तनिष्क पर फेक न्यूज,NDTV पर गुजरात में होगा मुकदमा

गुजरात के गृहमंत्री ने NDTV पर केस दर्ज करने के दिए आदेश, तनिष्क पर फैलाया था फेक न्यूज
तनिष्क द्वारा विज्ञापन वापस लेने के बाद वामपंथी मीडिया चैनल एनडीवी ने ब्रेकिंग चलाते हुए दावा किया कि विवाद के चलते गुजरात के गाँधीधाम में तनिष्क के एक स्टोर पर हमला हुआ है।एनडीटीवी के मुताबिक, हमलावरों की भीड़ ने कथित तौर पर स्टोर मैनेजर को माफी पत्र लिखने के लिए कहा था।
अब गुजरात के गृहमंत्री ने इसका खंडन करते हुए कहा, “NDTV द्वारा गाँधीधाम (गुजरात) के तनिष्क स्टोर पर हमले की फैलाई गई खबरें पूर्णतः झूठ और फ़र्ज़ी हैं। यह बिलकुल ही गलत मंशा से गुजरात में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने और हिंसा भड़काने के उद्देश्य से किया गया कार्य है। मैंने इन लोगों पर मामला दर्ज करने को कहा है और फेक न्यूज चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।”
बता दें कि इससे पहले कच्छ के IPS ऑफिसर ने भी इस खबर को पूरी तरह से खंडन किया था। उन्होंने इस खबर को प्रोपेगेंडा के तहत चलाई जाने वाली खबर बताया। उन्होंने कहा था, “मीडिया चैनल दिखा रहे हैं कि तनिष्क शॉप पर हमला हुई है, दंगा हुआ है या चोरी हुआ है, तो ये यब गलत न्यूज है, फेक न्यूज है। ये एक प्रोपेगेंडा के हिसाब से चल रहा है। इसलिए इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।” उन्होंने बताया कि शोरूम के मालिक भी इस बारे में बात करना चाहते हैं।
NDTV की रिपोर्ट में कहा गया था कि गुजरात के गाँधीधाम में तनिष्क स्टोर पर हमला हुआ है। हमला होने के बाद स्टोर मैनेजर के माफी पत्र में कथित तौर पर सेक्युलर विज्ञापन प्रसारित करके हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए कच्छ जिले के लोगों से माफी माँगवाई गई।
तनिष्क के विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था। इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी। इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार सभी रस्मों रिवाजों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता दिखाया गया था।
विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया। कुछ इसी तरह का विवाद होली के दौरान सर्फ एक्सेल के एक विज्ञापन को लेकर भी हुआ था
गुजरात:SP ने कहा-तनिष्क शोरूम भीड़ के हमले की बात गलत,मैनेजर को आए थे धमकी भरे फोन
तनिष्क (Tanishq) ने मंगलवार को अपने उस विज्ञापन को वापस ले लिया जिसमें दो अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोगों के एक परिवार को दिखाया गया है.
तनिष्‍क के विज्ञापन को लेकर विवाद चल रहा है.
गुजरात (Gujarat) के कच्‍छ जिले के गांधीधाम में जूलरी ब्रांड तनिष्‍क (Tanishq) के विज्ञापन को लेकर गुस्साई भीड़ के कंपनी के शोरूम पर धावा बोलने की खबरों का कच्छ के एसपी मयूर पाटिल ने खंडन किया है. पाटिल ने कहा कि 12 अक्टूबर को दो लोग कच्छ के गांधीधाम स्थित तनिष्क के शोरूम आए थे और गुजराती में माफीनामा चिपकाने की मांग की थी. दुकान मालिक ने उनकी मांग पूरी कर दी थी लेकिन उन्हें कच्छ से धमकी भरे फोन आए थे. दुकान पर हमले की बात गलत है. मयूर पाटिल ने कहा कि हमले की खबरें गलत हैं, ये सब फेक न्यूज़ हैं और इसे प्रोपेगेंडा के तहत फैलाया जा रहा है.
वहीं गांधीधाम स्थित तनिष्क शोरूम के मैनेजर राहुल मनुजा ने भी कहा कि दुकान पर हमला नहीं हुआ था. हालांकि मुझे धमकी भरे फोन आए थे. पुलिस ने इस मामले में हमारा साथ दिया. इससे पहले ऐसी खबरें आई थीं कि गुस्साए लोगों ने तनिष्क (Tanishq Advertisement) शोरूम पर धावा बोल दिया और वहां के मैनेजर से विज्ञापन पर माफी मांगने के लिए कहा. इसके बाद मैनेजर ने उन लोगों के दबाव में माफीनामा लिखा बोर्ड वहां लगा दिया.
बता दें तनिष्क ने मंगलवार को अपने उस विज्ञापन को वापस ले लिया, जिसमें दो अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोगों के एक परिवार को दिखाया गया है.तनिष्क ने सोशल मीडिया पर तीखे हमले किए जाने के बाद अपना विज्ञापन वापस ले लिया,जिसमें कुछ लोगों ने उस पर ‘लव जिहाद’ और ‘फर्जी धर्मनिरपेक्षता’ को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे.
तनिष्क की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह भावनाओं को अनजाने में ठेस पहुंचने से दुखी है. इस फिल्म ने अपने उद्देश्य के विपरीत भावनाओं को ठेस पहुंचाई और इस पर तीव्र प्रतिक्रियाएं सामने आईं. कंपनी के इस कदम को लेकर सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर तीव्र बहस शुरू हो गई. तनिष्क ने अपने आभूषण संग्रह ‘एकत्वम’ को बढ़ावा देने के लिए विज्ञापन पिछले सप्ताह जारी किया था और तभी से इसे लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था.
इस विज्ञापन को लेकर ट्विटर पर हैशटैग ‘बायकॉट तनिष्क’ ट्रेंड करने लगा था. विज्ञापन को लेकर बहस शुरू हो गई और विज्ञापन पर प्रतिबंध लगाने और टाटा के ब्रांड के बहिष्कार की मांग करते हुए ट्वीट किये जाने लगे. तनिष्क ने सबसे पहले यूट्यूब पर अपने विज्ञापन पर टिप्पणियों तथा ‘लाइक्स’ और ‘डिस्लाइक्स’ को बंद किया और मंगलवार को वीडियो पूरी तरह से वापस ले लिया
तनिष्क ने एक बयान में कहा, ‘हम भावनाओं को ठेस पहुंचने से बहुत दुखी हैं और भावनाएं आहत होने के साथ ही अपने कर्मचारियों, साझेदारों और स्टोर कर्मियों की कुशलता को ध्यान में रखते हुए हम इस फिल्म को वापस ले रहे हैं.’ भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने तनिष्क के विज्ञापन को उसके मानकों के अनुरूप बताया है और उसके खिलाफ ‘सांप्रदायिक घालमेल को बढ़ावा देने’ की शिकायत को खारिज कर दिया.

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