पैगंबर के कार्टून पर गई दो और की जान
पेरिस: पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बच्चों को दिखाया, पैरंट ने टीचर का सिर काटा, खुद बना पुलिस की गोली का शिकार
पेरिस में एक शख्स ने स्कूल टीचर का गला काट दिया। टीचर ने स्कूल के बच्चों को पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था। घटना के बाद भागे आरोपी को पुलिस ने गोली मार दी।
पेरिस 17 अक्तूबर। फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद को लेकर हुए विवाद में अब दो और जानें चली गई हैं। फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक शख्स ने अपने बच्चे के टीचर का सिर इसलिए काट दिया क्योंकि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बच्चों को दिखाया था। इसके बाद यह शख्स नारे लगाने लगा। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस को भी उसने बंदूक दिखाकर डराने की कोशिश की और बाद में पुलिस की गोली का शिकार हो गया।
पैगंबर का कार्टून दिखाने से नाराज
डेलीमेल की खबर के अनुसार टीचर ने हाल में बच्चों को पैगंबर का कार्टून दिखाया था जिससे यह शख्स नाराज था। वह टीचर के सामने चाकू लेकर पहुंचा और उनका सिर काट दिया। सूचना पाकर जब पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी वहीं मौजूद था। पुलिस को हथियार दिखाकर वह मौके से भाग निकला। करीब दो मील दूर पहुंचकर उसने फिर से पुलिस को बंदूक दिखाई और सरेंडर करने से इनकार कर दिया।
अखबार ने सूत्र के हवाले से लिखा है कि उसने बंदूक पुलिस के ऊपर तान दी जिसके बाद पुलिस ने उसे गोली मार दी। घटनास्थल से करीब 10 गोलियां चलने की आवाज सुनी गई। घटना की जांच कर रहे अधिकारियों ने आरोपी को संदिग्ध आतंकी करार दिया है।
शार्ली एब्दो हमले की याद
यह घटना ऐसे वक्त में हुई है जब पेरिस में 2015 में हुए शार्ली एब्दो हमले की सुनवाई चल रही है। वह आतंकी हमला भी पैगंबर मोहम्मद के कार्टून छापने से नाराज होकर किया गया था। यही नहीं, इस साल उस केस की सुनवाई शुरू होने के बाद मैगजीन ने फिर से कार्टून छापे थे जिस पर अल-कायदा ने धमकी दी थी कि 2015 का हमला आखिरी नहीं था।
फ्रांस में शुक्रवार शाम हमलावर ने हिस्ट्री टीचर की गला रेतकर हत्या कर दी। कुछ देर बाद पुलिस ने हमलावर को घेर लिया। उससे सरेंडर करने को कहा गया। जब उसने सरेंडर नहीं किया तो पुलिस ने उसे गोली मार दी। हमलावर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। टीचर पर आरोप है कि उसने कुछ दिन पहले क्लास में इस्लाम से जुड़ी कोई फोटो दिखाई थी। बताया जाता है कि हमलावर इसी बात से नाराज था।
टीचर का पीछा किया गया
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर ने काफी दूर तक टीचर का पीछा किया था। एंटी टेरर डिपार्टमेंट ने इसकी पुष्टि की है। घटनास्थल राजधानी पेरिस के काफी करीब है। डिपार्टमेंट के मुताबिक- घटना कॉन्फ्लांस सेन्ट होनोरिन इलाके में हुई। यहां एक सेकंडरी स्कूल में कुछ दिन पहले इस टीचर ने इस्लाम से जुड़ा कोई चित्र दिखाया था। टीचर जब स्कूल से निकला तो आरोपित ने उसका पीछा किया। बाद में मौका पाकर उसका गला काट दिया।
चार लोग गिरफ्तार
कुछ देर बाद आरोपित को पुलिस ने इसी इलाके में घेर लिया। उसने सरेंडर करने से इनकार किया तो पुलिस ने गोली मार दी। बाद में चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने घटना की निंदा की। कहा- टीचर की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वो फ्रीडम ऑफ स्पीच यानी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का इस्तेमाल कर रहा था। वो इस्लामिक कट्टरता की शिकार हुए। मैक्रों ने घटनास्थल का दौरा भी किया।
कौन था हमलावर
फ्रांस सरकार या एंटी टेरर डिपार्टमेंट ने हमलावर के बारे में फिलहाल किसी तरह की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हमलावर की उम्र 18 साल है और वो मूल रूप से चेचेन्या मूल का है। उसका जन्म मॉस्को में हुआ था। फ्रांस के एजुकेशन मिनिस्टर ने कहा- पुलिस और जांच एजेंसियों को अपना काम करने दीजिए। इस बारे में जानकारी वक्त आने पर जरूर दी जाएगी।