मोदी के मन में बंगाल: राजनीतिक हत्याओं से नहीं मिलते वोट, दिवार पर लिखा पढ लो
मोदी के मन में बंगाल:राजनीतिक हत्याओं पर मोदी बोले- मौत के खेल से कोई मत नहीं पाता, दीवार पर लिखे ये शब्द पढ़ लेना
पटना
दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बुधवार सुबह ही कहा था, ‘दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने का मुख्य कारण सुपर स्प्रेडर इवेंट हैं।’ शाम को भाजपा मुख्यालय में ऐसा ही सुपर स्प्रेडर इवेंट हुआ। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंच से कोरोना पर देश की तैयारियों के बारे में बात की, लेकिन जश्न में सोशल डिस्टेंसिंग नदारद रही।
बिहार में NDA की जीत पर मुहर लगने के करीब 18 घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की जीत जश्न मनाने पार्टी मुख्यालय पहुंचे। करीब 40 मिनट के भाषण में उन्होंने बिहार पर बात की। परिवारवाद का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा और राजनीतिक हत्याओं का जिक्र कर विरोधी दलों को आड़े हाथ लिया। बंगाल या तृणमूल का नाम लिए बिना बोले- ‘मौत का खेल खेलकर कोई मत नहीं पाता है, दीवार पर लिखे ये शब्द पढ़ लेना।’ बिहार के बाद अब बंगाल में मई 2021 में विधानसभा चुनाव हैं।
भाजपा मुख्यालय पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा मौजूद थे। नड्डा ने कोरोना पर देश की तैयारियों के बारे में बताया। खुद मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को कोरोना से सतर्क रहने की सलाह दी, लेकिन जश्न में सोशल डिस्टेंसिंग नदारद थी। खासकर तब, जब दिन में ही एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा था, ‘दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने का मुख्य कारण सुपर स्प्रेडर इवेंट हैं, जहां लोग बड़ी तादाद में बिना सावधानी के इकट्ठा हो रहे हैं।’
मोदी की स्पीच के 10 अहम प्वाइंट
1. जेपी नड्डा को फुल सपोर्ट: कोरोना के संकटकाल में ये चुनाव करवाना आसान नहीं था। लेकिन, हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं इतनी सशक्त और पारदर्शी हैं कि उन्होंने इतना बड़ा चुनाव करवाकर दुनिया को भी भारत की ताकत का अहसास करवाया। चुनाव में भाजपा को और एनडीए को अपार जनसमर्थन मिला है। मैं हर भाजपा कार्यकर्ता और उनके परिवारजनों को हृदय से बधाई देता हूं। ये चुनावी नतीजे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डाजी की कुशलता और प्रभावी रणनीति का ही परिणाम है। नड्डाजी को जितनी बधाई दें, कम है। नड्डाजी आगे बढ़ो, हम साथ हैं।
2. राजनीति का आधार सिर्फ विकास: भाजपा ही एकमात्र ऐसी राष्ट्रीय स्तर की पार्टी है, जिसका परचम देश के नागरिकों ने ही पूरे देश में फहराया है। आप याद कीजिए कि कभी हम 2 सीटों तक थे और दो कमरों से पार्टी चला करती थी और आज हिंदुस्तान के हर कोने में है। 21वीं सदी के भारत के नागरिक बार-बार अपना संदेश स्पष्ट कर रहे हैं। अब सेवा का मौका उसी को मिलेगा, जो देश के विकास के लक्ष्य के साथ ईमानदारी से काम करेगा। 21वीं सदी में देश की राजनीति का आधार सिर्फ और सिर्फ विकास ही होगा।
जो लोग ये नहीं समझ रहे, इस बार भी उनका क्या हुआ, मालूम है ना? उनकी जगह-जगह जमानत जब्त हो गई है।
3. नौजवानों को बस भाजपा पर भरोसा: हम हर वो काम करेंगे, जो देश को आगे ले जाए। हम हर वो फैसला लेंगे, जो देश हित में हो, देश के लोगों के हित में हो। साथियों ! आज भाजपा ही देश की एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जिसमें गरीब, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित अपना प्रतिनिधित्व देखते हैं, अपना भविष्य देखते हैं। आज भाजपा ही ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है, जो समाज के हर वर्ग की आवश्यकताओं को समझती है, हर क्षेत्र की आवश्यकताओं को समझी है और उनके लिए काम कर रही है। आज देश के नौजवानों को सबसे ज्यादा भरोसा किसी पर है, तो वो भाजपा है।
4. जनता बार-बार भाजपा को मौका दे रही: ये भाजपा ही है, जिस पर देश आज सबसे ज्यादा भरोसा कर रहा है। ये भरोसा भाजपा के लिए, मेरे लिए, आपके प्रधानसेवक के लिए बहुत बड़ी पूंजी है। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने पहले से और ज्यादा सीटें जीतकर सरकार में अपनी वापसी की। बिहार में 3 बार सरकार में रहने के बाद भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जिसकी सीटों में वृद्धि हुई है। गुजरात में भाजपा 90 के दशक से है, वहां भी सभी सीटें जीतकर भाजपा ने दिखाईं। मध्यप्रदेश में भाजपा ने सीटें जोड़ी हैं, वहां भी हमारी सरकार इतने वर्षों से सत्ता में हैं। देश के लोग बार-बार भाजपा को ही मौका दे रहे हैं, विश्वास कर रहे हैं।
5. भाजपा का सक्सेस मंत्र गुड गवर्नेंस: भाजपा की सफलता के पीछे उसका गवर्नेंस मॉडल है। भाजपा सरकारों के गुडगवर्नेंस से कैसे स्थितियां बदल जाती हैं, बड़ी से बड़ी आपदा से लड़ने में मदद मिलती है। जब कोरोना आया तो ये संकट कितना बड़ा है, इसका अंदाजा बड़े-बड़े एक्सपर्ट और वैज्ञानिक भी नहीं लगा पाए। लेकिन, कोरोना के खिलाफ जैसी लड़ाई भारत ने लड़ी, वैसी कहीं नहीं लड़ी गई। जनता कर्फ्यू से लेकर अभी तक जिस तरह से इस बीमारी का सामना किया गया है, उसका भी समर्थन इन चुनावों ने किया है। कोरोना में बचाया गया एक-एक जीवन भारत की सफलता की कहानी है।
6. बिहार की जीत का रहस्य खोला: मुझे पता है आप लोग, खासकर मीडिया के साथ बार-बार सोच रहे होंगे कि मोदी ये लंबा-लंबा बोल रहा है, लेकिन बिहार पर भी कुछ बोले। बिहार पर भी विस्तार से बात करूं। बिहार तो सबसे खास है। आज आप बिहार के बारे में पूछेंगे तो मैं कहूंगा कि जैसा साफ जनादेश बिहार ने दिया है, मेरा जवाब भी उतना ही साफ है। चुनाव जीतने का एक ही रहस्य है ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास।’बिहार में सच जीता है, बिहार में विश्वास जीता है,बिहार का युवा जीता है, माताएं-बहनें-बेटियां जीती हैं, गरीब जीता है, किसान जीता है।
7. एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी परिवार के चंगुल में फंसी: दुर्भाग्य से कश्मीर से कन्याकुमारी तक परिवारवादी पार्टियों का जाल नजर आ रहा है। फैमिली पार्टियां हैं। ये पार्टियों का जाल लोकतंत्र के लिए खतरा बनता जा रहा है। ये बात देश का युवा भलीभांति जानता है। परिवार की पार्टियां या परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। दुर्भाग्य से देश की एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी, अनेक दशकों तक देश का नेतृत्व करने वाली पार्टी भी एक परिवार के चंगुल में फंस गई।
8. युवाओं को भाजपा ज्वाइन करने का न्योता: मैं देश के युवाओं को, जिनके दिल में राष्ट्रहित सर्वोपरि है, जिनमें लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्धता है। ऐसे युवाओं को निमंत्रित करता हूं। देश के युवाओं को मेरा आह्वान है कि वो भाजपा के माध्यम से देश की सेवा में जुट जाएं। अपने सपनों को साकार करने के लिए, संकल्पों को सिद्ध करने के लिए कमल को हाथ में लेकर चल पड़ें।
9. बंगाल के लिए साफ संदेश: जो लोग लोकतांत्रिक तरीके से हमारा मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं, हमें चुनौती नहीं दे पा रहे हैं, ऐसे कुछ लोगों ने रास्ता अपनाया है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या की जाए। देश के कुछ हिस्सों में उनको लगता है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारकर के वो अपने मंसूबे पूरे कर लेंगे। मैं उन सबको आग्रह पूर्वक समझाने का प्रयास भी करता हूं, मुझे चेतावनी देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वो काम जनता करेगी। चुनाव आते हैं, जय-पराजय होती है, कभी ये बैठेगा, कभी वो बैठेगा। लेकिन, ये मौत का खेल लोकतंत्र में कभी नहीं चल सकता। मौत का खेल खेलकर कोई मत नहीं पाता है। ये दीवार पर लिखे शब्द पढ़ लेना।
10. दीवाली पर वोकल फॉर लोकल: दीपावली दस्तक दे ही रही है। खूब धूमधाम से मनाइए। अपना ध्यान रखिए और अपनों का भी ध्यान रखिए। कोरोना से भी सतर्क रहिए और अब हमारा मंत्र है वोकल फॉर लोकल। ये गूंजना चाहिए। हमें लोकल चीजों पर हमारे लोगों का जिसमें पसीना है, जिसमें देश की मिट्टी की सुगंध है, नौजवान का टैलेंट है, उज्ज्वल भविष्य के सपने हैं, ऐसी भारत में बनी हुई चीज के लिए वोकल बनें। दुनिया का कोई देश हमें दबा नहीं पाएगा।