बलरामपुर में भी दलित युवती से गैंगरेप, मौत, चाचा- भतीजे साहिल-शाहिद बंदी
हाथरस के बाद बलरामपुर में गैंगरेप:22 साल की दलित युवती से दुष्कर्म, अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ा; मां ने बताया- आरोपितों ने बेटी की कमर और पैर तोड़ दिए थे
घरवालों का कहना है बेटी सुबह 10 बजे घर से निकली और शाम 7 बजे लौटी, उसकी हालत बहुत खराब थी। कह रही थी कि पेट में तेज जलन हो रही है। (पीड़ित युवती का फाइल फोटो)
कॉलेज की फीस जमा कराने के लिए निकली थी, 9 घंटे बाद बेहोशी की हालत में लौटी
न खड़ी हो पा रही थी, न बोल पा रही थी, बस इतना कह पाई- हम मर जाएंगे
बलरामपुर 01 अक्तूबर। उत्तर प्रदेश में हाथरस के बाद अब बलरामपुर जिले में दलित युवती से गैंगरेप की घटना सामने आई है। 22 साल की कॉलेज छात्रा को किडनैप कर इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया और फिर दो आरोपितों ने दुष्कर्म किया। लड़की की हालत इतनी बिगड़ गई कि उसकी मौत हो गई। पुलिस ने साहिल और शाहिद नाम के आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है। मामला गैंसड़ी इलाके का है।
बेहोशी की हालत में रिक्शे पर घर पहुंची…
युवती कॉलेज की फीस जमा कराने के लिए मंगलवार सुबह 10 बजे घर से निकली थी। शाम तक नहीं लौटी तो घरवालों ने फोन किया, लेकिन फोन बंद था। शाम करीब 7 बजे युवती गंभीर हालत में रिक्शे से घर पहुंची। उसके हाथ पर कैनुला लगा था, बेहोशी की हालत में थी और बोल भी नहीं पा रही थी। परिजन तुरंत डॉक्टर के पास ले गए। फिर डॉक्टर के कहने पर लखनऊ ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही युवती की मौत हो गई।
पेट में बहुत तेज जलन है, हम मर जाएंगे….
लड़की की मां ने बताया कि बेटी कॉलेज से लौट रही थी, रास्ते में कार में आए 3-4 लोगों ने उसे अगवा कर लिया। उसे नशे के इंजेक्शन देकर दुष्कर्म किया गया। आरोपितों ने बेटी की कमर और पैर भी तोड़ दिए, इसलिए न तो वह खड़ी हो पा रही थी और न ही बोल पा रही थी। बस इतना ही कह पाई कि पेट में बहुत तेज जलन हो रही है, हम मर जाएंगे।
आरोपितों ने डॉक्टर बुलाया था, लेकिन उसे शक हो गया
पुलिस का कहना है कि वारदात गैंसड़ी गांव में एक किराना स्टोर के पीछे के कमरे में हुई। पीड़ित की सैंडल उसी कमरे के बाहर मिली हैं। दुकान मालिक ही घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। आरोपितों ने दुष्कर्म और मारपीट के बाद पास के ही डॉक्टर से पीड़ित का इलाज करवाने की कोशिश की थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कहा कि घटना जिले के गैंसड़ी बाजार इलाके की है, जहाँ एक निजी फर्म में काम करने वाली एक 22 वर्षीय दलित युवती मंगलवार (सितम्बर 29, 2020) की शाम घर न लौटने से उसके उसके माता-पिता उसकी तलाश करने लगे।
वहीं, जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक़, छात्रा की माँ का कहना है कि उनकी बेटी विमला विक्रम महाविद्यालय पचपेड़वा में बीकॉम में प्रवेश लेने के लिए सुबह दस बजे निकली थी। पुलिस ने कहा कि युवती के माता-पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने जब अपने मोबाइल फोन पर कॉल का जवाब नहीं दिया, तो उनके परिवार के सदस्यों में दहशत फैल गई।
देर शाम जब लड़की रिक्शा से घर लौटी तो उसके हाथ में ग्लूकोज ड्रिप लगी हुई थी और उसकी हालत ठीक नहीं थी। पुलिस अधीक्षक रंजन वर्मा के अनुसार, परिवार के सदस्यों ने कहा कि लड़की की हालत ठीक नहीं थी, इसलिए वे उसे पास के अस्पताल ले गए और बाद में बलरामपुर जिला अस्पताल ले गए जहाँ उसने दम तोड़ दिया।
स्थानीय डॉक्टर ने किया खुलासा
रिपोर्ट के अनुसार, बाजार स्थित निजी क्लीनिक के चिकित्सक डॉक्टर जियाउर्रहमान ने बताया कि दुकानदार शाहिद का भतीजा साहिल घटना के दिन, मंगलवार (सितम्बर 29, 2020) की शाम करीब पाँच बजे उन्हें अपने घर इलाज करने के लिए बुलाकर ले गया था। वहाँ पहुँचने पर उन्होंने देखा कि युवती पेट दर्द के इलाज के लिए दवा माँग रही थी और वह सोफे पर लेटी हुई थी।
डॉक्टर जियाउर्रहमान ने कहा कि घर में किसी महिला सदस्य के न होने पर दवा देने से मना कर वो बाहर निकल आए और आस-पास वालों को बुलाकर युवती के घर वालों को सूचना देने की बात कहकर वह वापस अपने क्लीनिक चले गए। उन्होंने कहा कि युवती को वहाँ कौन लेकर आया था उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है।
पुलिस ने फ्रैक्चर की बातों से इंकार किया
जब अस्पताल से पुलिस को इस मामले की सूचना दी गई, तो माता-पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। हालाँकि, परिवार के सदस्यों का कहना है कि लड़की के हाथ और पैर फ्रैक्चर्ड थे, जबकि पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसी किसी चोट की पुष्टि नहीं हुई।
मृतका युवती की माँ का कहना है कि घर लौटते वक्त उनकी बेटी के साथ बाजार स्थित मकान में ले जाकर दरिंदगी की गई। मृतका के भाई ने लिखित शिकायत में कहा है कि उसकी बहन मंगलवार सुबह दस बजे घर से निकली थी और जब रिक्शा से देर शाम घर पहुँची तो वह कुछ बोल पाने में भी असमर्थ थी। उसके कमर के नीचे का हिस्सा काम नहीं कर रहा था।
डॉक्टर जियाउर्रहमान के बयान के आधार पर ही पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता के भाई की शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई और दोनों आरोपितों – शाहिद व साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376-D में आरोप दर्ज किया गया है और आगे की जाँच जारी है। एसपी ने कहा कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाएगा और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टर ने बताया…
“साहिल नाम के लड़के का शाम 5 बजे फोन आया था। वह मुझे शाहिद की दुकान पर ले गया। वहां पर उन्होंने कहा कि एक फैमिली मेंबर को देख लीजिए। मैंने देखा कि कमरे में लड़की के अलावा कोई और नहीं था, मैंने पूछा कि ये कौन है? उन्होंने कहा कि सहकारी सचिव की बेटी है। मैंने कह दिया कि जब तक कोई महिला या बड़ा व्यक्ति नहीं आता, इलाज नहीं कर सकता। उन्होंने मुझे कहा कि आप अपने क्लीनिक जाइए, हम सेक्रेटरी को फोन कर लड़की को वहीं पर ले आएंगे। उसके बाद मुझे पता नहीं वे कहां गए।”
पुलिस ने अंतिम संस्कार में फिर जल्दबाजी दिखाई
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक अंतिम संस्कार में पुलिस ने हाथरस के मामले की तरह ही जल्दबाजी दिखाई। बलरामपुर की पीड़ित का का अंतिम संस्कार भी भारी पुलिस बल की तैनाती में मंगलवार रात को ही करवा दिया गया। यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिस ने मामला दबाने की कोशिश की थी। हालांकि, लोगों का कहना है कि पीड़ित परिवार की सहमति से ही अंतिम संस्कार किया गया।
गैंगरेप की पीएम रिपोर्ट: डाक्टरों की भी कांप गई रूह इतनी हुई थी हैवानियत
बलरामपुर गैंगरेप पीड़िता छात्रा की मौत आंत फटने से हुई है। दुष्कर्म की पुष्टि के बाद छात्रा का स्पर्म जांच के लिए भेजा गया है। अनुसूचित जनजाति छात्रा की मां को डीएम ने छह लाख 18 हजार 750 रुपए का चेक अहेतुक सहायता के रूप में दिया है। घटना में अन्य लोगों के शामिल होने के आरोप की जांच पुलिस कर रही है। बुधवार देर रात परिजनों ने पुलिस की मौजूदगी में छात्रा की अंत्येष्ठि कर दी। मौके पर पुलिस बल तैनात है।
स्थानीय कोतवाली क्षेत्र निवासिनी 22 वर्षीय छात्रा मंगलवार सुबह दस बजे घर से करीब दो किलोमीटर दूर बिमला विक्रम डिग्री कॉलेज में बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिला कराने गई थी। आरोप है कि गैसड़ी बाजार निवासी साहिद (23) पुत्र हबीब व साहिल (16) पुत्र हमीदुल्ला उसे अगवाकर अपने घर ले गए थे। वहां दोनों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। छात्रा की हालत बिगड़ी तो प्राइवेट डॉक्टर बुलाकर उसका घर पर इलाज कराया। देर शाम छात्रा को रिक्शे पर बैठा कर उसके घर भेज दिया। परिजन उसे तुलसीपुर सीएचसी ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस आंख बंद किए बैठी रही।
पोस्टमार्टम के लिए तीन चिकित्सकों का पैनल बनाया गया। सीएमओ डाक्टर. घनश्याम सिंह स्वयं भी मौजूद रहे। बुधवार देर रात पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई जिसमें गैंग रेप की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण आंत का फटना बताया गया है। छात्रा के शरीर में कई जगह हरे रंग के स्पॉट मिले। चिकित्सकों के मुताबिक आंत में अत्यधिक रक्त जमा होने से शरीर पर यह निशान उभरे हैं। डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया कि छात्रा के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने देर रात केस दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जिलाधिकारी ने छात्रा की मां को दी अहेतुक सहायता
देर रात छात्रा का शव परिजनों को सौंप दिया गया। उनकी सहमति पर रात में ही उसकी अंत्येष्ठि कर दी गई। लोगों का आक्रोश देखते हुए अंत्येष्ठि स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल लगाई गई थी। काफी संख्या में लोग अंत्येष्ठि में शामिल हुए। गुरुवार सुबह सात बजे डीएम कृष्णा करुणेश, एसपी देवरंजन वर्मा, शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर के महंत मिथलेश नाथ योगी, तुलसीपुर एसडीएम विनोद कुमार सिंह कलहंस पीड़िता के घर पहुंच गए। डीएम ने पीड़िता की मां को अहेतुक सहायता के रूप में चेक दिया। लेखपाल से कहा कि जमीन ढूढकर मां के नाम पट्टा बनवाएं।
पोस्टमार्टम के तुरंत बाद अंतिम संस्कार करवा दिया गया।
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अखिलेश यादव बोले- भाजपा सरकार अब लीपापोती न करे
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है। भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही और लीपापोती न करे, बल्कि अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई करे।