उत्तर मुम्बई से नहीं मिल रहा कांग्रेस को प्रत्याशी,गोविंदा का इंकार
Govida And Urmila Matondkar Denied To Contest Lok Sabha Election No Congress Candidate From Mumbai North
गोविंदा ने ना बोला,उर्मिला मातोंडकर को मनाने की कोशिश,उत्तर मुंबई से कांग्रेस को नहीं मिल रहा उम्मीदवार
उर्मिला मातोंडकर को उत्तर मुंबई सीट के लिए फिर से उम्मीदवार बनने को कांग्रेस ने अप्रोच किया है। वहीं गोविंदा से भी बात की लेकिन दोनों ने ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इधर मुंबई उत्तर लोकसभा सीट पर कांग्रेस मुसीबत में पड़ गई है। प्रत्याशी अब तक फाइनल नहीं हो पाया है।
मुंबई 12 अप्रैल 2024: उत्तर मुंबई लोकसभा सीट कांग्रेस के गले पड़ गई है। पार्टी को वहां से उम्मीदवार ही नहीं मिल रहा है। कांग्रेस अब भी कोशिश कर रही है कि यह सीट वह उद्धव सेना को दे दे और इसके बदले वह दक्षिण मध्य मुंबई लोकसभा चुनाव क्षेत्र ले ले,क्योंकि उद्धव ठाकरे के पास वहां से विनोद घोसालकर जैसा स्थानीय तगड़ा उम्मीदवार है। महाविकास आघाडी के सीट बंटवारे में उत्तर मुंबई सीट कांग्रेस कोटे में गई है। हालांकि,शुरू से ही कांग्रेस यह सीट लेने को तैयार नहीं थी,लेकिन उद्धव सेना और शरद पवार ने उत्तर मुंबई सीट कांग्रेस के गले में डाल दी। अब वह कांग्रेस के गले की फांस बन गई है। खबर है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने उद्धव सेना के विनोद घोसालकर से पंजे के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने अपील की। हालांकि, उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह चुनाव लड़ेंगे,तो शिवसेना (यूबीटी) के चुनाव चिन्ह जलती हुई मशाल पर ही लड़ेंगे, अन्यथा वे कांग्रेस उम्मीदवार के लिए काम करेंगे।
उर्मिला मातोंडकर और गोविंदा
उम्मीदवार न मिलने पर कांग्रेस पार्टी ने उर्मिला मातोंडकर और गोविंदा से संपर्क किया, लेकिन गोविंदा ने साफ मना कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से कहा कि वे अब शिंदे सेना के हो गए हैं, इसलिए कांग्रेस से चुनाव लड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता। कांग्रेस उद्धव ठाकरे के माध्यम से घोसालकर पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
हारी थीं उर्मिला मांतोंडकर
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उर्मिला मातोंडकर को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उर्मिला को भाजपा के गोपाल शेट्टी ने 4,65,247 मतों के अंदर से हरा दिया था। चुनाव में शेट्टी को 7,06,678 वोट मिले थे, जबकि उर्मिला को 2,41,431 वोट ही मिले। यह तब था जब कांग्रेस को उम्मीद थी कि एक मुसलमान से शादी कर मरियम अख्तर मीर बनी उर्मिला को मुसलमान छप्परफाड़ वोट देंगें।
भारी भरकम पराजय को उर्मिला ने कांग्रेस नेता जिम्मेदार ठहराये थे। आगे चलकर उर्मिला और कांग्रेस नेताओं के बीच अनबन इतनी बढ़ गई कि उन्होंने कांग्रेस ही छोड़ दी और उद्धव सेना में शामिल हो गई। अब कांग्रेस एक बार फिर उर्मिला को उम्मीदवार बनाना चाहती है, हालांकि उनके अलावा कांग्रेस और भी कुछ चेहरे तलाश कर रही है।
उम्मीदें अब भी कायम
कांग्रेस को अब भी उम्मीद है कि उद्धव ठाकरे उन्हें उत्तर मुंबई के बदले दक्षिण-मध्य मुंबई की सीट दे देगी। जहां पर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड खुद चुनाव लड़ने को उत्सुक हैं। कांग्रेस का दलित चेहरा होने के नाते पार्टी उस सीट पर महायुति के उम्मीदवार राहुल शेवाले को कड़ी टक्कर देने का गणित बना रही है।