गंगा में डुबो कर मृत बच्चे को जीवित करने की कोशिश: पोस्टमार्टम रपट में डुबोने के पहले ही मर चुका था बच्चा
गंगा में डुबोने से नहीं हुई थी बच्चे की मौत! Haridwar Viral Video केस में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ बड़ा अनावरण
हरिद्वार 25 जनवरी 2024। दिल्ली का एक परिवार 5 साल के बच्चे को लेकर हर की पौड़ी पहुंचा था. यहां बच्चे की मौत हो गई थी. लोगों ने आरोप लगाया था कि महिला ने बच्चे को डुबाकर मार डाला. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे का पोस्टमार्टम कराया. इसकी रिपोर्ट आ गई है जिससे साफ़ है कि मौसी के गंगा में डुबकी दिलाने के पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी। इसी से उसके शरीर में पानी भरा हुआ नहीं मिला।
हरिद्वार में बुधवार को एक वीडियो वायरल हुआ. इसको लेकर किए गए दावे ने लोगों के होश उड़ा दिए थे. हर की पौड़ी (Har Ki Pauri) पर मौजूद लोगों का कहना था कि मौसी ने भतीजे को गंगा में डुबाकर मार डाला. बच्चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि बच्चे की मौत पानी में डूबने से नहीं बल्कि एनीमिया से हुई.
पुलिस अधीक्षक नगर स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि बुधवार को सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. बच्चे को हॉस्पिटल लेकर जाया गया. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था. मामले में पूछताछ करने पर पता चला कि बच्चे के साथ मौके पर उसकी मां, पिता और मौसी थी. इनके साथ एक ड्राइवर भी था.
उससे भी पूछताछ की गई. तब पता चला कि बच्चा ब्लड कैंसर (Blood Cancer) और बोन कैंसर (Bone Cancer) से ग्रसित था. सर गंगाराम हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था. वहां डॉक्टर ने जवाब दे दिया था. इसके बाद परिवार यहां आया. उनको मानना था कि दर्शन और गंगा स्नान करने से हो सकता है कि बच्चा सही हो जाए.
‘पहले ही हो चुकी थी बच्चे की मौत’
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत का कारण एनीमिया आया है. इससे यह क्लियर हो गया है कि मौत डूबने से नहीं हुई थी. बच्चे की पहले ही डेथ हो चुकी थी. तभी बॉडी में पानी नहीं गया. बच्चे की डेडबॉडी कल ही उसके माता-पिता को सौंप दी गई थी. अब इस मामले में कार्रवाई की कोई आवश्यकता नहीं है. फिर भी जांच की जा रही है. जो तथ्य सामने आएंगे, वो साझा किए जाएंगे.
ड्राइवर कुलदीप ने कही थी ये बात
इस मामले में ड्राइवर कुलदीप कुमार ने बताया कि सुबह करीब नौ बजे वो परिवार को दिल्ली से अपनी टैक्सी में लेकर हरिद्वार पहुंचा. जब वें बच्चे को लेकर गाड़ी में बैठे, तो बच्चा बीमार दिख रहा था. परिवार ने उसे कंबल में लपेट रखा था. हरिद्वार तक उसकी तबीयत ज्यादा खराब होती दिख रही थी. परिजन उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने, गंगा स्नान कराने और मेडिकल ट्रीटमेंट की बात कर रहे थे.
श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबोकर बच्चे की हत्या करने का आरोप लगाते हुए उसके माता-पिता और मौसी को घाट पर ही पकड़ कर पीट दिया था।
दिल्ली में फूल बेचने वाले के ब्लड कैंसर पीड़ित सात वर्षीय बेटे की हरकी पैड़ी पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और परिजनों को पांच मिनट अबोध को गंगा में डुबकी लगवाते देख श्रद्धालुओं ने हंगामा काट दिया था। उसके माता-पिता, मौसी को पकड़कर हत्या का आरोप लगाते हुए पीट दिया। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया था।
पुलिस के अनुसार, सोनिया विहार दिल्ली निवासी राजकुमार सैनी का सात वर्षीय बेटा रवि ब्लड कैंसर पीड़ित था जिसका इलाज दिल्ली में ही हो रहा था। चार दिन पहले उसे दिल्ली एम्स में भी ले जाया गया था जहां डॉक्टर ने उसे घर ले जाने को कह दिया। किसी ने उन्हें कहा कि गंगा स्नान से बच्चा ठीक हो जाएगा। बुधवार दोपहर राजकुमार, उसकी पत्नी शांति और साली सुधा बच्चा टैक्सी से लेकर हरिद्वार पहुंचे। हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा में स्नान कराने लगे जहां उसकी मौत हो गई। कई मिनट तक बच्चे को अचेत अवस्था में डुबकी लगवाते देख आसपास खड़े श्रद्धालुओं ने शोर मचाया तो बच्चे को बाहर निकाला गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। सूचना मिलने पर शहर कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला, हरकी पैड़ी चौकी प्रभारी संजीव चौहान मौके पर पहुंचे। बच्चा तुरंत जिला अस्पताल में पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव कब्जे में लेकर मोर्चरी में भेजा गया। जिस टैक्सी से तीनों आए उसके चालक से भी पूछताछ हुई। अबोध की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता लग सकता था।
भीड़ देख महिला पागलों की तरह हंसने लगी
घटना ने सबके रोंगटे खड़े कर दिए थे. बच्चे की मौत की खबर से सनसनी फैल गई. भीड़ देख महिला जोर-जोर से पागलों की तरह हंसते बोली कि मेरा वचन है कि बच्चा थोड़ी देर में खड़ा हो जाएगा।
बच्चे को था ब्लड कैंसर
कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला ने बच्चे का शव कब्जे में ले परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। परिजनों का कहना था कि बच्चे को ब्लड कैंसर था और डॉक्टर भी उसके बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे। बच्चे का इलाज एम्स दिल्ली में चल रहा था।
रास्ते में हो गई थी मौत
पूजापाठ करने वाली एक परिचित महिला ने उनसे कहा था कि गंगा स्नान से बच्चे की बीमारी ठीक हो सकती है। इसी उम्मीद से परिवार दिल्ली से हरिद्वार पहुंचा जहां उन्होंने बच्चे को गंगा में बार-बार डुबकी लगवाई। परिजनों के मुताबिक रास्ते में ही अबोध ने दम तोड़ दिया था,फिर भी उम्मीद थी कि गंगा स्नान से बच्चा ठीक हो जाएगा।
टैक्सी ड्राइवर से पूछताछ
शहर कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला के अनुसार बच्चे की रास्ते में ही मौत हो चुकी थी। यह हत्या है या मौत ब्लड कैंसर से हुई है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा। हत्या जैसी कोई घटना सामने आती है तो विधिक कार्रवाई होगी। परिवार को हरिद्वार लेकर आए टैक्सी ड्राइवर ने बताया कि उसे बच्चे को गंगा स्नान करने की बात कह कर यहां लाया गया था।
नये वीडियो से नये सवाल
बच्चे की मौत के मामले में नया वीडियो सामने आया है, जिसमें तीन लोग बच्चों को काफी देर तक पानी में डुबाते दिख रहे हैं. लोगों के विरोध पर बच्चे को पानी से बाहर निकाला गया. वीडियो सामने आने पर पुलिस की थ्योरी पर भी सवाल उठे.
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया, ‘हर की पेड़ी पर जो बच्चा मिला, उसे मृत घोषित कर दिया गया था. बच्चे के माता-पिता और रिश्तेदारों से पूछताछ की तो पता चला कि बच्चा दिल्ली से लेकर आए थे. किसी के कहे हरिद्वार गंगा स्नान कराने आए थे. बच्चे को ब्लड कैंसर था. वीडियो में दिख रही महिला बच्चे की मौसी है’
आगे पड़ा रहा अबोध, बदहवास हुई मौसी
घटना के बाद हरकी पैड़ी पर बच्चे की मां शांति बदहवास हो गई। शव उसके आगे पड़ा रहा। शांति अपने होशोहवास में नहीं थी, वो हंसती और कहती है कि उसका वचन है कि बच्चा उठकर खड़ा होगा।