पटाखों पर राजस्थान से दिल्ली तक प्रतिबंध
राजस्थान से लेकर दिल्ली तक, इन छह राज्यों में पटाखों के बिना मनेगी दिवाली
दिवाली की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार उत्साह कुछ फीका रहेगा। पटाखों के बिना दिवाली की कल्पना नहीं की जा सकती है, लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के नियमों के कारण कुछ राज्यों ने पटाखों की खरीदी बिक्री पर रोक लगा दी है। इस तरह की पाबंदी लगाने वाला राजस्थान पहला राज्य था। वहीं शुक्रवार को कर्नाटक ने भी पाबंदी लगा दी। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। खुद येदियुरप्पा ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि कोरोना के कारण सरकार को यह फैसला लेना पड़ रहा है। जल्द ही आधिकारिक आदेश जारी कर दिया जाएगा। इससे पहले ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और दिल्ली भी इसी तरह के फैसले ले चुके हैं। तमिलनाडु में भी लोगों से पटाखे नहीं जलाने की अपील की है। इससे जहां बच्चे मायूस हैं, वहीं दिल्ली जैसे राज्यों में एक वर्ग खुश भी हैं, क्योंकि दिवाली के पटाखों से यहां प्रदूषण का स्तर कई गुना बढ़ जाता है। इसी तरह पटाखा उद्योग से जुड़े लोग भी खुश नहीं हैं।
राजस्थान: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते सोमवार को ट्वीट किया कि उनकी सरकार ने कोविड-19 रोगियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। साथ ही पटाखों से निकलने वाला जहरीला धुआ भी लोगों को नुकसान पहुंचाएगा। राज्य सरकार ने आदेश का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर 2,000 रुपए का जुर्माना लगाने की भी घोषणा की है।
ओडिशा: राजस्थान के एक दिन बाद ओडिशा सरकार ने भी 10 से 30 नवंबर तक पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। आदेश में ओडिशा के मुख्य सचिव एके त्रिपाठी ने कहा, इस आदेश का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 और अन्य संबंधित कानूनों के प्रावधान के तहत दंडित किया जाएगा।
सिक्किम: बुधवार को सिक्किम सरकार ने कोविड-19 रोगियों और बीमारी से उबरने वाले लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पटाखों पर प्रतिबंध की घोषणा की। मुख्य सचिव एसके गुप्ता ने एक अधिसूचना में कहा, कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है और यह महसूस किया गया था कि पटाखों के उपयोग से वायु प्रदूषण बढ़ेगा जो कोरोना रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
दिल्ली: सर्दी का मौसम शुरू होते ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने लगा है। हाल के दिनों में कोरोना के नए केसों में वृद्धि के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को 30 नवंबर तक सभी पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
पश्चिम बंगाल: गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य में कोविड -19 के प्रसार की जांच करने के लिए काली पूजा, दिवाली और छठ पूजा पर पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। अदालत ने इस साल काली पूजा, दिवाली और छठ पूजा के दौरान पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस साल कोई विसर्जन जुलूस नहीं होगा।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र ने शुक्रवार को दिवाली के दौरान कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए, नागरिकों से पटाखे फोड़ने से बचने का आग्रह किया। हालांकि, मुंबई में, राज्य की राजधानी के नागरिक निकाय, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने गुरुवार को घोषणा की कि वह शहर में सार्वजनिक स्थानों पर पटाखे फोड़ना प्रतिबंधित करेगा। एजेंसी ने उल्लंघन करने वालों को दंडित करने की चेतावनी भी दी।
शिवकाशी को तगड़ा झटका
देश में पटाखों का सबसे बड़ा उत्पादन शिवकाशी में होता है। इस बार शिवकाशी में निराशा है। कारण पहले लॉकडाउन के कारण उत्पादन देरी से शुरू हुआ। इसके बाद अब दिवाली पर एक के बाद एक राज्य बैन लगा रहे हैं। शिवकाशी का 70 फीसदी बिजनेस दिवाली पर होता है।