बादल फटने से टिहरी, रूद्रप्रयाग वह उत्तरकाशी में तबाही,IITदेवप्रयाग भवन साफ
Tehri Cloudburst: उत्तराखंड के टिहरी में बादल फटने से आई तबाही, कई दुकानें और मकान क्षतिग्रस्त
टिहरी में बादल फटने से उफान पर आया गदेरा, दस दुकानें क्षतिग्रस्त। उत्तराखंड में इनदिनों मौसम के तेवर तीखे है। पहाड़ी जिलों में बारिश आफत बनकर बरस रही है। टिहरी जिले के देवप्रयाग में बादल फटने से गदेरा उफान पर आ गया जिससे बाजार में दस दुकानें क्षतिग्रस्त रही।
नई टिहरी। उत्तराखंड में इन दिनों मौसम के तेवर तल्ख है। पहाड़ी जिलों में बारिश आफत बनकर बरस रही है। टिहरी जिले के देवप्रयाग में बादल फटने से गदेरा उफान पर आ गया, जिससे कई दुकानें और मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। गनीमत रही कि कोविड कर्फ्यू के चलते दुकानें बंद थी, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। एक ओर जहां ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का क्रम बना हुआ है तो वहीं पहाड़ों में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मैदानी इलाकों में भी मौसम रंग बदल रहा है। भारी बारिश के चलते देवप्रयाग में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। फिलहाल, एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल की तरफ बढ़ रही है।
इससे पहले छह मई को बादल फटने से घनसाली और जाखणीधार ब्लॉक में काफी नुकसान हुआ था। कई हेक्टेयर जमीन तेज बहाव में बह गई,जबकि घनसाली बाजार में कई वाहन मलबे में दब गए। जंगलों में बादल फटने से स्थानीय नैलचामी गदेरे में जलस्तर बढ़ गया,जिससे ये नुकसान हुआ था।
थाना प्रभारी देवप्रयाग महिपाल रावत ने बताया कि शाम करीब पांच बजे दशरथ आंचल पर्वत पर बादल फटा। जिससे शांता गदेरा उफान पर आ गया। मलबा आने से देवप्रयाग मुख्य बाजार में भी दस दुकानों को नुकसान हुआ है।
उत्तराखंड के देवप्रयाग के ऊपरी क्षेत्र में मंगलवार देर शाम मूसलाधार बारिश के बाद बादल फट गया। बादल फटने से क्षेत्र में गदेरा उफान पर आ गया जिससे कई भवनों को नुकसान हुआ है। वहीं, आईटीआई का भवन भी ध्वस्त हो गया।
थाना प्रभारी देवप्रयाग महिपाल रावत ने बताया कि शाम करीब पांच बजे दशरथ आंचल पर्वत पर बादल फटा। जिससे शांता गदेरा उफान पर आ गया। मलबा आने से देवप्रयाग मुख्य बाजार में भी दस दुकानों को नुकसान हुआ है।
वहीं, संगम बाजार का रास्ता भी बंद हो गया है। जनहानि की अभी कोई सूचना नहीं है। कोरोना कर्फ्यू के कारण इस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बंद थी। लेकिन फिर भी टीम रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई है।
बता दें कि तीन मई को चमोली जिले के घाट ब्लाक में बिनसर पहाड़ी की तलहटी में तीन अलग-अलग जगहोंं पर बादल फटने की घटना से घाट बाजार में तबाही मच गई थी। मलबे में 30 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे, जबकि 25 दुकानों में मलबा घुसने से लाखों का सामान नष्ट हो गया।
इसके बाद सात मई को नई टिहरी में जाखणीधार ब्लॉक के पिपोला (ढुंगमंदार) में भी बादल फटने के कारण भारी नुकसान हुआ था। कई घरों में मलबा घुस गया जबकि गांव के करीब 16 लोगों के मकान खतरे की जद में आ गए हैं।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फिर हुई बारिश-बर्फबारी
चमोली जनपद में इन दिनों दोपहर बाद रोज बारिश और बर्फबारी हो रही है। मंगलवार को भी बदरीनाथ धाम की चोटियों के साथ ही जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। गोपेश्वर में ड्रेनेज सिस्टम सही न होने से बारिश का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है।
बारिश, बर्फबारी से जिले में मौसम ठंडक भरा हो गया है। वहीं आपदा प्रभावित घाट ब्लॉक में लोग बारिश होने पर सहम जा रहे हैं। गोपेश्वर के साथ ही जोशीमठ, पीपलकोटी, पोखरी, घाट, नंदप्रयाग, उर्गम, निजमूला घाटी में भी बारिश का दौर जारी है।
पल भर में ध्वस्त हो गई ITI की बिल्डिंग
देवप्रयाग में बादल फटने के बाद मूसलाधार बारिश हुई है. इतना ही नहीं बादल फटने की वजह से ITI की बिल्डिंग ढह गई है. इस इलाके में स्थित कई दुकानें भी ध्वस्त हो गई हैं. जाहिर है बादल फटने की वजह से मूसलाधार बारिश होती है,इस वजह से तबाही का यह मंजर सामने आ रहा है
देवप्रयाग में बादल फटने के बाद मूसलाधार बारिश
ध्वस्त हो गई ITI की बिल्डिंग और दुकानें
इससे पहले 3 मई को उत्तराखंड के टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले में बादल फटने की खबर सामने आई थी. रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जिलों में बादल फटने की खबर का तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित जिलाधिकारियों से फ़ोन पर जानकारी ली और उन्हें प्रभावितों को तुरंत राहत और सहायता राशि देने के निर्देश दिया.
दोनों जिलाधिकारियों को स्थिति पर लगातार नज़र रखने को कहा गया. इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग, एनएच व बीआरओ को आदेश दिए गए कि जो मार्ग बंद हो गए हों उन्हें तत्काल खुलवाया जाये ताकि जनता को परेशानी न हो.
नरेंद्रनगर ब्लॉक के क्यारा अतिवृष्टि से भारी नुकसान, तीन मकान हुए ध्वस्त
नरेंद्रनगर ब्लॉक के दोगी पट्टी क्षेत्र के ग्राम पंचायत क्यारा में अतिवृष्टि से भारी नुकसान की सूचना हुई है। यहां तीन मकान मलबे की चपेट में आकर ध्वस्त हो गए। कुछ पशुधन की हानि की भी सूचना है। नरेंद्रनगर ब्लॉक के दोगी पट्टी क्षेत्र के ग्राम पंचायत क्यारा में अतिवृष्टि से भारी नुकसान की सूचना है। यहां तीन मकान मलबे की चपेट में आकर ध्वस्त हो गए। कुछ पशुधन की हानि की भी सूचना है।
ग्राम प्रधान क्यारा सुल्तान सिंह पुंडीर ने बताया कि शाम करीब साढ़े पांच बजे क्षेत्र में भारी बारिश के साथ बरसाती नाले भारी उफान पर आ गए। यहां क्यारा ग्राम पंचायत की सेंण-भंगेली तोक में गदेरे के पानी का रुख पलट गया, जिससे यहां बने तीन पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
इनमें दीपचंद सिंह, कृपाल सिंह (दोनों पुत्र रूप सिंह) और कुंदन सिंह (पुत्र शत्रु सिंह) के मकान शामिल हैं। यहां रह रहे नागरिकों ने किसी तरह भागकर जान बचाई, जबकि घरों में बंधे पशुधन मलबे में बह और दब गए हैं। फिलहाल, अभी नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है। सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व सैनिक गजेंद्र राणा ने बताया कि प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई है। फिलहाल, अभी तक मौके पर टीम नहीं पहुंच पाई है।