मोदी के ठीक पहले तीर्थ पुरोहितों को मनाने केदारनाथ पहुंचे धामी, पुनर्निर्माण परखा
प्रधानमंत्री के दौरे से ठीक पहले तीर्थपुरोहितों को मनाने केदारनाथ पहुंचे मुख्यमंत्री धामी, पुनर्निर्माण कार्यों का भी लिया जायजा
देहरादून/रूद्रप्रयाग 03 नवंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ पहुंचे हैं। यहां वे मंदिर परिसर में तीर्थयात्रियों और अधिकारियों के साथ बंद कमरे में चर्चा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर बातचीत चल रही है। प्रधानमंत्री पांच को उत्तराखंड के दौरे पर रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से ठीक पहले मुख्यमंत्री धामी पहुंचे केदारनाथ। फाइल फोटो
रुद्रप्रयाग 03 नवंबर। प्रधानमंत्री की केदारनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा और नाराज तीर्थ पुरोहितों को मनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धाम पहुंचे। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और सुबोध उनियाल भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री धामी ने तीर्थ पुरोहितों के साथ बंद कमरे में काफी देर बातचीत भी की। उन्होंने मंत्रियों के साथ मिलकर केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सरकार जन भावनाओं का सम्मान करने वाली सरकार है। तीर्थों के पंडा, पुरोहित और पुजारियों के मान सम्मान को कोई ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी। हम सकारात्मक, धनात्मक और विकासात्मक दृष्टिकोण से चारधाम, पंडा, पुरोहित और पुजारी समाज के सम्मान और धार्मिक आस्था की गरिमा के सम्मान के लिए तत्पर हैं।
दरअसल, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहित आंदोलन कर रहे हैं। दो रोज पहले तीर्थ पुरोहितों ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बाबा केदार के दर्शन नहीं करने दिए थे, उन्हें बगैर दर्शन के लिए धाम से लौटना पड़ा था। यही नहीं, उस दिन धाम में पहुंचे कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का तीर्थ पुरोहितों ने घेराव भी किया था।
तीर्थ पुरोहितों ने मामले का समाधान न होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पांच नवंबर को प्रस्तावित यात्रा का विरोध करने का एलान भी किया है। प्रधानमंत्री मोदी को उस दिन केदारनाथ धाम में शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण करना है। उसके बाद से ही राज्य सरकार तीर्थ पुरोहितों को मनाने के प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री आज खुद कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और हरक सिंह के साथ इसी सिलसिले में केदारनाथ पहुंचे। उनकी तीर्थ पुरोहितों से काफी देर बातचीत हुई।
मुख्यमंत्री धामी ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बाबा केदार के प्रति विशेष आस्था और श्रद्धा है। उनका उत्तराखंड को दुनिया की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विकसित करने का विजन है। पूरी दुनिया के लोग यहां आध्यात्मिक शांति के लिए आएंगे। आधुनिक इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। पहले चरण के काम हो चुके हैं। दूसरे चरण के काम शुरू हो रहे हैं। आदि गुरु शंकराचार्य जी की समाधि का लोकार्पण करने के साथ ही उनकी प्रतिमा का भी अनावरण किया जाएगा।
देवस्थानम बोर्ड पर केंद्र से संवाद कर रही राज्य सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते रोज कहा कि देवस्थानम बोर्ड के मसले पर केंद्र सरकार से भी संवाद किया जा रहा है। प्रदेश सरकार जन भावनाओं का सम्मान करने वाली सरकार है। तीर्थों के पंडा-पुरोहित और पुजारियों के मान सम्मान को कोई ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में बदरीनाथ धाम से जुड़े बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधियों ने भेंट की और देवस्थानम बोर्ड से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने देवस्थानम बोर्ड के संबंध में गठित उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष मनोहर कांत ध्यानी से वार्ता की और चार धाम पुरोहित और पुजारियों की भावना से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सकारात्मक, धनात्मक और विकासात्मक दृष्टिकोण से चारधाम, पंडा, पुरोहित और पुजारी समाज के सम्मान तथा धार्मिक आस्था की गरिमा के सम्मान के लिए तत्पर है। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बदरीनाथ धाम का प्रसाद भेंट किया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों को अंगवस्त्र भी भेंट किया।