चंबा भूस्खलन में दो महिलाओं और चार माह के बच्चे की मौत

चंबा में भारी भूस्खलन के बाद मलबे में दबी कई गाड़ियां; चार माह के बच्चे और दो महिलाओं की मौत
बा में नई टिहरी रोड पर टैक्सी स्टैंड के पास रविवार दोपहर 1 बजे भारी भूस्खलन हो गया। भूस्खलन के मलबे में टैक्सी स्टैंड में खड़ी कुछ गाड़ियां दब गई। एक वाहन में कुछ व्यक्तियों के दबने की सूचना भी है। पुलिस मौके पर है। बचाव कार्य किया जा रहा है। भूस्खलन के कारण चंबा-नई टिहरी रोड बंद हो गई जिस कारण वाहनों का भारी जाम लग गया है।

चंबा में भारी भूस्खलन के बाद मलबे में दबी कई गाड़ियां; चार माह के बच्चे और दो महिलाओं की मौत
भूस्खलन के मलबे में टैक्सी स्टैंड में खड़ी कुछ गाड़ियां दब गई।

जिले में पिछले कई दिनों से तीन राज्य मार्ग बंद, परेशानी में लोग
भारी मलबा आने से थाने का गेट भी हुआ ध्वस्त
प्रभावित क्षेत्र से खाली कराए गए मकान

नई टिहरी21 अगस्त ।चंबा थाना के पास टैक्सी स्टैंड में पहाड़ से भारी भूस्खलन होने के कारण एक खड़ी कार में बैठी दो महिलाएं और एक चार महीने के बच्चे की मलबे में दबने से मौत हो गई। भारी चट्टान और मलबा आने से लगभग दस वाहन भी दब गए। प्रशासन ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के आसपास कुछ मकानों में रहने वाले निवासियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया है।

सोमवार को दोपहर एक बजे चंबा थाना के पास टैक्सी स्टैंड के ऊपर का पहाड़ अचानक से नीचे खड़े वाहनों पर आ गिरा। पहाड़ से भारी मलबे के नीचे लगभग दस वाहन दब गए। मलबे के नीचे कंडीसौड़ निवासी सुमन खंडूड़ी की कार भी दब गई, जिसमें सुमन की पत्नी पूनम खंडूड़ी 31, सुमन की दीदी सरस्वती खंडूड़ी 42 और सुमन का चार महीने का बच्चा बैठे थे।

मलबा हटाने पर बरामद हुआ शव

सुमन खंडूड़ी अपनी कार खड़ी कर चंबा बाजार में कुछ सामान लेने गए थे। इस बीच हादसा हो गया। मलबे में कई अन्य वाहन भी दब गये। शाम चार बजकर चालीस मिनट पर मलबा हटाने के बाद कार से पूनम, सरस्वती और चार महीने के बच्चे का शव बरामद किया गया।

सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कराए गए निवासी

भूस्खलन होने से चंबा- नई टिहरी रोड भी बंद हो गई। हादसे की सूचना पर डीएम मयूर दीक्षित, सीडीओ मनीष कुमार, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर और एडीएम केके मिश्र मौके पर पहुंच गए। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के आसपास मकानों से स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कराया गया है।

डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि भूस्खलन की जद में आकर दो महिलाएं और एक बच्चा दबे हैं। कई वाहन भी मलबे में दबे हैं। मलबा हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई है। एसडीआरएफ और पुलिस की टीम भी मलबा हटाने में लगी हैं।

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चार महीने के बेटे संग पहली बार मायके जा रही थी पूनम, प्रकृति के कहर ने पलभर में छीन ली खुशियां
उत्तराखंड के टिहरी में अपने चार माह के बच्चे के साथ पहली बार मायके जा रही पूनम की खुशियां आधे रास्ते में ही दफन हो गई। बच्चों को लेकर ससुराल जा रहे सुमन खंडूड़ी चंबा में पुलिस थाने के पास कार खड़ी कर बजार सामान लेने गए थे। लेकिन कुछ देर बाद ही वापस आए तो वहां मलबे के ढेर के सिवा कुछ नजर नहीं आया।

हादसे की खबर जसपुर गांव से लेकर डारगी तक फैली तो दोनों गांव में कोहराम मच गया। गांव से चंबा पहुंचे परिजन उनके सुरक्षित होने की दुआएं मांगते रहे, लेकिन प्रकृति के काल के आगे किसी की दुआ काम नहीं आई।
वहीं, चंबा में रह रही सुमन की बहन सरस्वती भी वहां कार में बैठे अपने मासूम भतीजे और अपने छोटे भाई की पत्नी से मिलने कार में बैठी थी। लेकिन काल के रूप में पहाड़ी से गिरे मलबे के ढेर ने उसकी भी जिंदगी लील ली।
करीब तीन घंटे चले रेस्क्यू के बाद जब एक-एक कर तीन शव बरामद किए गए तो परिजन अपना होश खो बैठे। ग्रामीणों ने बताया कि बेटी और नाती के मायके आने की खुशियां चंद मिनटों में मातम में बदल गई।
सुमन के परिवार पर काल बनकर बरसे इस मलबे ने पलभर में ही तीन घरों की खुशियां छीन ली। एक नवजात के साथ ही परिवार की दो बेटियों के जिंदा दफन होने की दर्दनाक घटना से सुमन के गांव जसपुर और पूनम के मायके डारगी में मातम पसर गया।
टिहरी जिले में हर साल बादल फटने और भूस्खलन के कारण दर्जनों लोग अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं। राज्य गठन के बाद विभिन्न हादसों में 84 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा की दृष्टि से भिलंगना, नरेंद्रनगर और जौनपुर ब्लॉक क्षेत्र सबसे अधिक संवेदनशील है।

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