मुख्यमंत्री तीरथ पहुंचे हरिद्वार कुंभ, संतों पर की पुष्पवर्षा, हैलीकॉप्टर ने भी बरसाये फूल
*महाशिवरात्रि पर महाकुम्भ मेले में पहले शाही स्नान में संतों का स्वागत किया*
*संतों ने मुख्यमंत्री को दिया आशीर्वाद*
*मुख्यमंत्री के निर्देश पर संतों और श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई*
– श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का गंगाजली, प्रसाद और चुनरी भेंट कर किया स्वागत*
हरिद्वार 11 मार्च। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज हरिद्वार में हर की पैड़ी पहुंचकर मां गंगा से प्रदेशवासियों की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर शाही स्नान के लिए मां गंगा के तट पर आए साधु-संतों और श्रद्धालुओं का मुख्यमंत्री ने स्वागत किया। इस अवसर पर श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री रावत का गंगाजली, प्रसाद और चुनरी भेंट कर स्वागत किया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी साधु-संतों का आभार माना। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर मां गंगा में शाही स्नान करने के लिए श्रद्धालु रात से ही जुटने लगे थे। जनता की सुविधा के लिए हमारी सरकार ने सभी इंतजाम कर रखे हैं। कई श्रद्धालुओं ने तडके स्नान किया और वे सुरक्षित अपने घरों को लौटे। इसके पश्चात अखाड़े के साधु-संतों का स्नान शुरू हुआ और सभी ने व्यवस्थित तरीके से स्नान किया। सभी अखाड़े के साधु संतों का स्नान होने के पश्चात फिर जनता ने स्नान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ में जनता के लिए कोई भी रोक-टोक नहीं है, किसी से भी सख्ती नहीं की जाएगी। उन्होंने जनता से निवेदन किया कि कोविड-19 से बचाव की गाइड लाइन का पालन करने के साथ ही मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कुंभ का प्रथम शाही स्नान है। इसे विशेष बनाने को सभी साधु-संतों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि सभी साधु-संत काफी खुश नजर आ रहे हैं । साथ ही प्रशासन भी जनता की समस्याएं दूर करने को तत्परता से लगा है। उन्होंने कहा कि दिव्य, भव्य और सुरक्षित कुंभ के आयोजन के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
*महाशिवरात्रि पर्व पर गुरूवार के अवसर हरिद्वार महाकुंभ का प्रथम शाही स्नान सम्प्पन हुआ*
आज सबसे पहले श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के संतजनों ने जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेमगिरि महाराज, अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत सोहन गिरि, अखिल भारतीय अखाड़़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी विमल गिरि आदि ने सबसे पहले शाही स्नान किया। हर हर महादेव, हर हर गंगे के जयघोष के साथ साधु संत गंगा स्नान करके निर्धारित मार्ग से वापस अखाड़़े की छावनी में वापस लौटे। इनके साथ किन्नर अखाड़़े के आचार्य महा मंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी आदि स्नान किया। आवाहन अखाड़़े के आचार्य महामंडलेश्वर ब्रह्मनिष्ठ स्वामी कृष्णा नंद आदि ने स्नान किया। इसके बाद पंचायती अखाड़़ा श्री निरंजनी के साधु सन्यासियों ने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, अखाड़़े के सचिव और अखाड़़े के मेला प्रभारी महंत रविंद्र पुरी महाराज आदि ने शाही स्नान किया।
इसी बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी हरकी पैड़ी पहुंचे। उन्होंने संतजनों के ऊपर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन व स्वागत किया। उनका श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने स्वागत कर गंगाजली और प्रसाद, चुन्नी की भेंट। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मां गंगा से प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। दोपहर बाद श्री महानिर्वाणी और श्री पंचायती अटल अखाड़़े के संतजन शाही स्नान के लिए अपने अखाड़़े से दोपहर में निकलकर डामकोठी, तुलसी चौक,ललतारौ पुल होकर ब्रह्मकुंड पहुंचकर स्नान किया। शाही स्नान के बाद अखाड़़े के संतजन निर्धारित मार्ग से अखाड़़े की छावनी में वापस लौटे।
इसके पहले सुबह मेलाधिकारी दीपक रावत ने हरकी पैड़ी व आसपास के घाटों पर पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कहीं पर भी भीड़ को एकत्रित न होने दें। श्रद्धालुओं से कोविड से बचाव के लिए मास्क अवश्य लगाए रखें और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने की अपील की।
आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने भी हरकी पैड़ी के घाटों व मीडिया प्लेटफार्म पर पहुंचकर व्यवस्था की निगरानी कर अधिकारियों को पूरी गंभीरता से अपनी जिम्मेदारी निभाने के निर्देश दिया।
आज महाशिवरात्रि पर्व पर गुरूवार को हरिद्वार महाकुंभ का प्रथम शाही स्नान परम वैभव, दिव्य-भव्य रूप से सकुशल सम्पन्न हुआ। अखाड़ों के साधु-सन्यासियों ने हर-हर महादेव और हर-हर गंगे का जयघोष करते हुए ब्रहमकुंड पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई ।
गुरूवार को सबसे पहले श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के संतजनों ने जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज,अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत प्रेमगिरि महाराज, अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत सोहन गिरि, महा मंडलेश्वर स्वामी विमल गिरि आदि ने सबसे पहले शाही स्नान किया। हर हर महादेव, हर हर गंगे के जयघोष के साथ साधु संत गंगा स्नान करके निर्धारित रूट से वापस अखाडे़ की छावनी में वापस लौटे।
इसके बाद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के साधु सन्यासियों ने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि, अखाड़े के सचिव और अखाड़े के मेला प्रभारी श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज आदि ने शाही स्नान किया।
इसी बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी हरकी पैड़ी पहुंचे। उन्होंने संतजनों पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री का श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने कार्यालय में स्वागत करते हुए गंगाजली, प्रसाद व चुन्नी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने मां गंगा से प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।
श्री महानिर्वाणी और श्री पंचायती अटल अखाड़े के संतजन शाही स्नान के लिए अपने अखाड़े से दोपहर में निकलकर डामकोठी, तुलसी चैक, ललतारौ पुल होकर ब्रह्मकुंड पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में साधु-सन्यासियों ने शाही स्नान किया। शाही स्नान के बाद अखाड़े के संतजन निर्धारित मार्ग से अखाड़े की छावनी में वापस लौटे।
इससे पूर्व सुबह मेलाधिकारी दीपक रावत ने हरकी पैड़ी व आसपास के घाटों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कहीं पर भी भीड़ को एकत्रित न होने दें। श्रद्धालुओं से कोविड से बचाव के लिए मास्क अवश्य लगाने और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने की भी मेलाधिकारी ने अपील की।
डीजीपी अशोक कुमार, गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन और आईजी कुंभ संजय गुंज्याल आदि ने भी हरकी पैड़ी के घाटों व मीडिया प्लेटफार्म पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की निगरानी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।