लव जिहाद:श्रद्धा बना रही थी ऋषिकेश में रील और संगी आफताब हत्या की योजना

SHRADDHA AND AFTAB HAD REACHED RISHIKESH BEFORE MURDER

महरौली हत्याकांड: घूमने-फिरने की शौकीन थी श्रद्धा, हत्या से पहले दोनों गए थे ऋषिकेश, इंस्टाग्राम रील पर लिखी कहानी

नई दिल्ली 14 नवंबर। दिल्ली के महरौली में प्रेमी आफताब ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी थी. 18 मई को हत्या से पहले श्रद्धा और आफताब चार मई को ऋषिकेश घूमने गए थे. श्रद्धा सोशल साइट इंस्टाग्राम पर सक्रिय थी. उसने घूमने का एक वीडियो भी शेयर किया था. (Aftab and Shraddha went to Rishikesh before murder)

दिल्ली के महरौली में किराए के मकान में अपने प्रेमी के साथ रह रही श्रद्धा की उसके प्रेमी आफताब ने पांच महीने पहले हत्या कर दी थी. उहने न केवल धारदार हथियार से श्रद्धा के शरीर के टुकड़े किए बल्कि उन्हें महरौली के जंगल में फेंक कर भाग गया. मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आफताब को पकड़ा तो उसने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया. वहीं, पुलिस को श्रद्धा के इंस्टाग्राम प्रोफाइल से कई वीडियो मिले हैं, जिनके बारे में आफताब ने बताया कि हत्या से पहले वह दोनों ऋषिकेश ट्रिप पर गए थे. (Aftab and Shraddha went to Rishikesh before murder)

वीडियो में श्रद्धा वशिष्ठ गुफा के पास गंगा नदी के किनारे बैठी हुई दिख रही है. रील के कैप्शन में है कि किसे पता था कि गंगा के इतने शांत पानी के किनारे बैठूंगी. इंस्टाग्राम प्रोफाइल से मिले वीडियोज और फोटोज से जाहिर होता है श्रद्धा को घूमना फिरना बहुत पसंद था. इंस्टाग्राम रील में श्रद्धा ने लिखा, ”तो मैंने रील बनाने की कोशिश की…1500 किलोमीटर की यात्रा के बाद मैंने अपने दिन को सनसेट के दृश्य के साथ समाप्त… करने का फैसला किया. मैं वशिष्ठ गुफा में गंगा तट पर गई. किसे पता था मैं ऐसे गंगा के निर्मल तट पर बैठकर यहां की सुंदरता निहारते हुए ऐसे समय बिताऊंगी.” वीडियो 4 मई का है जबकि 18 मई को उसके प्रेमी ने श्रद्धा की हत्या कर दी थी।

SOUTH DELHI/GIRL MURDERED IN LOVE AFFAIR BY BRINGING HER FROM MUMBAI TO DELHI

आफताब ने मुंबई से 1500 किलोमीटर दूर दिल्ली के मेहरौली इलाके में अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा (26 वर्ष) की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर (Girl murdered in love affair in Delhi) दी.  आरोपित ने शव के कई टुकड़े कर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में फेंककर शव  ठिकाने लगा दिया. दिल्ली पुलिस ने इस कत्ल की गुत्थी को सुलझाते हुए पांच महीने बाद आरोपित आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार किया .

पुलिस अब मृतक श्रद्धा के शरीर के उन टुकड़ों को आफताब के जरिए ढूंढ रही है, जिन्हें आरोपित ने हत्या करने के बाद अलग-अलग स्थानों पर फेंका था. जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपित रोज रात 2 बजे उन टुकड़ों को फेंकने फ्लैट से निकलता था. उसने टुकड़े फ्रीज में रखने को 300 लीटर का फ्रीज खरीदा था.

प्रेमी ने मुंबई से दिल्ली लाकर की युवती की हत्या

साउथ दिल्ली के एडिशनल डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि श्रद्धा के पिता विकास मदान (59 वर्ष) ने नवंबर  में अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर दिल्ली के महरौली थाना में दर्ज कराई. श्रद्धा के पिता ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी मुंबई के कॉल सेंटर में काम करती थी, जहां उसकी मुलाकात आफताब से हुई और दोनों की दोस्ती काफी नजदीकी में बदल गई. दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे लेकिन परिवार वाले इस बात से खुश नहीं थे जिसके चलते उन्होंने इसका विरोध किया. श्रद्धा के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

आफताब और श्रद्धा में 18 मई को झगड़ा हुआ था.पुलिस मुखबिर और टेक्निकल सर्विलांस से आफताब की तलाश में जुटी, एक गुप्त सूचना पर आफताब को धर दबोचा गया. पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि श्रद्धा उस पर लगातार शादी का दबाव बना रही थी, जिसको लेकर उनमें अक्सर झगड़ा होता था. इनसे तंग आकर उसने मई  में बेरहमी से उसकी हत्या कर शव के टुकड़े कर अलग-अलग जगह पर जंगल में फेंक दिए. पुलिस आफताब को गिरफ्तार कर  पूछताछ कर रही है.

उन्होंने बताया कि आफताब और श्रद्धा के बीच 18 मई को झगड़ा हुआ. झगड़े के दौरान श्रद्धा चिल्ला रही थी,  आवाज आस-पड़ोस के लोग ना सुन सकें, इसके लिए आफताब ने श्रद्धा का  गला दबा दिया. श्रद्धा को मरा देख आफताब ने श्रद्धा की लाश ठिकाने लगाने को आरी से श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े किए. आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को एक-एक करके 18 दिन तक महरौली के जंगलों में फेंकता रहा.

आफताब इतना शातिर था कि 18 दिनों तक श्रद्धा के शव के टुकड़ों में से बदबू ना आए, इसके लिए उसने बाजार से 300 लीटर का एक बड़ा फ्रिज खरीद उसमें श्रद्धा के शव के टुकड़े रखे . फिलहाल इस पूरे मामले में आफताब गिरफ्तार है और उससे लगातार पूछताछ हो रही है. जिस जगह उसने शव को काट काट कर टुकड़ों को फेंका था, वहां पर भी पुलिस छानबीन कर रही है.
इस घटना के खुलासे के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है. स्वाति ने अपने ट्वीट में इस घटना को रूप कंपाने वाली घटना बताया है. वहीं उन्होंने इस खौफनाक मर्डर को लेकर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि कैसे इतनी बड़ी वारदात छङ महीने पहले हुई और किसी को पता नहीं चला? क्या लड़की ने कोई घरेलू हिंसा या यौन शोषण की कम्प्लेंट दर्ज करायी थी? क्या इस आदमी को किसी और का सपोर्ट था? हत्यारे आफ़ताब को सख्त सजा होनी चाहिए।

 

 

‘श्रद्धा को पहले भी था हत्या का डर, तब हमने बचा लिया था’, दोस्त लक्ष्मण नाडर ने किया खुलासा

आफताब और श्रद्धा का बहुत झगड़ा होता था. एक बार श्रद्धा ने मैसेज कर खुद को बचा लेने की बात कही थी. हम सभी दोस्त रात में उसके पास पहुंचे थे और उसे बचाया था. उस समय जब हमने आफताब के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही थी. मगर, श्रद्धा ने ऐसा करने से मना कर दिया था.

श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण नाडर ने परिवार को दी थी जानकारी.

दिल्ली के छतरपुर में हुए श्रद्धा मदान मर्डर केस में उसके बचपन के दोस्त लक्ष्मण नाडर की चिंता ने ही श्रद्धा हत्याकांड का पर्दाफाश कराया. परिवार से तो श्रद्धा ने बातचीत करना बंद कर दिया था. मगर, वह अपने बचपन के दोस्त लक्ष्मण से संपर्क में थी.

श्रद्धा ने बॉयफ्रेंड आफताब के व्यवहार के बारे में लक्ष्मण को भी बताया था. मगर, बाद में लक्ष्मण के मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया. कई दिनों तक लक्ष्मण का संपर्क श्रद्धा से नहीं हो सका. तब उसे लगा कि कहीं कुछ तो गलत है.

फिर श्रद्धा के भाई और पिता को बताया कि श्रद्धा संपर्क नहीं हो पा रहा है और उसका फोन भी बंद आ रहा है. इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और श्रद्धा की बेहरमी से हत्या किए जाने के मामले का खुलासा हुआ।

दो महीनों से लक्ष्मण के मैसेज का जवाब नहीं मिल रहा था

लक्ष्मण ने बताया, ”श्रद्धा को लेकर अगस्त से चिंता बढ़ने लगी थी. दो महीने से हम संपर्क में नहीं थे. श्रद्धा किसी भी मैसेज का रिप्लाई नहीं कर रही थी. इसके बाद से ही मेरी चिंता और ज्यादा बढ़ने लगी. फिर मेरे और श्रद्धा के कॉमन दोस्तों से श्रद्धा के बारे में पूछा. मगर, उन लोगों ने भी संपर्क नहीं होने की बात कही. फिर मैंने श्रद्धा के भाई को पूरी बात बताई और उनसे कहा कि वे पुलिस की मदद लें.”

पहले भी समझाया था आफताब को: लक्ष्मण नाडर

लक्ष्मण ने बताया कि श्रद्धा और आफताब का बहुत झगड़ा होता था. एक बार श्रद्धा ने मुझे वाट्सएप पर मैसेज किया. उसने मुझसे कहा कि मुझे यहां से बचा लो. अगर में यहां में रात भर रही, तो आफताब मुझे मार डालेगा. इसके बाद हम सभी दोस्त मिलकर उनके फ्लैट पर पहुंचे और श्रद्धा को बचाया.

फिर हम दोस्तों ने आफताब को चेतावनी भी दी थी. उससे कहा था अगर उसने फिर से श्रद्धा को परेशान किया, तो पुलिस से शिकायत कर देंगे. मगर, श्रद्धा ने ही पुलिस के पास जाने से मना कर दिया और आफताब के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने से हमें रोक दिया था. वह घर के आस-पास के लोगों से भी ज्यादा बात नहीं करता था.

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