चोर की दाढ़ी में तिनका: occrp-कांग्रेस गठजोड़ के भाजपा आरोप पर US भीगी बिल्ली
Us Embassy Responded To Bjp Allegations To Involvement Of Anti India Agenda Of Us State Department
सत्ताधारी दल का ऐसे आरोप लगाना निराशाजनक, भाजपा के भारत विरोधी अजेंडा वार पर यूएस एंबेसी का जवाब
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अमेरिकी विदेश विभाग पर भारत विरोधी एजेंडा चलाने और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। भाजपा का दावा है कि OCCRP, जिसे अमेरिकी एजेंसियों द्वारा फंड किया जाता है, कांग्रेस के साथ मिलकर मोदी सरकार को बदनाम कर रहा है।
मुख्य बिंदु
यूएस ने कहा-सत्तारूढ़ पार्टी का इस तरह आरोप लगाना निराशाजनक
संसद में भाजपा सांसदों ने उठाया था मसला, मुद्दे पर खूब हुआ था हंगामा
भाजपा ने पीसी कर OCCRP का कनेक्शन राहुल गांधी से बताया
नई दिल्ली : अमेरिका ने भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। यूएस एंबेंसी के प्रवक्ता का कहना है कि यह निराशाजनक है कि भारत की सत्तारुढ़ पार्टी इस तरह के आरोप लगा रही है। भाजपा ने आरोप लगाया था कि भारत विरोधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अजेंडा चलाने के पीछे हमेशा यूएस स्टेट डिपार्टमेंट (अमेरिकी विदेश विभाग) का हाथ रहा है।
लोकसभा में उठा था मामला
गुरुवार को लोकसभा में भाजपा सांसद ने ये मामला उठाया और भाजपा ने इसे लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। भाजपा ने आरोप लगाया कि जॉर्ज सोरोस की मदद से कांग्रेस भारत के खिलाफ षड्यंत्र रच रही है। भाजपा सांसद निशिकांत दूबे और डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सोरोस के फंड से चल रहा OCCRP भारत के खिलाफ गलत जानकारी फैलाता है।
इसमें कांग्रेस की मिलीभगत का आरोप लगाया। भाजपा ने सोशल मीडिया पर अपने आधिकारिक हैंडल से भी यह आरोप लगाए। इसमें कहा गया कि OCCRP का कनेक्शन राहुल गांधी से हैं। साथ ही कहा कि OCCRP का कंट्रोल यूएस सरकार के पास है।
कांग्रेस के राजनीतिक विषयों पर भाजपा का सवाल
इसमें लिखा कि पिछले चार सालों में जिन भी मुद्दों पर कांग्रेस ने भाजपा को निशाना बनाया है, वे सभी विदेशी नेरिटिव और स्रोतों पर आधारित हैं। भाजपा ने कहा कि पेगासस, अदानी, जाति जनगणना, ‘लोकतंत्र खतरे में’, ग्लोबल हंगर इंडेक्स, धार्मिक स्वतंत्रता और प्रेस स्वतंत्रता जैसे मुद्दे – ये सभी अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से बड़े पैमाने पर प्रेरित लगते हैं।
भाजपा ने आरोप लगाया कि 2021-2022 के दौरान, OCCRP ने पेगासस स्पाइवेयर पर कई लेख प्रकाशित किए, जिन्हें भारतीय संसद सत्र शुरू होने के ठीक पहले समयबद्ध तरीके से जारी किया गया। इन लेखों का मुख्य उद्देश्य मोदी सरकार को निशाना बनाना था।
अमेरिकी विदेश विभाग का बताया था हाथ
कांग्रेस ने इन सामग्रियों का उपयोग संसद में बाधा और सरकार पर हमले करने को किया। भाजपा ने लिखा कि 2023 से अब तक, OCCRP ने अदानी समूह पर लगभग 5-7 लेख प्रकाशित किए हैं, जो इसे बार-बार निशाना बनाते दिखते हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि इस एजेंडे के पीछे हमेशा अमेरिकी विदेश विभाग (U.S. State Department) का हाथ रहा है। फ्रांस के एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देकर कहा गया है कि OCCRP को अमेरिकी विदेश विभाग की एजेंसी USAID, और अन्य ‘डीप स्टेट’ हस्तियों जैसे जॉर्ज सोरोस फंड करता है।
आरोप को बताया निराशाजनक
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता के बयान में कहा गया कि यह निराशाजनक है कि भारत की सत्तारूढ़ पार्टी ऐसे आरोप लगा रही है। अमेरिकी सरकार स्वतंत्र संगठनों के साथ ऐसे कार्यक्रमों पर काम करती है जो पत्रकारों के पेशेवर विकास और क्षमता निर्माण को प्रशिक्षण देते हैं। यह कार्यक्रम इन संगठनों के संपादकीय फैसले या दिशा प्रभावित नहीं करता।
बयान में कहा गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका लंबे समय से दुनिया भर में मीडिया स्वतंत्रता का समर्थक रहा है। एक स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रेस किसी भी लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो सूचित (informed) और रचनात्मक बहस को सक्षम बनाता है और सत्ताओं को जवाबदेह ठहराता है।
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‘राहुल गांधी देशद्रोही’ का आरोप लगाने वाले संबित पात्रा के त्रिकोण के सारे चरित्र समझिए
कांग्रेस की ओर से अडानी का मुद्दा जोर-शोर से उठाया जा रहा। इस बीच बीजेपी ने कांग्रेस पर जॉर्ज सोरोस का एजेंडा चलाने का आरोप लगाया। सोरोस ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के जरिए OCCRP को फंडिंग करते हैं। बीजेपी का दावा है कि OCCRP और राहुल गांधी भारत को अस्थिर करना चाहते हैं। जानिए बीजेपी ने पूरे मामले में क्या कहा।
बीजेपी सांसद संबित पात्रा का राहुल गांधी पर बड़ा हमला
पात्रा बोले- लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष को गद्दार कहने में कोई झिझक नहीं
अमेरिका के जॉर्ज सोरोस हैं, OCCRP, राहुल गांधी के त्रिकोण का जिक्र
भाजपा ने राहुल गांधी पर अब तक सबसे तीखा अटैक किया है। बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर देशद्रोही होने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं उन्हें उच्च दर्जे का गद्दार तक कह दिया। अपनी बात को रखने के दौरान पात्रा ने इस त्रिकोण के सारे किरदारों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि आखिर वो राहुल गांधी को देशद्रोही क्यों कह रहे।
बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस, अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस के भारत को अस्थिर करने के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक फ्रांसीसी अखबार ने 2 दिसंबर को एक रिपोर्ट प्रकाशित की। बीजेपी नेता संबित पात्रा ने गुरुवार को इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने जॉर्ज सोरोस, OCCRP और राहुल गांधी के कनेक्शन का भी जिक्र किया।
फ्रेंच रिपोर्ट का जिक्र कर बीजेपी का राहुल पर अटैक
फ्रेंच अखबार की इस रिपोर्ट का शीर्षक था, ‘द हिडन लिंक्स बिटवीन अ जाइंट ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म एंड द यूएस गवर्नमेंट’। इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि जॉर्ज सोरोस ने OCCRP को फंड किया था। हालांकि, सरकारी सूत्रों ने कहा कि यह रिपोर्ट भारत की विकास यात्रा पर सीक्रेट अटैक है। बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर OCCRP को तकलीफ होती है, तो राहुल गांधी रोते हैं। अगर राहुल गांधी रोते हैं, तो OCCRP को तकलीफ होती है। ये दो शरीर लेकिन एक आत्मा हैं।
जॉर्ज सोरोस और राहुल गांधी एक हैं- संबित पात्रा
संबित पात्रा ने कहा कि जॉर्ज सोरोस और राहुल गांधी एक हैं। सोरोस अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए जो चाहते हैं, राहुल गांधी वही करते हैं। दोनों देश के हितों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि ये एक ‘खतरनाक त्रिकोणीय गठबंधन’ है, जो भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने इस त्रिकोण में जॉर्ज सोरोस, OCCRP और राहुल गांधी का नाम लिया।
बीजेपी नेता बताया क्या है पूरा त्रिकोण
बीजेपी नेता ने कहा कि इस त्रिकोण में एक तरफ अमेरिका के जॉर्ज सोरोस हैं, अमेरिका की कुछ एजेंसियां हैं, त्रिकोण के दूसरी तरफ OCCRP नाम का एक बड़ा न्यूज पोर्टल है। इस त्रिकोण के आखिरी कोने में राहुल गांधी हैं, ‘उच्च दर्जे का गद्दार’ मैं ये शब्द कहने से नहीं डरता। मुझे लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष को गद्दार कहने में कोई झिझक नहीं है। राहुल गांधी, इस त्रिकोण के तीसरे एंगल का प्रतिनिधित्व करते हैं। बीजेपी ने कई मौकों पर सोरोस को कांग्रेस से जोड़ा है क्योंकि अमेरिकी अरबपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुखर आलोचक रहे हैं।
OCCRP को लेकर चौंकाने वाला दावा
पात्रा ने दावा किया कि कुछ ताकतें भारत को तोड़ना और उसकी एकता को खंडित करना चाहती हैं और देश को प्रगति करते हुए नहीं देखना चाहतीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह राहुल गांधी को गद्दार कहने से नहीं डरते। पात्रा ने दावा किया कि OCCRP को सोरोस के ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से फंडिंग प्राप्त होती है। ऐसा लगता है कि OCCRP, सोरोस के हितों और अमेरिका के डीप स्टेट के साथ जुड़ा हुआ है। बीजेपी ने इस त्रिकोण के सारे किरदारों को समझाया, जानिए सभी के बारे में।
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राहुल गांधी उच्च दर्जे के गद्दार हैं… संबित पात्रा का कांग्रेस नेता पर बड़ा अटैक, जानिए क्या कहा
बीजेपी ने बताया OCCRP का फंडिंग कनेक्शन
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि OCCRP एक वैश्विक मीडिया एजेंसी है, करोड़ों लोग पढ़ते हैं कि वे क्या प्रकाशित करते हैं। ओपन सोसाइटी फाउंडेशन इस एजेंसी का एक बड़ा फंडर है। यह जॉर्ज सोरोस का फाउंडेशन है। ऐसी एजेंसियां उन लोगों के हित में काम करती हैं जो उन्हें फंड करते हैं। यह OCCRP की स्वतंत्रता पर सवाल उठाता है। राहुल गांधी पूरे देश के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। OCCRP आदेश देता है और राहुल गांधी उसका पालन करते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत विरोधी भावना रखने वाले लोग और ग्रुप उनसे प्यार करते हैं। OCCRP वास्तव में अमेरिका में जॉर्ज सोरोस और डीप स्टेट के हितों के साथ जुड़ा लगता है।
भाजपा बोली- राहुल गांधी OCCRP के मुद्दे को बढ़ाते हैं
भाजपा नेता ने बताया कि कैसे कांग्रेस और राहुल गांधी OCCRP की ओर से उठाए गए मुद्दों को आगे बढ़ाते हैं। 1 जुलाई 2021 को, OCCRP ने बताया कि ब्राजील ने भारत से कोवैक्सिन के लिए 324 मिलियन डॉलर के सौदे से हाथ खींच लिया है। 2 जुलाई को, कांग्रेस ने तुरंत इस लेख को मुद्दा बना लिया और सवाल उठाने शुरू कर दिए। यह खबर जून में ही रिपोर्ट की जा चुकी थी, लेकिन कांग्रेस ने OCCRP के लेख के बाद ही प्रतिक्रिया दी। इसका कांग्रेस से क्या कनेक्शन है।
भाजपा नेता ने किया अडानी मामले का जिक्र
भाजपा ने अडानी मामले का जिक्र करते हुए कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि अडानी के मामले में भी यही तरीका अपनाया गया। OCCRP ने अडानी समूह के खिलाफ हमले शुरू कर दिए और कांग्रेस के साथ राहुल गांधी ने भी इसी मुद्दे को उठाया और सवाल करने लगे। OCCRP ने एजेंडा तय किया और राहुल गांधी ने उसका पालन किया। 18 जुलाई 2021 को OCCRP ने पेगासस विवाद की शुरुआत की। 19 जुलाई से कांग्रेस ने इस मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए अपनी पूरी मशीनरी लगा दी। 26 अगस्त 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने इन दावों को झूठा करार देते हुए कहा कि पेगासस के पास कोई सबूत नहीं मिला।
OCCRP और जॉर्ज सोरोस का कनेक्शन क्या है
ओसीसीआरपी को जॉर्ज सोरोस के स्वामित्व वाली संस्थाओं से फंडिंग किया जाता है। भाजपा ने इस बात का दावा किया है। भाजपा ने एक्स पर पोस्ट में बताया कि राहुल गांधी का जॉर्ज सोरोस से संबंध है। उन्हें सोरोस की एक संस्था के उपाध्यक्ष सलिल शेट्टी के साथ भी घूमते देखा गया। सलिल शेट्टी के साथ राहुल गांधी की तस्वीरें भी सामने आई थी। जिसका जिक्र भाजपा नेता संबित पात्रा ने किया।
मुश्फिकुल फजल अंसारी का भी जिक्र
भाजपा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने ओसीसीआरपी के बांग्लादेशी पत्रकार मुश्फिकुल फजल अंसारी से मुलाकात की, जो भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने के लिए जाने जाते हैं। संबित पात्रा ने सवाल उठाया कि आखिर राहुल गांधी हमारे राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करने वाले लोगों से क्यों बातचीत कर रहे थे, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है।
भाजपा ने बताया आनंद मंगनाले का कांग्रेस कनेक्शन
भाजपा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आनंद मंगनाले का भी जिक्र किया। आनंद मंगनाले पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर दिल्ली दंगों के लिए शरजील इमाम को चीन से फंडिंग मुहैया कराई थी। आनंद मंगनाले भी ओसीसीआरपी के लिए काम करते हैं। मंगनाले कांग्रेस से जुड़े हुए थे और डीपीएसजी का हिस्सा रहते हुए सक्रिय रूप से उनके लिए फंड जुटाते रहे।