बाबा रामदेव हाथी से गिरे नहीं, विज्ञापन कर गए योग का

बाबा रामदेव गिरे नहीं हैं, ये विज्ञापन है तुमको जागरूक करने के लिए…
एक 54 वर्षीय व्यक्ति यानी बाबा रामदेव (Baba Ramdev) उंचाई से गिर पड़े तो लोग उसका मज़ाक बनाने को तैयार हैं जबकि वही व्यक्ति इतनी उम्र में गिरने के बावजूद फिट (Fit) है इस पर चर्चा नदाराद है. लोगों को खिल्ली उड़ाने की जगह बाबा के देखकर सीख लेने की ज़रूरत है.
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Updated: 14 अक्टूबर, 2020 09:44 PM
Mashahid Abbas
योग गुरू बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) हमेशा कुछ नया करने की कोशिश में लगे ही रहते हैं. यही नया करने की कोशिश में कभी कभी वह अपना ही मज़ाक बना बैठते हैं. अब हाल में ही जिसके लिए उनका मज़ाक बन रहा है वह क्रिया भी अलग ही है. वह हाल ही में योग प्रशिक्षण दे रहे थे इसी दौरान संत गुरू शरणानंद के लिए सजी हुई हथिनी पर उनकी निगाह पड़ गई. बाबा ने न आंव देखा न तांव चढ़ गए हथिनी पर और हथिनी पर बैठकर ही योग कराना शुरू कर दिया. इसी योग के दौरान हथिनी ने अपने कानों के साथ शरीर को तेज़ी से हिलाया डुलाया तो हथिनी पर सवार बाबा रामदेव का संतुलन ही बिगड़ गया और वह गिर पड़े. बाबा रामदेव को किसी भी तरह की चोंट नहीं आई वह फौरन ही उठ खड़े हुए है और जोशीले अंदाज़ में लोगों को बताया की वह पूरी तरह से फिट हैं. ये घटना मात्र एक हादसे के रूप में हुई लेकिन सोशल मीडिया पर बाबा की खिल्लियां उड़ाई जाने लगी. बड़ी तेज़ी के साथ बाबा के गिरने का यह वीडियो वायरल हो गया.
वीडियो डालने और उसे शेयर करने वालों को ये तो दिख गया की बाबाजी गिर पड़े लेकिन बाबा कितनी तेज़ी के साथ फिर उठ खड़े हुए इसपे शायद किसी की भी नज़र नहीं गई. एक 54 वर्षीय व्यक्ति हथिनी जैसे ऊंचाई वाले जानवर के ऊपर से नीचे गिरता है और बिल्कुल फिट रहता है चर्चा उनके इस मजबूती पर होनी चाहिए थी लेकिन चर्चा उनके गिरने की हो रही है. बाबा रामदेव योग गुरू कहलाए जाते हैं और योग के क्षेत्र में उनका योगदान भी बहुत बड़ा है.
बाबा से लोगों को ये वीडियो देख कर ही सीख लेने की ज़रूरत है कि योग जीवन में कितना कारगर है. वह 50 साल की उम्र में भी लोगों को नवजवान रखता है. वरना बाबा रामदेव की जगह कोई अन्य 54-55 साल का व्यक्ति ऐसे गिरता तो घायल तो ज़रूर हो जाता. बाबा रामदेव की ये ताकत ही उनकी पहचान है.बाबा रामदेव की ही कोशिश से भारत ने अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का फैसला किया और साल 2015 से ही अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाने लगा.
इसमें मुख्य भूमिका भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रही, वह खुद भी योग करते हैं और बाबा रामदेव के काम को हमेशा सराहते हैं. वर्ष 2015 से ही 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है. पहले ही वर्ष यानी 2015 में ही दिल्ली स्थित राजपथ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ी भीड़ के बीच योग किया था जो कि विश्व रिकार्ड के रूप में अब तक दर्ज है.
यह रिकार्ड सबसे अधिक भीड़ (तकरीबन 36 हज़ार) के साथ योग करने का और 84 अलग अलग देशों के लोगों के साथ योग करने का था. वर्ष 2015 में ही करीब 190 से अधिक देशों में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. दुनिया के सभी देश भारत को विश्व योग गुरू के रूप में जानते हैं.योग के फायदे तो जगज़ाहिर हैं लेकिन उसके असल ब्रांड अंबेसडर की बात की जाए तो वह गुरू रामदेव ही हैं जो हमेशा योग का प्रशिक्षण देते हुए ही नज़र आते हैं.

बाबा रामदेव के गिरने का वीडियो फैलाने वालों को उनकी ताकत का ज़िक्र कर उनसे सीख लेने की ज़रूरत है और अपने आपको भी ऐसे ही फुर्तीला बनाने का प्रयास करना चाहिए. यह वीडियो योग के विज्ञापन के रूप में देखा जाना चाहिए.

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