आरिफ़ मोहम्मद खां-एसएफआई आमने-सामने, केंद्र ने दी जेड+ सुरक्षा

SFI ने आरिफ मोहम्मद खान को दिखाए काले झंडे, गुस्से में धरने पर बैठे गवर्नर

केरल में सत्तारूढ सीपीएम के छात्र संगठन एसएफआई ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को काले झंडे दिखाए हैं। इस बात से राज्यपाल नाराज हो अपने वाहन से उतर कर वहीं धरने पर बैठ गए। उन्होंने एसएफआई के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की ।
कोल्लम 27 जनवरी 2024 । केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ केरल में जमकर प्रदर्शन देखने को मिला। उनको काले झंडे दिखाए गए। प्रदर्शन से नाराज राज्यपाल आरिफ मोहम्मद भी अपनी गाड़ी से नीचे उतर कर एक कुर्सी लेकर धरने पर बैठ गए। राज्यपाल काफी गुस्से में पुलिसकर्मियों को डांटते हुए दिखे। उन्होंने कहा कि मैं यहां से नहीं जाउंगा,पुलिस प्रदर्शनकारियों को संरक्षण दे रही है। बता दें कि छात्र संगठन एसएफआई पिछले काफी दिनों से राज्यपाल से नाराज चल रहा हैं, इसी में उन्होंने प्रदर्शन कर राज्यपाल को काले झंडे दिखाए।

काले झंडे देख वाहन से उतरे राज्यपाल

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान कोल्लम जिले के निलमेल में गए थे। तभी ‘स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया’(SFI) के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन कर दिया। इस पर नाराज़ राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी अपने वाहन से बाहर निकल गए। प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग करते वे सड़क किनारे एक दुकान के सामने बैठ गए।

गुस्से में पुलिसकर्मियों को लगाई फटकार

इस बीच राज्यपाल का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह काफी गुस्से में दिख रहे हैं। राज्यपाल खान को  वीडियो में पुलिसकर्मियों से सख्त लहजे से बात करते हुए देखा जा सकता है। राज्यपाल को गुस्से में देख घटनास्थल पर पुलिस के अलावा अन्य अधिकारी और स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए।

 

…अमित शाह साहब से बात कराओ’, SFI का प्रोटेस्ट नहीं रोक पाई पुलिस तो भड़के केरल गवर्नर, सड़क पर कुर्सी डाल बैठे
आरिफ मोहम्मद खान एक आईपीएस अधिकारी को वहीं अंग्रेजी में फटकार लगाते हुए कह रहे हैं, ‘नहीं मैं यहां से वापस क्यों जाऊंगा, आपने (पुलिस) ने SFI को यहां सुरक्षा दी है. एसएफआई कार्यकर्ताओं के काला झंडा दिखा विरोध करते हुए गो बैक का नारा लगाने पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.उन्होंने वहां पुलिस अधिकारियों को फटकार लगा अपने सहयोगी को कहा कि प्रधानमंत्री से फोन कर मेरी बात करवाओ.

राज्यपाल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एसएफआई कार्यकर्ताओं को काले झंडे लेकर प्रदर्शन से रोकने को कार्रवाई नहीं की. सामने आये वीडियो में वे अपने सहयोगी को कह रहे हैं, ‘मोहन अमित शाह साहब से बात कराओ, या कोई भी हो उनके यहां , और नहीं तो फिर प्राइम मिनिस्टर के मेरी बात कराओ.’

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान एक आईपीएस अधिकारी को वहीं अंग्रेजी में फटकार लगा रहे हैं,’नहीं मैं यहां से वापस क्यों जाऊं,आपने (पुलिस) ने उन्हें(SFI) सुरक्षा दी है, मैं यहां से नहीं जाउंगा,अगर पुलिस खुद ही कानून तोड़ेगी तो कानून का पालन कौन कराएगा.’
बवाल पर एक एसएफआई कार्यकर्ता ने कहा कि बिना किसी योग्यता के सुरेंद्रन को भाजपा की सिफारिश पर सीनेट में ले लिया गया. इसलिए एसएफआई  कई महीनों से राज्यपाल विरोधी राज्यव्यापी प्रदर्शन कर रही है.आज का विरोध उसी का हिस्सा था.हम किसी भी समझौते को तैयार नहीं हैं.उन्होंने हमें “अपराधी” कहा,इसलिए हम राज्य भर में विरोध प्रदर्शन करके उन्हें अपनी ताकत दिखाएंगे.हम यह संदेश देना चाहते हैं कि एसएफआई किसी भी समझौते को तैयार नहीं है.’

 

 

13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ प्रदर्शन में अब पुलिस ने 13 एसएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 144, 147, 283, 353, 124, 149 में एफआईआर लिखी है.

कई दिनों से चल रहा सरकार से विवाद

बता दें कि  राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और वामपंथी सरकार में राज्य के विश्वविद्यालयों के कामकाज और विधानसभा से पारित कुछ विधेयकों पर राज्यपाल के हस्ताक्षर न करने समेत कई मामलों पर तनातनी है। केरल में सत्तारूढ़ वाम मोर्चा सरकार और खान में तनाव के बीच राज्यपाल ने अप्रत्याशित कदम उठा गुरुवार को विधानसभा में अपना अभिभाषण केवल अंतिम पैराग्राफ पढ़कर सरकार से अपनी नाराजगी का संकेत दिया था।

Kerala Governor Arif Mohammad Khan Gets Z+ Security What Does It Mean People Who Have It Know A-To-Z
केरल के गवर्नर को Z+ सिक्‍योरिटी… क्‍या है इसका मतलब, किन-किन लोगों को मिली है, जानिए A-टु-Z
केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्‍मद खान की सिक्‍योरिटी बढ़ाई गई है। उनकी सुरक्षा श्रेणी बढ़ाकर जेड प्‍लस की गई है। इसके बाद लोगों के मन में सवाल है कि आखिर इससे क्‍या फर्क पड़ेगा। जेड प्‍लस सिक्‍योरिटी होती क्‍या है? इसे किन लोगों को दिया जाता है?  यहां ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब-

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की सुरक्षा बढ़ा दी है। उनकी सुरक्षा की कैटेगरी बढ़ाकर ‘जेड प्लस’ कर दी गई है। राज्यपाल खान के खिलाफ केरल के कोल्लम जिले में शनिवार को स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उनके ऐसा करने पर खान अपने वाहन से बाहर निकले। फिर प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क किनारे एक दुकान के सामने बैठ गए। इस घटना के बाद ही उनकी सिक्‍योरिटी बढ़ाने का फैसला लिया गया। जेड प्‍लस सिक्‍योरिटी का क्‍या मतलब होता है? किन-किन लोगों को यह मिली हुई है? इस पर क‍ितना खर्च आता है? आइए, यहां इन सवालों के जवाब जानते हैं।

क्‍या होती है Z+ सिक्‍योरिटी?
देश में Z+ सिक्‍योरिटी प्रधानमंत्री के बाद सर्वोच्च है। यह सुरक्षा की सर्वोच्च श्रेणी है। Z+ सिक्‍योरिटी में 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी समेत 55 ट्रेंड जवान मिलते हैं। जिस किसी को यह सिक्‍योरिटी मिलती है, ये सभी कमांडो 24 घंटे उस व्यक्ति के चारों ओर पैनी नजर रखते हैं। सुरक्षा में तैनात हर कमांडो मार्शल आर्ट का स्पेशलिस्ट होता है। ये आधुनिक हथियारों से लैस होते हैं।

किन-किन को मिली हुई Z+ सुरक्षा?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त मंत्री, मुकेश अंबानी और उनके परिवार, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जैसे कई शीर्ष गणमान्य व्यक्तियों को यह सिक्‍योरिटी कवर मिला हुआ है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी उन लोगों में हैं जिन्‍हें जेड प्‍लस सिक्‍योरिटी दी गई है।

Z+ सुरक्षा का खर्च कितना आता है?

Z+ सुरक्षा पर एक व्‍यक्ति पर महीने में 40 से 45 लाख रुपये का खर्च आता है।

इस सुरक्षा का खर्च केंद्रीय गृह मंत्रालय उठाता है। हालांकि, अंबानी परिवार का उदाहरण लें तो वही इसका खर्च उठाता है।

Z+ सुरक्षा किसे दी जाती है?
खतरे के साथ सुरक्षा श्रेणी बढ़ती है। ऐसे में जाहिर है कि यह उन्‍हें मिलती है जिनकी जान को सबसे ज्‍यादा खतरा होता है। प्रधानमंत्री को मिलने वाले एसपीजी यानी स्पेशल प्रोटेक्‍शन ग्रुप के बाद कह सकते हैं कि यह दूसरा सबसे सख्‍त कवर है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *