुपए यूनिवर्सिटी में लगाए और 4440 करोड़ रुपए की यूनिवर्सिटी खड़ी कर दी। ईडी के अनुसार, हाजी इकबाल के साथ करोड़ों का लेन-देन हुए, जबकि इन कंपनियों से उसका कोई भी कारोबारी संबंध नहीं था।
अवैध कमाई को आयकर विवरण में भी छिपाया गया था। बाद में मोहम्मद इकबाल ने सारी धनराशि अब्दुल वहीद एजुकेशनल ट्रस्ट के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। अधिकतर रकम को असुरक्षित कर्ज और दान के रूप में दिया जाना दर्शाया गया। बाद में ट्रस्ट ने इस धनराशि का उपयोग यूनिवर्सिटी की भूमि खरीदने और भवनों के निर्माण के लिए किया। ईडी की जांच में सामने आया है कि इस तरह करीब 500 करोड़ रुपये ट्रस्ट के जरिए ग्लोकल यूनिवर्सिटी में निवेश किए गए।
हाजी इकबाल के यह रहे चर्चित मामले
14 मार्च 2018 में फतेहपुर टांडा के पाल्ला द्वारा उनकी 7.5 बीघा जमीन पर कब्जा करने के आरोप में हाजी इकबाल व उनके बेटों और भाई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
5 अप्रैल 2018 में उत्तराखंड के हरिद्वार के रानीपुर के राकेश अरोड़ा की 44 बीघा जमीन कब्जाने के आरोप में (यूनिवर्सिटी से सटी हुई जमीन) पर जबरन हाजी इकबाल, उनके भाई और बेटे जावेद अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
5 अप्रैल 2017 में उत्तराखंड के सहसपुर के मोहम्मद राशिद के 49 लाख 88 हजार रुपये की धनराशि मांगने पर जान से मारने की धमकी देने एवं धोखाधड़ी के आरोप में धारा 196/17, 420,406, 506 में मुकदमा लिखा गया था जिसमें हाजी इकबाल, भाई महमूद अली और उनके बेटों पर मुकदमा लिखा गया था।
दो नवंबर 2017 में तहसील बेहट के हल्का लेखपाल पंकज ने हाजी इकबाल, भाई महमूद अली पर सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।
23 जुलाई 2018 में जमीन कब्जाने के आरोप को आधार बनाकर पूर्व विधान पार्षद हाजी इकबाल और उनके दो पुत्रों जावेद और अलीशान के आलावा भाई महमूद अली के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। जिमसें जावेद को जेल भेजा गया था।
छह जुलाई 2019 में हरियाणा के गुरुग्राम के सुनील मनचंदा की पत्नी किरण मनचंदा ने वाहिद, रविंद्र, हाजी मोहम्मद इकबाल और चार अज्ञात के खिलाफ बंधक बनाने, लूट, गाली गलौच करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।
सात जुलाई 2019 में ही बेहट तहसील के गांव शफीपुर की सविता पत्नी मेघराज के द्वारा जमीन कब्जाने के आरोप में हाजी इकबाल, बेटे वाजिद, जावेद, अलीशान के खिलाफ धोखाधड़ी से जमीन का बैनामा कराने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
इन चीनी मिलों को औने-पौने दामों में खरीदा
एब्लेज चीनी मिल्स प्राइवेट लिमिटेड
आदर्श शुगर प्राइवेट लिमिटेड
एजिल शुगर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
इकोन शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड
मेजेस्टी शुगर साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड
मास्टिफ शुगर साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड
ओकरा शुगर्स प्राइवेट लिमिटेड