32 बारातियों की जान लेने वाली पौड़ी बस दुर्घटना:कमानी टूटने, अनफिट बस, ओवरलोडिंग शुरुआती कारण
Pauri Accident : पल भर में मातम में बदली शादी की खुशियां… सामने आए दुर्घटना के दो बड़े कारण, 32 लोगों की मौत हो गई है।
बस में 52 बराती सवार थे। जिसमें से 32 लोगों की मौत हो गई है। 20 लोगों को खाई से निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हुई।
देहरादून05 अक्टूबर : पौड़ी में बारात लेकर जा रही बस सिमडी गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया गया कि बस में 52 बराती सवार थे जिसमें से 32 लोगों की मौत हो गई है। बुधवार दोपहर तक 20 लोगों को खाई से निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से दो लोगों की उपचाराधीन मौत हुई। वहीं गंभीर घायलों में हेली सेवा के जरिए एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया।
जिलाधिकारी पौड़ी ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। जांच करने वाले टीम को 15 दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए गए हैं। वहीं अब तक इस घटना का कारण बस की कमानी टूटना बताया जा रहा था, लेकिन अब प्रथम दृष्ट्या दुर्घटना के दो बड़े कारण सामने आ रहे हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं कारणों से 52 लोगों की जान पर बन आई।
दुर्घटना का पहला कारण बस का अनफिट होना बताया जा रहा है, क्योंकि 26 अक्टूबर को बस का फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सापयर होने वाला था। तो इसे भी दुर्घटना का एक कारण मानकर देखा जा रहा है।
दुर्घटना का दूसरा और सबसे बड़ा कारण बस का ओवरलोड होना बताया जा रहा है। बस 28 सीटर थी और बस में करीब 52 लगभग दोगुने लोग सवार थे। ऐसे में माना जा रहा है कि यह दुर्घटना का मुख्य कारण हो सकता है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हालांकि पुलिस प्रशासन की टीम अभी भी दुर्घटना के कारणों को पुष्टि करने में जुटी हुई है।
Pauri Bus Accident: Overloading Is Real Reason Of Accident
Pauri Bus Accident: 32 सीटर बस में सवार थे 52 बराती,शादी के जश्न में मग्न लोगों पर अचानक ऐसे झपटी मौत
लालढांग से बस चली तो सभी बराती खुश थे। हंसते गाते रास्ता कट रहा था, लेकिन अचानक मौत झपटी और सब तबाह हो गया। बस सामान्य गति से चल रही थी कि अचानक सिमड़ी स्कूल के पास बस पैरापिट से टकराते हुए खाई में लुढ़क गई और चीख पुकार मच गई।
देखते ही देखते सभी साथी बस से छिटकते चले गए। खाई में आंख खुली तो सिर्फ दो लोग ही मिले…यह कहते हुए जयपाल नेगी और पंकज रो पड़े। वह सिसकते हुए बोले कि दुर्घटना का कारण क्या रहा यह समझ से परे है।
वहीं, उत्तराखंड में ओवरलोडिंग एक बार फिर बड़ी दुर्घटना का कारण बन गई। सिमड़ी में दुर्घटना की शिकार हुई जीएमओयू की 32 सीटर बस में 52 बराती सवार थे। लालढांग से कोटद्वार, रिखणीखाल होते हुए सिमड़ी तक पहुंची बस को कहीं भी पुलिस और परिवहन विभाग ने नहीं रोका। दुर्घटना में बस चालक दिनेश सिंह गुसाईं की भी मौत हो गई। वह इस बस के मालिक भी थे।
पौड़ी में बरातियों से भरी बस खाई में गिरी
बस जीएमओयू के कोटद्वार डिपो में पंजीकृत है और यहीं से नियमित सेवाओं के लिए संचालित होती है। कोटद्वार के एआरटीओ पंकज श्रीवास्तव के अनुसार बस (संख्या यूके 04 पीए 0501) के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी है। बस के सभी दस्तावेज फिटनेस, परमिट, टैक्स और प्रदूषण प्रमाणपत्र सही हैं।
पौड़ी में बरातियों से भरी बस खाई में गिरी
ओवरलोडिंग का मामला प्रकाश में आया है। इस बारे में विभाग की ओर से जांच शुरू कर दी गई है। बस में सवार बरातियों का कहना था कि मंगलवार दिन में लालढांग से चली बरात की इस बस को कोटद्वार, दुगड्डा से लेकर सिसल्डी व सिमड़ी तक किसी ने नहीं रोका। बस में लालढांग से ही लोग बैठे थे। एसएसपी यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि मजिस्ट्रीयल जांच में खामियों का पता लग जाएगा।
पौड़ी में बरातियों से भरी बस खाई में गिरी
बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती सिमड़ी बस हादसे में घायल हुए लालढांग निवासी जयपाल नेगी और पंकज ने बताया कि लालढांग से करीब 45 लोग बस में सवार होकर कांडा मल्ला गांव के लिए निकले थे। बस में कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई। सिसल्डी में कुछ देर रुकने के बाद बस आगे बढ़ी। बस 30-35 किलोमीटर प्रति घंटा की सामान्य रफ्तार से चल रही थी।
पौड़ी में बरातियों से भरी बस खाई में गिरने के बाद घर में लोग
शाम करीब सात बजे सिमड़ी स्कूल के आगे अचानक बस पैरापिट से टकराते हुए नीचे की ओर लुढ़कने लगी। उनके साथ बस में आगे बैठे लोग एक के बाद एक बस से छिटकते चले गए। पहले बस एक पेड़ से टकराई और उसके बाद बस खाई में जा गिरी। नीचे गिरने के बाद वह बेहोश हो गए थे। होश आने पर उन्हें दो लोग मिले। बाकी का कहीं भी पता नहीं चला। आसपास मदद की आवाज लगाई लेकिन अंधेरे में कुछ पता नहीं चला।
मुख्यमंत्री धामी और सांसद निशंक पहुंचे दुर्घटनास्थल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार शाम को हुई इस घटना का तुरंत संज्ञान लिया और राहत बचाव के कार्य शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बुधवार के अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए और घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे। कोटद्वार स्थित अस्पताल में उन्होंने घायलों और उनके परिजनों से भी मुलाकात की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सिमडी, पौड़ी में हुई बस दुर्घटना स्थल देखा। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद हरिद्वार डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक भी थे। 4 अक्टूबर 2022 की देर सायं सिमड़ी में वाहन दुर्घटना एवं राहत-बचाव कार्यों की मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन से पूरी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू कर रहे एनडीआरएफ,एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड,स्थानीय पुलिस,राजस्व पुलिस और इस कार्य में लगे विभिन्न विभागीय कार्मिकों को तेजी से रेस्क्यू कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को घायलों का त्वरित और समुचित उपचार करने के निर्देश दिए। प्रभावित परिवारों से मुलाकात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों को उचित उपचार दिया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से प्रभावितों को हर संभव मदद दी जायेगी।
मुख्यमंत्री कल देर सांय से ही अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ले रहे थे। उन्होंने राज्य आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर स्थिति समझ अधिकारियों को हालात पर लगातार नजर रखने एवं शासन स्तर से हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये थे।
इस अवसर पर विधायक लैंसडाउन दिलीप रावत, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक करण सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदण्डे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान भी थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 4 अक्तूबर को उत्तरकाशी और पौङी की घटनाओं में प्रभावितों को आर्थिक सहायता की घोषणा की है। दोनों घटनाओं में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रूपये, गम्भीर घायल को 1-1 लाख रूपये और सामान्य घायल को 50-50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सहायता राशि प्रभावितों को तत्काल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कोटद्वार बेस अस्पताल में सिमड़ी, पौड़ी में हुई बस दुर्घटनाग्रस्त में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद हरिद्वार डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कोटद्वार बेस अस्पताल में घायलों के परिवारजनों से मुलाकात कर कहा कि घायलों के ईलाज को सरकार ने पूरी व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में भर्ती घायलों के बारे में डाक्टरों से पूरी जानकारी ली।
*मुख्यमंत्री ने सिमड़ी, पौड़ी बस दुर्घटना में फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में घटना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आस-पास के ग्रामीणों ने पहुँच घायलों को बाहर निकालने में मदद की। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पौड़ी को निर्देशित किया है कि जिन ग्रामीणों ने आपदा की घड़ी में घायलों को और मृतकों को बाहर निकालने में मदद किया है उनकी सूची बनाकर उनको भी प्रोत्साहित करने हेतु प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाए।*