कैमरा,आईडी, पिस्टल से माफिया की हत्या: उप्र में हाईअलर्ट, धारा 144 लागू
LIVEअतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में हत्या:मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाते वक्त सिर में गोली मारी; तीनों हमलावरों ने सरेंडर किया
प्रयागराज15 अप्रैल। माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई। पुलिस दोनों को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन हमलावर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी। इसके बाद अशरफ पर फायरिंग की। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। हमले के तुरंत बाद ही तीनों ने सरेंडर कर दिया। पुलिस कस्टडी में तीनों से पूछताछ की जा रही है। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। इस हमले में कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी है, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
अतीक के मरने की खबर सुनते ही प्रयागराज जेल में बंद अतीक का दूसरे नंबर का बेटा अली बेहोश हो गया। अतीक के दो नाबालिग बेटे ऐजम और आबान राजरूपपुर बाल सुधार गृह में बंद हैं। उनका टीवी केबल कनेक्शन काट दिया गया है।
घटना की तीन तस्वीरें देखिए…
तस्वीर हत्या से तुरंत पहले की है। अतीक और उसके भाई अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाती पुलिस।
गोली लगते ही अतीक और उसके भाई की मौत हो गई। तस्वीर में दोनों की डेड बॉडी देखी जा सकती है।
हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। तस्वीर में दो हमलावरों को पुलिसवालों ने पकड़ रखा है।
तीन सदस्यीय कमेटी हत्या की जांच करेगी
हमले के तुरंत बाद यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार CM योगी से मिलने पहुंचे। योगी ने सभी बड़े अधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया था। बैठक के बाद सीएम ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी का गठन करने का निर्देश दिया है।
प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है और हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। घटनास्थल पर फॉरेंसिंक टीम और SWAT (स्पेशल वेपन्स ऐंड टैक्टिक्स) टीम पहुंची हैं। संवेदनशील इलाकों में RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) की तैनाती की जा रही है।
मौके पर पिस्तौल बरामद हुई है। कहा जा रहा है कि हमलावरों ने इसी से घटना को अंजाम दिया।
घटनास्थल से वीडियो कैमरा और माइक आईडी भी बरामद हुआ है। कहा जा रहा है कि ये हमलावरों का है।
14 तारीख को भी अतीक की तबियत बिगड़ने पर कॉल्विन हॉस्पिटल लाया गया था
अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट ने 13 से 17 अप्रैल तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा था। 13 अप्रैल की रात यानी गुरुवार को ही यूपी पुलिस और ATS ने दोनों से पूछताछ शुरू की। ये पूछताछ 23 घंटे तक चली थी। दोनों से करीब 200 सवाल पूछे गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान अतीक ने कबूला था कि वह पाकिस्तान से हथियार की सप्लाई लेता रहा है। अहमदाबाद जेल से उसने ISI एजेंट को फोन किया था। यही नहीं, अतीक ने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश का भी जुर्म कबूल किया। अशरफ ने पुलिस को बताया कि किसी चैनल से हथियार पंजाब के एक फॉर्म हाउस तक पहुंच जाते थे।
पूछताछ के दौरान अतीक गिड़गिड़ाता रहा। वह बेटे के जनाजे में शामिल होने की मिन्नतें करता रहा। इसी दौरान 14 तारीख की शाम को अतीक की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसे और अशरफ को एक ही हथकड़ी में प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल लाया गया।
अखिलेश यादव बोले- UP में अपराध की पराकाष्ठा हो गई
UP में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
गुरुवार को झांसी में हुआ था अतीक के बेटे का एनकाउंटर, शनिवार सुबह दफनाया गया
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का गुरुवार दोपहर साढ़े 12 से एक बजे के बीच झांसी में एनकाउंटर हुआ था। यूपी STF की एक टीम उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स की लोकेशन मिलने के बाद बुधवार को झांसी पहुंची थी। STF को शुरुआती जानकारी गुड्डू मुस्लिम के छिपे होने की मिली थी। गुड्डू मुस्लिम तो STF के हाथ नहीं लगा, लेकिन असद और गुलाम STF के हत्थे चढ़ गए।
असद और गुलाम की लोकेशन मिलने के बाद STF दोनों को जिंदा पकड़ना चाहती थी, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। STF की जवाबी फायरिंग में दोनों मारे गए। असद को दो, जबकि गुलाम को एक गोली लगी। शनिवार सुबह 10 बजे असद को प्रयागराज के कब्रिस्तान में दफनाया गया।
असद-गुलाम एनकाउंटर की मजिस्ट्रियल जांच शुरू:जिला मजिस्ट्रेट ने जारी किए आदेश, 3 दिन में कोई भी घटना से जुड़ा सबूत दे सकता है
झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर की मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। जिला मजिस्ट्रेट ने जांच के आदेश जारी करते हुए नगर मजिस्ट्रेट अंकुर श्रीवास्तव को जांच अधिकारी नामित किया है। कोई भी व्यक्ति एनकाउंटर से जुड़ा सबूत 3 दिन तक दे सकता है।
13 अप्रैल की दोपहर करीब 1 बजे खबर आई कि झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी गुलाम को एनकाउंटर में मार गिराया गया। प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद से असद वांटेड था। इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया UP STF ने।