सीबीआई कल 22 को सौंपेगी सुको को स्टेटस रिपोर्ट,चाहिए इन पांच सवालों के जवाब
Kolkata Doctors Rape Case Cbi Is Looking For Answers To These Questions
कोलकाता महिला डॉक्टर रेप: क्या इस गुत्थी को सुलझा पाएगी सीबीआई, इन सवालों के खोज रही है जवाब
कोलकाता मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य रेप और हत्या मामले की जांच सीबीआई कर रही है। संजय रॉय को आरोपित बनाया गया है, पर संदेह है कि इसमें और लोग भी शामिल हो सकते हैं। सीबीआई उसकी पोलिग्राफ टेस्ट करने की योजना बना रही है। सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश की जानी है।
मुख्य बिंदु
1-कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस की जांच कर रही है सीबीआई
2-सीबीआई इस मामले में कई सवालों को खोजने की कोशिश कर रही
3-आरोपित संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट कर सकती है एजेंसी
नई दिल्ली 21 अगस्त 2024 : कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में 8-9 अगस्त की रात महिला डॉक्टर से रेप और जघन्य हत्याकांड मामले की जांच कर रही सीबीआई कल सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट पेश करेगी। कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने मामला 13 अगस्त से लिया था। तब से अभी तक सीबीआई ने इस मामले में क्या पड़ताल की। इसकी पूरी डिटेल रिपोर्ट 22 अगस्त को सीबीआई सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी। लेकिन नौ दिनों की सीबीआई जांच पूरी होने के बाद अभी भी इस मामले में कई तरह के सवाल और संदेह सामने आ रहे हैं। क्या सीबीआई यह पहेली सुलझा पाएगी?
सवाल नंबर-1: इस जघन्य रेप और हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपित संजय रॉय का हाथ है भी या नहीं, यह अकेला था या फिर कोई और भी इसमें शामिल है?
केस में कोलकाता पुलिस ने 10 अगस्त को संजय रॉय को गिरफ्तार किया जिसे बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई की नौ दिनी जांच में अभी तक यही एकमात्र आरोपित है, जो सीबीआई के हाथ में है। सवाल है कि क्या सच में संजय रॉय का इस केस से कोई लेना-देना है भी या नहीं? अगर है तो क्या उसने इतना जघन्य अपराध अकेले ही कर डाला या फिर कोई और भी उसके साथ था। सवाल यह भी है कि क्या वह किसी और का दोष अपने सिर तो नहीं ले रहा। क्योंकि, अभी तक आरोपित के खिलाफ सीसीटीवी कैमरे में उसका बिल्डिंग में दाखिल होना और अपराध स्थल में कोलकाता पुलिस के दावे के अनुसार उसका ब्लूटूथ का तार मिलना ही प्रमाण है। इसके अलावा उसकी मोबाइल लोकेशन भी है। लेकिन क्या ऐसे में यह प्रमाण उसे दोषी सिद्ध करने को काफी होंगे?
सवाल नंबर-2: क्या पॉलीग्राफ टेस्ट से खुलेगा राज? या करना होगा ब्रेन मैपिंग और नारको टेस्ट भी?
सीबीआई गिरफ्तार आरोपित संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट कराना चाहती है। इसको उसने दो दिनों तक इसका साइक्लोजिकल टेस्ट भी कराया। एक्सपर्ट कहते हैं कि आमतौर पर तीसरे दिन पॉलीग्राफ टेस्ट हो जाता है, लेकिन सीबीआई ने अभी तक इसे रहस्य ही रखा है। अब ऐसे में सवाल यह है कि क्या पॉलीग्राफ टेस्ट सच उजागर करने में मदद करेगा या फिर आरोपित का ब्रेन मैपिंग और नारको टेस्ट भी कराने की जरूरत पड़ेगी। सूत्रों का कहना है कि आरोपित का इतिहास आपराधिक प्रवृति का है, लेकिन जैसे महिला डॉक्टर का निर्मम रेप और हत्या की गई। उसे देखते हुए लगता है कि इस मामले में एक से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं।
सवाल नंबर-3: क्या अपराध कहीं और हुआ?
अपराध स्थल देखकर यह भी संदेह है कि क्या महिला डॉक्टर से रेप और हत्या कहीं और हुई और बाद में शव यहां सेमिनार हॉल में बिछे बेड पर डाल दिया गया ? सूत्रों का कहना है कि इतने जघन्य हत्याकांड के बावजूद बेड की चादर और बेड अपनी जगह पर ही मिले थे। रूम में विरोध के बहुत अधिक सबूत नहीं दिखे। कहीं ऐसा तो नहीं कि अपराध किसी और जगह कर यहां शव डंप किया गया हो। अभी यह भी पूरी तरह से साफ नहीं हो पा रहा कि 36 घंटे की डयूटी पर तैनात मृतका वहां आराम करने को ही गई थी। मृतका के साथ 8 अगस्त की रात जो डॉक्टर और इंटर्न थे,उनका इस मामले में क्या रोल है। क्योंकि अंतिम बार वही महिला डॉक्टर के साथ देखे गए थे।
सवाल नंबर-4: मेडिकल कॉलेज का पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष कहीं मिडिलमैन की भूमिका में तो नहीं
इस मामले में सीबीआई ने 21 अगस्त को मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से लगातार छठे दिन पूछताछ की। लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। जबकि महिला डॉक्टर से अपराध के बाद से उनकी भूमिका लगातार संदेह के घेरे में है। सवाल है कि उन्होंने किस के कहने पर अपराध की जानकारी करीब पांच घंटे बाद पुलिस को दी। मृतका के परिजनों को सीधी हत्या को अस्पताल की तरफ से आत्महत्या क्यों बताया गया। मृतका के परिजनों को तीन घंटे बाद शव देखने की इजाजत क्यों दी गई। घटनास्थल सीज करने की बजाए वहां मेंटिनेंस कार्य क्यों शुरू कराया । यह सब उन्होंने खुद किया या फिर उन्हें किसी ने ऐसा करने के आदेश दिए। सीबीआई इनका भी पॉलीग्राफ टेस्ट करा सकती है।
सवाल नंबर-5: कोलकाता पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में
रेप और हत्या के बाद जैसे कोलकाता पुलिस ने इस मामले को हैंडल किया। सूत्रों का कहना है कि कोलकाता पुलिस की भूमिका भी संदेह में है। समय पर हत्या के मामले में एफआईआर ना कर मामला दबाने की कोशिश करने जैसे पुलिस पर आरोप लग रहे हैं। सीबीआई मामले में वहां की ताला थाना पुलिस से भी पूछताछ कर रही है। आवश्यकतानुसार इस मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर समेत अन्य अधिकारियों से भी जानकारी ली जा सकती है। मामले में गिरफ्तार आरोपित संजय रॉय के करीबी बताए जाने वाले एएसआई अनूप दत्ता से भी सीबीआई ने पूछताछ की है। सूत्रों का कहना है कि अपराध बाद आरोपित ने इन्हीं एएसआई को कई बार कॉल किया था। वह इन्हीं की बैरक में रहता था।
सीबीआई की साख लगी है दांव पर इस मामले में सीबीआई की साख भी दांव पर लगी है। सीबीआई मामले में बेहद गंभीरता से छानबीन कर रही है। ताकि गुत्थी जल्द से जल्द सुलझा ली जाए। मृतका के परिजन और लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही कि इतना जघन्य अपराध गिरफ्तार आरोपित अकेला कर सकता है। ऐसे में सीबीआई भी पर्दे के पीछे छिपे अन्य आरोपित ढूंढने की कोशिश कर रही है। सीबीआई के हाथों में अभी तक एकमात्र आरोपित ही है। देशभर में इस अपराध के खिलाफ जोरदार विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। इसे देखते हुए सीबीआई पर केस जल्द से जल्द सुलझाने का बहुत अधिक दबाव है। सीबीआई इस मामले में ठोस सबूत जुटाने की कोशिश में है। ताकि कहीं ऐसा ना हो की आधे-अधूरे सबूतों से यह मामला कोर्ट में टिक ही ना पाए जिस तरह की निठारी मामले का परिणाम हुआ।
Kolkata Doctor Rape-Murder Case: कोलकाता में डॉक्टर का रेप करने के बाद हत्या क्यों की? संजय रॉय से CBI चाहती थी 18 सवालों के जवाब
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस जांच में सीबीआई उन सवालों के जवाब तलाशने पहुंची जिनके जवाब पुलिस ने नहीं ढूंढे .
सीबीबीआई ने संजय रॉय को पकडने के बाद सबसे पहले उसे अस्पताल क्राइम सीन लेकर गई. सीबीआई अधिकारियों ने कोलकाता पुलिस एसआईटी के सदस्यों से भी बैठक की और जाना की मामले की जांच कहां तक पहुंची.
सीबीआई पड़ताल में जुटी कि क्या संजय रॉय महीनेभर से डॉक्टर का पीछा कर रहा था? क्या कोई फुटेज है, जहां संजय पीछा कर रहा है? क्या डॉक्टर का रेप और मर्डर पूर्व नियोजित था? हत्या का षड्यंत्र कैसे रचा? संजय रॉय ने एसआईटी पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह पहले कभी सेमिनार हॉल नहीं आया था यह जानकारी सच है या नहीं, इसकी जांच.
इन 18 सवालों के जवाबों के तलाश में सीबीआई
1.संजय रॉय के डॉक्टर के रेप बाद हत्या का उद्देश्य?
2. ट्रेनी डॉक्टर से रेप हुआ या फिर गैंगरेप, क्या महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर के समय घटनास्थल पर अकेला संजय रॉय ही था या कोई और भी था?
3.सीबीआई की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया.
4.सीबीआई ने पीड़ित परिवार का बयान लिया.
5- पुलिस को मिली पहली कॉल से लेकर पूरे क्राइम सीक्वेंस को एस्टेब्लिश किया.
6- आरजी कर मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट का बयान दर्ज किया.
7- मृतका के परिवार का आरोप था कि असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट ने ही उन्हें कॉल कर सुसाइड की जानकारी देकर मौके पर बुलाया.
8- सीबीआई का फोकस मृतका के चार दोस्तों पर भी रहा जिनके साथ पीड़िता ने डिनर किया था, इन्होंने ही उसे आखिरी बार देखा-मिले.
9- सीबीआई डिलीवरी बॉय से भी पूछताछ की जिसने पीड़िता को डिनर सर्व किया था.
10- अपराध के बाद सबूत मिटाए तो कैसे?
11- हत्या को पहले आत्महत्या क्यों बताया गया, इसमे कौन कौन शामिल है और आखिर क्या छुपाया जाना था?
12- क्या अपराध में किसी भी तरह से कॉलेज प्रशासन की भूमिका है?
13- अपराध बाद पुलिस को जानकारी काफी देर बाद क्यों दी गई?
14- आरोपित का इतिहास
15- आरोपित की मनोस्थिति
16- उसका पुराना कंडक्ट
17- आरोपित के परिवार के तमाम सदस्यों से बातचीत
18- जरूरत के हिसाब से आरोपित के साइंटिफिक टेस्ट
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