72 साल में पहली बार बन्नू बिरादरी की रावण दहन से इंकार
कोरोना इफेक्ट: 72 सालों में पहली बार दून में नहीं जलेगा रावण, बन्नू बिरादरी की ना
इस साल राजधानी देहरादून में बन्नू बिरादरी रावण दहन का भव्य कार्यक्रम नहीं करेगी.
देहरादून: प्रशासन द्वारा 200 लोगों की अनुमति न मिलने से नाराज बन्नू बिरादरी ने पहली बार दशहरा आयोजन करने से मना कर दिया है. बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष ने बताया कि इस साल कोरोना संक्रमण के कारण आयोजनों में केवल 50 ही लोगों को अनुमति दी गई है. ऐसे में इतने कम लोगों के साथ इस कार्यक्रम को करना संभव नहीं हो पाएगा. जिलाधिकारी ने शुक्रवार को ही दशहरा पर्व को लेकर गाइडलाइन जारी करते हुए रावण, कुंभकर्ण, मेघनाथ के पुतलों की ऊंचाई 10 फीट तक सीमित करने के साथ ही 50 से अधिक लोगों के पुतला दहन में शामिल होने की बात कही थी.
साल 1948 से हर साल बन्नू बिरादरी दशहरे के अवसर पर राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम और भव्य समारोह आयोजित करती आ रही है. मगर इस साल कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को ध्यान में रखते हुए बिरादरी ने दशहरा पर्व पर होने वाले समारोह को परेड ग्राउंड के स्थान पर रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल में सूक्ष्म रूप से मनाने के लिए जिला प्रशासन से कम से कम 200 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति मांगी थी. जिसके बाद दशहरा पर्व के लिए जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने शुक्रवार को गाइडलाइन के अनुसार रावण, कुंभकर्ण, मेघनाथ के पुतलों की ऊंचाई 10 फीट तक सीमित रहेगी और 50 से अधिक लोग पुतला दहन के स्थान पर एकजुट नहीं होने के निर्देश जारी किये थे।
इसके साथ ही दशहरा पर्व पर लगने वाले मेलों पर भी प्रतिबंधित लगाया था. साथ ही कहा गया कि पुतला दहन के अवसर पर भी सिर्फ आयोजक संस्था से संबंधित लोग ही उपस्थित रहेंगे.
जिसके बाद बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि हर साल आयोजित होने वाला दशहरा कार्यक्रम देहरादून शहर का मुख्य कार्यक्रम होता है, जिसमें पिछले कई सालों से लगभग एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होते हैं. मगर इस साल बिरादरी ने भी कोविड-19 संक्रमण से उत्पन्न वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन से केवल 200 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति मांगी थी. जिसे प्रशासन ने ठुकरा दिया. जिसके बाद सर्वसम्मति से इस साल रावण दहन के सार्वजनिक कार्यक्रम को नहीं करने का निर्णय किया गया ।
छोटा हुआ रावण मेले पर पाबंदी,10 फीट से ज्यादा नहीं होगी पुतलों की लंबाई,कोरोना के चलते मेला आयोजन पर रहेगा प्रतिबंध,25 को दशहरा को जिलाधिकारी ने जारी की गाइडलाइन
इस बार भी दशहरा पर्व मनाने के उत्साह में कोई कमी नहीं होगी, बस कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिहाज से जरूरी एहतियात बरतनी होगी। लिहाजा, रावण, कुंभकर्ण, मेघनाथ के पुतलों की ऊंचाई 10 फीट तक सीमित रहेगी और 50 से अधिक लोग पुतला दहन के स्थान पर एकजुट नहीं हो पाएंगे। इस दफा दशहरा पर्व पर लगने वाले मेलों को भी प्रतिबंधित किया गया है। 25 अक्टूबर को मनाए जाने वाले दशहरा पर्व के लिए जिलाधिकारी डाॅक्टर आशीष श्रीवास्तव ने गाइडलाइन जारी कर दी है,जिसका अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।
सिर्फ आयोजक संस्था के लोग रहेंगे
जिलाधिकारी के आदेश के मुताबिक, पुतला दहन के अवसर पर भी सिर्फ आयोजक संस्था से संबंधित लोग ही उपस्थित रहेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप आदेश जारी किए गए हैं। प्रशासन का प्रयास है कि सभी व्यक्ति उत्साह के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व को मनाएं और कोरोना संक्रमण की रोकथाम के नियमों का पालन करें। नियमों का पालन करना भी बुराई पर अच्छाई की जीत के समान है। दशहरा पर्व पर सभी लोग नियमों का पालन करें, यह सुनिश्चित कराने के लिए एडीएम (प्रशासन) को नोडल अधिकारी बनाया गया है। साथ ही क्षेत्रवार मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं। सभी मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्र में नियमों का पालन कराना सुनिश्चित करेंगे।
इस तरह तैनात किए गए मजिस्ट्रेट
देहरादून का संपूर्ण नगर क्षेत्र, सिटी मजिस्ट्रेट
तहसील विकासनगर, एसडीएम विकासनगर
तहसील चकराता व त्यूणी, संबंधित एसडीएम
तहसील कालसी, एसडीएम कालसी
तहसील डोईवाला, एसडीएम डोईवाला
तहसील देहरादून, एसडीएम सदर
तहसील ऋषिकेश, एसडीएम ऋषिकेश
मसूरी का क्षेत्र, एसडीएम मसूरी
पुलिस ने सभी संगठनों को दिए निर्देश
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया था कि जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में बन्नू बिरादरी, प्रेमनगर व्यापार मंडल समेत अन्य आयोजकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्हें बताया गया है कि पुतले का आकार 10 फीट से ऊंचा न रखें और एक स्थल पर अधिकतम 50 लोग ही एकत्रित होंगे।
मुख्यमंत्री ने दी विजयादशमी एवं दशहरा पर्व की शुभकामनाएं
इस मौके पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश वासियों को विजयादशमी एवं दशहरा पर्व की शुभकामनाए भी दी.मुख्य मंत्री ने कहा विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है.मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम का सम्पूर्ण जीवन चरित्र अनुकरणीय है.उनके जीवन की विशिष्टता समाज का मार्ग प्रशस्त करती रही है.उन्होंने धर्म एवं सत्यता के मार्ग पर चलकर रावण पर विजय प्राप्त की थी.