*सनातनी* और *तनातनी* की व्याख्या कांग्रेस ना करें:कमलेश
*सनातनी एवं तनातनी की* व्याख्या कांग्रेस ना करें:कमलेश
देहरादून 15 अप्रैल 2025। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि वह सनातनी है . लगता है,आज कांग्रेस को अपने आप को सर्टिफिकेट देने की आवश्यकता पड़ गई है, जबकि सच्चाई यह है कि पूरे देश में उन्होंने कभी सनातन को अपनाया ही नहीं . जो राम मंदिर की भव्यता झुठला रहे थे, सनातन को कभी मान नहीं सके, आज वह अपने आप को देश का सबसे बड़ा सनातनी कह रहे हैं।
यह वक्तव्य भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कमलेश रमन ने श्री हरीश रावत की सोशल मीडिया पर ‘मैं सनातनी’ पोस्ट श्रृंखला पर दिया है. उन्होने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के भाव अलग-अलग प्रकार से निकलते हैं । कभी अपने परिवार को आगे बढ़ाने के भाव, अपने बच्चों को एडजस्ट करने के भाव और कभी-कभी ककड़ी -खीरा – माल्टा के भाव उनके हृदय में आते हैं । आज उनके हृदय में सनातनी होने का भाव उत्पन्न हुआ और भारतीय जनता पार्टी को तनातनी बता रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है हिंदुत्व और सनातन बचाने क भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार या राज्य की सरकार जनहित की भावनाओं के अनुरूप निर्णय ले रही है,
जिस विशेष वर्ग को अपना वोट बैंक मानकर उनके कंधे पर बैठकर कांग्रेस सत्ता हासिल करती है, आज वह उनसे किनारा कर अपने आप को सनातन हितैषी बता रही है।
गजब का वक्तव्य कांग्रेस के नेताओं का बनता जा रहा है जो कभी सनातन का नाम लेने से भी डरते थे, उस विशेष वर्ग के सामने जिसे वह अपना वोट बैंक समझते थे, आज वह कह रहे हैं कि हमसे बड़ा सनातनी कोई नहीं है। खैर देर आयद, दुरुस्त आयद ।कम से कम कांग्रेस ने यह माना तो कि सनातन हिंदुत्व हमारे समाज देश दुनिया की धरोहर है और उसके बगैर आप सामाजिक या राजनीतिक तौर पर जिंदा नहीं रह सकते । इसीलिए कांग्रेस के नेताओं का हृदय परिवर्तन हो रहा है सनातन की ओर।
कमलेश रमन प्रदेश प्रवक्ता भाजपा 🙏