बोटी-बोटी वाले इमरान मसूद का अगला ठिकाना सपा
कांग्रेस नेता इमरान मसूद सपा में शामिल होंगे:कहा- अगर मैं कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ूंगा, तो फायदा भाजपा को ही होगा; अखिलेश सबकी उम्मीद
इमरान मसूद समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ेंगे।
सहारनपुर 09 जनवरी। पश्चिम यूपी में कांग्रेस के बड़े चेहरे इमरान मसूद सोमवार को समाजवादी पार्टी का दामन थामेंगे। रविवार को एक निजी चैनल से बात करते हुए उन्होंने सपा का दामन थामने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रियंका और राहुल गांधी ने जिस तरह से मेरा साथ दिया। सम्मान किया। उसके लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा। उनका कर्जदार रहूंगा।
सहारनपुर के रहने वाले इमरान ने कहा कि यह साफ है कि अगर मैं अब भी कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ूंगा, तो फायदा भाजपा को ही होगा। अब यह साफ हो चुका है कि भाजपा से मुकाबला करने की स्थिति में केवल सपा ही है। बता दें कि इमरान मसूद अपने विवादित बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं। वह लगातार भाजपा पर हमला करते रहे हैं।
अखिलेश सबकी आस बने हैं: मसूद
इमरान मसूद ने कहा कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने जिस तरह से उनका साथ दिया और सम्मान किया। उसके लिए वह हमेशा उनके आभारी रहेंगे।
इमरान ने कहा कि मौजूदा समय में अखिलेश यादव आस का केंद्र बने हुए हैं। इसलिए सपा का समर्थन कर रहा हूं। मुझ पर कौन क्या आरोप लगाता है, इससे फर्क नहीं पड़ता। लेकिन यूपी और देश को बचाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। इसके लिए भाजपा को हटाना ही होगा। फिलहाल, इसके लिए अखिलेश यादव के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है।
वेस्ट यूपी की राजनीति का बड़ा नाम हैं मसूद
इमरान मसूद वेस्ट यूपी की राजनीति के बड़े नेता हैं। वह 2007 का विधानसभा, 2014 का लोकसभा और 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, 2007 को छोड़कर हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2007 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मुजफ्फराबाद (वर्तमान में बेहट) सीट से पहली और आखिरी बार विधायक चुने गए थे। उस वक्त इमरान मसूद ने सपा के मंत्री जगदीश राणा को हराया था। इमरान सहारनपुर में नगरपालिका अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
कांग्रेस ने दी थी बड़ी जिम्मेदारी, अब झटका लगा
कांग्रेस हाईकमान ने इमरान मसूद को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था। इसके बाद प्रियंका गांधी ने राष्ट्रीय सचिव के साथ दिल्ली प्रभारी की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन कुछ दिनों से इमरान मसूद सपा सरकार के गुणगान कर रहे थे। राजनीति जानकारों का कहना है कि इमरान का कांग्रेस छोड़ना पश्चिम यूपी में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। इसका पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि, पश्चिम यूपी के कुछ हिस्सों के मुस्लिम वोट बैंक पर मसूद की अच्छी पकड़ थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री के हैं भतीजे, मोदी पर विवादित बयान देकर आए थे सुर्खियों में
इमरान मसूद पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वेस्ट यूपी के मुस्लिम कद्दावर नेता दिवंगत काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं। फिलहाल, इमरान मसूद अपने चाचा की ही विरासत संभाले हुए हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में ‘मोदी के बोटी बोटी काट लेने वाले’ उनके विवादित बयान पर बड़ा हंगामा हुआ था।