कांग्रेस वनंतरा के वीआईपी के साक्ष्य दे, राजनीति न करे: महेन्द्र भट्ट
वनंत्रा प्रकरण पर कांग्रेस वीआईपी के नाम का साक्ष्य दे अथवा दुष्प्रचार न करे: भट्ट
देहरादून 22 जुलाई । भाजपा ने वनंत्रा प्रकरण में कांग्रेस को चुनौती दी है कि यदि कोई वीआईपी का नाम या कोई साक्ष्य उनके पास है तो बताएं अन्यथा राजनैतिक दुष्प्रचार न करें ।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने राहुल गांधी के उत्तराखंड आने पर कटाक्ष किया कि कपाट खुले भी कई माह हो गए, लेकिन स्थानीय कांग्रेस नेताओं को उनके दर्शन नहीं होना उनकी नजर में देवभूमि का महत्व दर्शाता है । वहीं चमोली दुर्घटना पर राजनीति करने वाली कांग्रेस को अपने स्थानीय नेताओं की घटना के समय भीड़ जमाकर प्रशासन को बंधक बनाने के कृत्य को भी संज्ञान में रखना चाहिए ।
पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस की स्वाभिमान न्याय यात्रा को लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री महेंद्र भट्ट ने कहा कि वनंतरा दुखद घटना में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देशों पर कठोरतम कार्यवाही की गई और पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन हैं । इस संबंध में सभी न्यायिक प्रक्रिया को पीड़ित परिजनों की राय से ही आगे बढ़ाया जा रहा है और प्रदेश की जनता भी अब तक कार्यवाही से पूर्णतया संतुष्ट है । लेकिन मुद्दाविहीन कांग्रेस इस संवेदनशील विषय पर गैर जिम्मेदाराना राजनीति कर रहीं है । कांग्रेस अभी भी सीबीआई जांच की मांग कर रही है जबकि हाईकोर्ट भी एसआईटी जांच सही मानते हुए पहले ही असहमति जता चुका है । उन्होंने चुनौती दी कि कांग्रेस नेता वीआईपी नाम को लेकर शुरुआत से भ्रम फैला रहे है, यदि उनके पास ऐसे किसी नाम की पुष्ट जानकारी है तो वे सार्वजनिक करे या जांच ऐजेंसियों को बताए । लेकिन सिर्फ राजनैतिक लाभ और चर्चा में बने रहने को मीडिया में बयानबाजी सार्वजनिक नैतिकता में कतई उचित नहीं है ।
श्री भट्ट ने स्वाभिमान यात्रा में राहुल गांधी के आने के सवाल पर व्यंग किया कि छह महीने से कांग्रेसी राहुल गांधी के आने की खबर उड़ा रहे हैं, अब तो श्री बद्री केदार के कपाट खुले भी 4 माह बीत गए है लेकिन उन्हें आने की फुर्सत नही मिली । यह स्पष्ट है कि उनकी निगाह में देवभूमि के पावन धामों और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का कितना महत्व है । बहरहाल वे जब भी आएं उनका हम सब देवभूमिवासियो की तरफ से श्री बद्री केदार धाम में स्वागत है, लेकिन राजनैतिक लक्ष्य के साथ न आएं ।
उन्होंने चमोली दुर्घटना को लेकर विपक्षी आरोपों का जवाब देते हुए कहा, सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाने और तेजी से राहत अभियान की रही जिसे तत्परता और संवेदनशीलता से किया गया । इस दुखद घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही हो रही है जिसमें 3 गिरफ्तारियां भी हुई हैं । उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री जी ने भी संज्ञान लिया है इसलिए किसी दोषी को छोड़ने का प्रश्न ही नहीं है । उन्होंने स्थानीय कांग्रेस नेताओं की भूमिका को लेकर सवाल खड़ा किया कि वे कौन लोग थे जिन्होंने प्लांट केयरटेकर की मौत पर वहां राजनैतिक बवाल किया और घटनास्थल से शव पंचनामा तक को उठने नहीं दिया और इतनी बड़ी दर्दनाक घटना को न्यौता दिया । शायद प्रशासनिक कार्यवाही को तब बंधक न बनाया जाता और डेड बॉडी खुले स्थान में लाने दी जाती तो इतने लोगों को अपनी जान से हाथ नही धोना पड़ता । लिहाजा इस कठिन समय और संवेदनशील विषय पर किसी को भी राजनीति नहीं करनी चाहिए । उन्होंने पीड़ित को अधिक मदद दिलाने को लेकर स्पष्ट किया कि घटना से जुड़े भारत सरकार के संस्थानों से बात की जा रही है और उनके माध्यम से राहत राशि या किसी अन्य तरीके से पूरी मदद की जाएगी ।