भाजपा ने उत्तरांखड में काटे 10 विधायकों के टिकट तो क्यों?,बाकी 11 की सूची पर सस्पेंस
उत्तराखंड बीजेपी की पहली लिस्ट में 10 विधायकों के कटे टिकट, इनके उम्मीदों पर फिरा पानी
उत्तराखंड बीजेपी में प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के साथ ही 10 विधायकों के उम्मीदों पर पानी फिर गया है. जिसमें खानपुर से कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, यमकेश्वर विधानसभा से ऋतु खंडूरी, द्वाराहाट से महेश नेगी, गंगोलीहाट से मीना गंगोला समेत अन्य सिटिंग विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया गया है.
देहरादून 20 जनवरी। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है. उत्तराखंड बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है, लेकिन टिकट को लेकर जो आशंका जताई जा रही थी, वो कुछ हद तक सही निकली है. दरअसल, पार्टी ने 59 प्रत्याशियों के नाम जारी किए हैं. इस पहली सूची में ही 10 विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं. जबकि, अभी 11 सीटों पर प्रत्याशियों का चयन होना बाकी है और इनमें भी कई विधायकों के टिकट कटने की संभावना है.
उत्तराखंड बीजेपी ने 59 विधानसभा में प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं. इन सीटों पर 2017 में काबिज 10 विधायकों के टिकट काटे गए हैं. इस तरह देखा जाए तो राज्य में बीजेपी ने अपनी पहली सूची में ही 10 सीटों पर प्रत्याशी बदले हैं. खास बात ये है कि कई बार के विधायक (और मंत्री भी रहे) बलवंत सिंह भौर्याल का भी टिकट काटा गया है. उधर, 2017 में विधानसभा उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाले रघुनाथ सिंह चौहान का भी टिकट काट दिया गया है.
इन विधायकों का कटा टिकट
Uttarakhand BJP cut ticket
अब जानिए क्यों कटे टिकट-
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का कटा टिकट, लेकिन पत्नी लड़ेंगीं चुनाव
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन हमेशा विवादित बयानों और अलग-अलग कारनामों की वजह से सुर्खियों में रहे. चैंपियन के बयानों और कारनामों की वजह से कई बार पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. हालांकि, बीजेपी ने कई बार चैंपियन को हिदायत भी दी, लेकिन जब वो नहीं माने तो बाद में उन्हें पार्टी से अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित कर दिया गया.चैंपियन साल 2016 में कांग्रेस की हरीश रावत सरकार के खिलाफ बागवत कर नौ विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे और जीत कर आए थे. इससे पहले चैंपियन का तमंचों और शराब के साथ फिल्मी गाने पर ठुमकों का वीडियो भी वायरल हुआ था. इतना ही नहीं मामला तब पेचीदा हो गया, जब एक निजी चैनल के पत्रकार के साथ बदसलूकी कर दी. जिस पर तत्कालीन त्रिवेंद्र सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. जिसके बाद संगठन ने कार्रवाई कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया.
9 जुलाई 2019 को उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. इस वीडियो में वो राज्य के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी भी कर रहे थे. जिसके बाद बीजेपी ने 22 जून को अनुशासनहीनता के आरोप में चैंपियन की पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तीन माह के लिए निलंबित कर दी थी. इन्हीं सब घटनाओं के बाद पार्टी पर चैंपियन को निष्कासित करने का प्रेशर था. इसके बाद पार्टी ने उन्हें छह साल को निष्कासित कर दिया था. वहीं, चैंपियन को बीजेपी ने बाहर का रास्ता तो दिखाया, लेकिन 13 महीनों के भीतर ही वापस पार्टी में ले लिया गया है. हालांकि, इस बार कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन खुद ही पार्टी से अपनी पत्नी को टिकट देने की मांग कर रहे थे.वे खुद अपने लिए मंगलौर से टिकट मांगने लगे थे।
यौन शोषण मामले ने महेश नेगी को दिखाया बाहर का रास्ता
यौन शोषण के आरोप में घिरे द्वाराहाट बीजेपी विधायक महेश नेगी ने भी पार्टी की जमकर किरकिरी करवाई. दरअसल, साल 2020 के अगस्त महीने में विधायक की पत्नी ने एक महिला पर विधायक को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था. मामले में नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद महिला सामने आई और विधायक के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. इस पर महिला ने कोर्ट की शरण ली.कोर्ट के आदेश पर 6 सितंबर 2020 को नेहरू कॉलोनी थाने में विधायक महेश नेगी के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया. इस मुकदमे में नेहरू कॉलोनी पुलिस चार्जशीट दाखिल कर चुकी थी, लेकिन तत्कालीन आईजी रेंज के हस्तक्षेप के बाद इसे वापस कराया गया और फिर जांच को महिला थाना श्रीनगर ट्रांसफर किया गया. महिला ने स्थानीय कोर्ट में अपनी बेटी के डीएनए के साथ विधायक का डीएनए मैच कराने को प्रार्थनापत्र दिया था.
मामला नैनीताल हाईकोर्ट भी पहुंचा. जहां बीती 10 दिसंबर 2021 को कोर्ट ने यौन शोषण के आरोप में घिरे द्वाराहाट बीजेपी विधायक महेश नेगी की याचिका की सुनवाई (MLA Mahesh Negi Sexual Abuse Case) करते हुए निस्तारित कर दिया. कोर्ट के मुताबिक, विधायक के खिलाफ रेप करने की पुष्टि नहीं हुई. इस मामले में जमकर राजनीति भी हुई. विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने की कोशिश की. अब पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है.
हरभजन सिंह चीमा ने बेटे को दिलाया टिकट
काशीपुर से हरभजन सिंह चीमा का टिकट काटकर उनके बेटे त्रिलोक सिंह चीमा को टिकट दिया गया है. यहां भी हरभजन सिंह चीमा ने ही अपने बेटे के लिए पैरवी की थी. ऐसे में हरभजन सिंह भले ही खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हों, लेकिन अपने बेटे को टिकट दिलाने में कामयाब रहे. ऐसे में इसे टिकट कटने के रूप में नहीं भी लिया जा सकता।
यें हैं आज घोषित प्रत्याशी
1-पुष्कर सिंह धामी(खटीमा)
2-मदन कौशिक(हरिद्वार)
3-दुर्गेश्वर लाल ,(पुरोला,सुरक्षित अनुसूचित जाति)
4-केदार सिंह रावत (यमुनौत्री)
5-सुरेश चौहान (गंगोत्री)
6-महेंद्र भट्ट (बद्रीनाथ)
7-भोपाल राम टम्टा (थराली, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
8-अनिल नौटियाल (कर्ण प्रयाग)
9-भरत सिंह चौधरी (रुद्रप्रयाग)
10-शक्ति लाल शाह (घनसाली, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
11-विनोद कंडारी (देवप्रयाग )
12-सुबोध उनियाल (नरेंद्र नगर)
13-विजय सिंह पंवार(गुड्डू भाई)(प्रताप नगर)
14-प्रीतम सिंह पंवार (धनोल्टी)
15-रामशरण नौटियाल (चकराता, सुरक्षित, अनुसूचित जनजाति)
16- मुन्ना सिंह चौहान (विकासनगर)
17-सहदेव सिंह पुंडीर(सहसपुर)
18-विनोद चमोली (धर्मपुर)
19-उमेश शर्मा काऊ (रायपुर)
20-खजान दास ( राजपुर रोड, सुरक्षित अनुसूचित जाति)
21-श्रीमती सविता कपूर (देहरादून कैंट )
22- गणेश जोशी(मसूरी)
23-प्रेमचंद अग्रवाल (ऋषिकेश)
24-आदेश चौहान(बीएचईएल)
25-सुरेश राठौर ( ज्वालापुर, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
26-मास्टर सत्यपाल(भगवान पुर, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
27- प्रदीप बतरा (रुड़की)
28- श्रीमती कुंवरानी देवयानी
29- दिनेश पवार(मंगलौर)
30- संजय गुप्ता (लक्सर)
31-स्वामी यतीश्वरानंद ( हरिद्वार ग्रामीण)
32-श्रीमती रेणु बिष्ट (यमकेश्वर)
33-राजकुमार पोरी (पौड़ी, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
34-डाक्टर धनसिंह रावत (श्रीनगर )
35-सतपाल महाराज ( चौबट्टाखाल)
36-दिलीप सिंह रावत (लैंसडाउन)
37-धनसिंह धामी(धारचुला)
38-बिशन सिंह चुफाल(डीडीहाट)
39-श्रीमती चंद्रा पंत(पिथौरागढ़)
40-फकीर राम टम्टा(गंगोलीहाट)
41-सुरेश गडिया(कपकोट)
42-चंदनराम दास(बागेश्वर, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
43-अनिल शाही(द्वाराहाट)
44-महेश जीना(सल्ट)
45-श्रीमती रेखा आर्य(सोमेश्वर, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
46-कैलाश शर्मा(अल्मोड़ा)
47-पूरन सिंह फर्त्याल( लोहाघाट)
48-कैलाश गहतोड़ी (चंपावत)
49-राम सिंह कैड़ा ( भीमताल)
50-सरिता आर्य(नैनीताल, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
51-बंसीधर भगत( कालाढूंगी)
52-दीवान सिंह बिष्ट (रामनगर)
53- डॉक्टर शैलेन्द्र मोहन सिंघल (जसपुर)
54-त्रिलोक सिंह चीमा
55-राजेश कुमार (बाजपुर, सुरक्षित, अनुसूचित जाति)
56-अरविंद पांडेय (गदरपुर)
57-राजेश शुक्ला(किच्छा)
58-सौरभ बहुगुणा(सितारगंज)
59-डाक्टर प्रेम सिंह राणा(नानकमत्ता, सुरक्षित, अनुसूचित जनजाति)