इंदौर में भाजपा का मुकाबला रहा ‘NOTA’ से,बने तीन रिकार्ड

Indore Election Result: इंदौर में 10 लाख+ वोटों से जीते BJP के शंकर लालवानी, NOTA भी पा गया 2 लाख से ज्यादा वोट
इंदौर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने चुनावी नामांकन वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी को मैदान खाली कर दिया था. ऐसे में भगवा खेमे ने चुनाव में रिकॉर्ड जीत को टारगेट बनाकर काम किया.

इंदौर ,04 जून 2024, मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई यानी इंदौर लोकसभा सीट के घोषित चुनाव परिणाम से तीन बड़े रिकॉर्ड बन गए हैं. पहला यह कि किसी BJP प्रत्याशी (शंकर लालवानी) को सबसे ज्यादा वोट मिले. दूसरा देश में सबसे बड़ी जीत हुई है. तीसरा यह है कि भारत देश में पहली बार NOTA को 2.15 लाख से अधिक मत मिले.

इंदौर से दूसरी बार संसदीय चुनाव में उतरे भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी को 12 लाख 26 हजार 751 वोट मिले हैं और करीब 10 लाख के अंतर से जीत मिली है. तब लालवानी 5 लाख 47 हजार 754 मतों से जीते थे. मतलब इंदौर में भाजपा प्रत्याशी ने अपनी जीत का रिकॉर्ड तोड़ देश में भी सबसे बड़े अंतर से जीत प्राप्त की है.

बता दें कि गुजरात की नवसारी सीट से भाजपा उम्मीदवार सीआर पाटिल ने 2019 के लोकसभा चुनावों में सबसे अधिक अंतर से जीत दर्ज की, जहां उन्होंने अपने निकटतम कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी डीबी पाटिल को रिकॉर्ड 6 लाख 89 हजार मतों से हराया था. वहीं, अक्टूबर 2014 में हुए लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की प्रीतम मुंडे ने महाराष्ट्र के बीड से 6.96 लाख वोट अंतर से जीत हासिल की थी.
इसके अलावा,NOTA को पहली बार देश में 2 लाख 18 हजार 674 वोट मिले हैं.यह भी रिकॉर्ड है.इससे पहले यह कीर्तिमान 2019 में बिहार की गोपालगंज लोकसभा सीट पर नोटा का रिकॉर्ड 51 हजार 660 वोट या लगभग 5 प्रतिशत मतदान था.

शुरुआत में इंदौर लोकसभा का चुनाव बिल्कुल ठंडा रहा.कारण कि परिणाम शायद सबको पता था.दरअसल, इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अप्रत्याशित ढंग से चुनावी नामांकन वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी के सामने खाली मैदान छोड़ दिया था.हालांकि, कांग्रेस ने यहां भाजपा को सबक सिखाने को NOTA का प्रचार खूब किया.शायद इसी से लगातार हो रही मतगणना के राउंड में NOTA को 2 लाख से अधिक वोट मिल गए.

राउंड वाइज मतक्रम
– भाजपा के शंकर लालवानी को 12 लाख 23 हजार 746 वोट प्राप्त हो चुके. लालवानी मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी जीत यानी 10 लाख से ज्यादा वोटों से जीते हैं. दूसरे नंबर पर NOTA है. नोटा को रिकॉर्ड 2.18 लाख से ज्यादा मत प्राप्त हुए. जबकि बसपा प्रत्याशी संजय सोलंकी को 51 हजार से अधिक वोट मिले हैं.

– इंदौर सीट से भाजपा के शंकर लालवानी को अब तक 12 लाख वोट मिल चुके हैं.दूसरे नंबर पर NOTA है.नोटा को रिकॉर्ड 2 लाख के करीब मत प्राप्त हो रहे हैं. जबकि बसपा प्रत्याशी संजय सोलंकी को 46 हजार वोट मिले.

– शंकर लालवानी- 9 लाख 50 हजार वोट प्राप्त कर चुके . उनके मुकाबले बसपा के संजय को 40 हजार वोट मिले जबकि NOTA को अब तक 1 लाख 65 हजार वोट मिले हैं.

– BJP के उम्मीदवार शंकर लालवानी-8 लाख 14 हजार 380 वोट
नोटा- 1 लाख 45 हजार 837
बसपा के संजय सोलंकी- 35 हजार 893

– भाजपा के शंकर लालवानी- 7 लाख 74 हजार 449 वोट
नोटा- 1 लाख 38 हजार 265
बसपा के संजय सोलंकी- 33 हजार 921

– भाजपा के शंकर लालवानी पहुंचे 7 लाख के करीब. 6,97,885 वोटों से चल रहे हैं आगे. नोटा भी हुआ एक लाख के पार, मिले 1,18,748 मत.

– भाजपा प्रत्याशी लालवानी अब तक 537587 मतों से आगे, नोटा के खाते में अब तक आए 111691 मत

– भाजपा के शंकर लालवानी को 5 लाख 72 हजार 403 वोट मिल चुके हैं. इसके मुकाबले बसपा के संजय सोलंकी को 24 हजार 105 मत मिले हैं. इस चुनाव में NOTA 96 हजार से ज्यादा वोट लेकर दूसरे नंबर पर बना हुआ है।

– 15वें राउंड में भाजपा के शंकर लालवानी को 5 लाख 24320, बसपा संजय सोलंकी को 22 हजार 446 और नोटा 90267 वोट मिले.

– भाजपा के शंकर लालवानी 4,85,437 से आगे और नोटा को मिले 83,290 मत.

– BJP के शंकर लालवानी आगे चल रहे हैं.

– 8 बजे से डाक मत पत्रों की गिनती शुरू हुई.

– स्ट्रांग रूम पहुंचे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी.

इंदौर में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग हुई थी. इस सीट पर 61.67 % मतदान हुआ. इनमें 65.33 प्रतिशत पुरुष और 57.83 % महिला मतदाता शामिल हैं. इससे पहले 2014 के चुनाव में 62.26% और 2019 में 69.31% वोटिंग हुई थी.

25 लाख से ज्यादा मतदाताओं वाली इंदौर लोकसभा सीट 8 विधानसभा सीट से मिलकर बनी है. इंदौर शहर के 5 विधान सभा क्षेत्रों के अलावा देपालपुर, राऊ और सांवेर सीट इसमें शामिल हैं.

बता दें कि इंदौर लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए बीते 25 अप्रैल तक नामांकन भरे गए थे. नाम वापसी को 29 अप्रैल दिन आखिरी दिन था. इससे पहले इस लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया. यही नहीं, कांग्रेस छोड़कर अक्षय बम ने भाजपा का दामन भी थाम लिया था.

पेशे से बिजनैसमैन बम ने इंदौर के BJP कार्यालय में मीडिया से अपनी सफाई में कहा था, कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद मैंने वोट हासिल करने को खुद कड़ी मेहनत की, लेकिन इतना बड़ा चुनाव पार्टी संगठन के सहयोग बिना नहीं लड़ा जा सकता था.”

इंदौर लोकसभा सीट से पिछले आम चुनाव में भाजपा के शंकर लालवानी ने 5,47,754 मतों के अंतर से जीत पाई थी. भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस के पंकज संघवी को परास्त किया था. इंदौर सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है. लगातार 9 बार से भाजपा इस सीट पर जीत हासिल कर रही है.
TOPICS:इंदौर,मध्य प्रदेश

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