धामी ने पौड़ी में किये आठ अरब की 353 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण

*मुख्यमंत्री ने किया पौड़ी में 800 करोड़ की 353 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण*

*दिशा ध्याणी, ब्यै-ब्वारी‘ कार्यक्रम में प्रतिभाग*

*रांसी स्टेडियम में शहीद जसवंत सिंह रावत की मूर्ति का  अनावरण*

*कण्डोलिया में जनरल बिपिन रावत पार्क का भी लोकार्पण*

*कण्डोलिया मंदिर में पूजा अर्चना देश-प्रदेश की खुशहाली  की कामना*

पौड़ी 03 फरवरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पौड़ी में 800 करोड़ रूपए लागत की 353 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें 134.61 करोड़ की 196 योजनाओं का लोकार्पण तथा 666.13 करोड़ की 157 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी में विशाल जन सभा संबोधित करते हुए कहा कि पौड़ी की यह भूमि सांस्कृतिक चेतना के केन्द्र, तीलू रौतैली, वीर माधो सिंह, जसवंत सिंह रावत और भारत के प्रथम सीडीएस रहे जनरल विपिन रावत की भूमि है। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें पौड़ी की पवित्र भूमि पर आने और मातृशक्ति को समर्पित कार्यक्रम में जन कल्याण की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण का सुअवसर मिल रहा है। आज पौड़ी गढ़वाल के लिए 800 करोड़ रूपए से अधिक की लोक कल्याणकारी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण है। इन योजनाओं से पौड़ी गढ़वाल का और तेजी से विकास होगा।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार में पूरे उत्तराखंड का विकास हो रहा है। महिला समूहों की स्थानीय उत्पादों पर लगाए प्रदर्शनियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी मातृशक्ति ‘’आत्मनिर्भर भारत’‘ और ’’वोकल फॉर लोकल’’ के मंत्र को धरातल पर उतार रही हैं। आज प्रदेश के दुर्गम गावों में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार ने उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया है। धर्मांतरण रोकने को भी कानून बनाया है। प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी  की। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता भी करने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। कल ही हमें विशेषज्ञ कमेटी ने इसका ड्राफ्ट भी सौंपा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश के विकास और कल्याण को पूरी निष्ठा और समर्पण से उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कण्डोलिया मैदान में महिला सशक्तिकरण को समर्पित ‘दिशा ध्याणी, ब्वै-ब्वारी‘ सम्मेलन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रांसी स्टेडियम में शहीद जसवंत सिंह रावत की मूर्ति का अनावरण किया। उसके बाद कण्डोलिया पार्क में अर्बन हाट और महिला स्वयं सहायता समूह के तैयार उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने कंडोलिया मंदिर के दर्शन करते हुए देश-प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य कार्यक्रम स्थल कंडोलिया मैदान में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर विभिन्न विभागों की ‘‘16 सामान्य स्टॉल, 05 लाइव स्टॉल (भीमल पेंटिंग, पिरूल व खजूर के क्राफ्ट निर्माण, उत्तराखण्ड के भाण्ड-कुण्ड, मथनी से मठ्ठा निकालना, जांदरा व ओखली का प्रदर्शन) तथा फोटो प्रदर्शनी (जी-20, बीट्ल्स फेस्टिवल तथा सिलक्यारा टनल रेस्क्यू) का अवलोकन कर नारी सशक्तिकरण और प्रदेश के विकास के संबंध में केन्द्र व राज्य सरकार के किये गये कार्यों और प्रयासों की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम स्थल में मुख्यमंत्री धामी ने पशुपालन विभाग के स्टॉल में बदरी गाय और बछिया का पूजन कर लाइव स्टॉल में ओखली से अनाज कूटा और जंदरे में भी हाथ आजमाया।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी ने केन्द्र और राज्य सरकार की नारी सशक्तिकरण को चलायी जा रही योजनाओं, कार्यक्रमों, उपलब्धियों और प्रयासों से अवगत कराते हुए नारी शक्ति को इस पर्वतीय राज्य की रीढ़ कहा। उन्होंने कहा कि चाहे उत्तराखण्ड में महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण हो अथवा महिलाओं को उज्ज्वला गैस योजना का लाभ हो, ऐसी योजनाओं से महिलाएं तेजी से आत्मनिर्भर और सशक्त होकर उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्य बनाने में अपना योगदान दे रही हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने पर्यटन विभाग की गंगा पथ पर आधारित ‘‘कॉफी टेबल बुक‘‘ का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने कण्डोलिया में ही स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत  पार्क का लोकार्पण किया, जहां पर जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा और 101 फीट ऊंचा तिरंगा आकर्षण का केन्द्र है। इस दौरान  मुख्यमंत्री धामी ने उपस्थित जन को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ‘ व ड्रग फ्री देवभूमि-2025 की शपथ दिलाई।

 

मुख्यमंत्री धामी ने प्रत्येक स्टॉल में जाकर उत्पादों की जानकारी लेने के साथ ही इससे हो रहे लाभ के बारे में सवाल किए। मुख्यमत्री ने महिलाओं को सराहते हुए कहा कि मातृशक्ति बहुत बढ़िया काम कर रही हैं। इसका लाभ उनके परिवार सहित प्रदेश को मिलेगा। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने सरकार के वोकल फॉर लोकल के नारे का अनुसरण करते हुए स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाया है। वह चाहती हैं कि आत्मनिर्भर बनने के साथ ही स्थानीय उत्पादों का प्रचार-प्रसार हो।

‘‘दिशा ध्याणी, ब्यै-ब्वारी ‘‘ सम्मेलन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और डॉक्टर धन सिंह ने भी प्रतिभाग करते हुए केन्द्र और राज्य सरकार के देश-प्रदेश के विकास के कार्यों से अवगत कराया।

इस दौरान स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी, लैंसडाउन विधायक दिलीप रावत और यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अंथवाल, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डे, महानिरीक्षक गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉक्टर आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, पूर्व विधायक मुकेश कोहली, निवर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम सहित बड़ी संख्या में आम जनमानस उपस्थित थे।

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