जेल में बना ईसाई,बाहर करवाने लगा धर्मांतरण:पादरी बजिंदर सिंह पर दूसरी बार रेप केस दर्ज
हत्या केस में गया जेल तो बना ईसाई, बाहर आ करवाने लगा धर्मांतरण: ‘यशु-यशु’ गाकर वायरल हु पादरी बजिंदर सिंह की पूरी हिस्ट्री, दूसरी बार हुआ रेप का केस दर्ज
बजिंदर सिंह मूलत: हरियाणा के यमुनानगर का रहने वाला है। उसका जन्म एक हिंदू जाट परिवार में हुआ था। करीब 15 साल पहले एक हत्या के मामले में वह जेल में बंद हुआ था। इसके बाद उसने ईसाई धर्म अपना लिया और चर्च में पादरी के तौर पर काम करने लगा। बजिंदर ‘चमत्कारी उपचारों’ के नाम पर हजारों लोगों को अपनी सभाओं में बुलाता है। वह ‘यशु यशु’ नाम के अपने वीडियो के कारण चर्चा में आया।

पीड़िता का कहना है कि वह दिसंबर 2017 में पादरी बजिंदर सिंह की मंडली में शामिल हो गई थी। इसके बाद 2020 में ‘वर्शिप टीम’ का हिस्सा बन गई। पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान बजिंदर ने उसका फ़ोन नंबर ले लिया और उसे अश्लील मैसेज भेजना शुरू कर दिया। उस समय उसकी उम्र 17 साल थी। पीड़िता का आरोप है कि साल 2022 में बजिंदर ने उसके साथ गलत हरकत की।
FIR में कहा गया है, “साल 2022 में उसने (बजिंदर सिंह ने) मुझे रविवार को अपने केबिन में बैठाने लगा। मैं अकेली होती तो वह मुझे जबरन गले लगाता और गंदे तरीके से छूता था। मैं कॉलेज जाती थी तो वह कार से मेरा पीछा करता। धमकी देता कि मैंने उससे शादी नहीं की या इस बारे किसी को बताया तो मेरे माता-पिता और भाई को मरवा देगा।”
पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354A (यौन उत्पीड़न), 354D (पीछा करना) और 506 (आपराधिक धमकी) में मामला दर्ज कर लिया है। बजिंदर जुलाई 2018 में पंजाब के जीरकपुर में एक महिला से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। उससे पहले वह हत्या के एक मामले में जेल में बंद था।
कौन है पादरी बजिंदर सिंह?
बजिंदर सिंह मूलत: हरियाणा के यमुनानगर का है। उसका जन्म हिंदू जाट परिवार में हुआ । 15 साल पहले हत्या के मामले में वह जेल में बंद हुआ था। इसके बाद उसने ईसाई धर्म अपनाया और चर्च में पादरी के तौर पर काम करने लगा। बजिंदर ‘चमत्कारी उपचारों’ के नाम पर हजारों लोगों को अपनी सभाओं में बुलाता है। वह ‘यशु यशु’ नाम के अपने वीडियो से चर्चा में आया।
जालंधर के एक चर्च में पादरी के रूप में काम करने के बाद बजिंदर ने साल 2016 में ‘चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम’ नाम से अपना खुद का चर्च एवं ईसाई मिशनरी बना लिया। उस समय जालंधर चर्च से जुड़ी संस्था के प्रवक्ता फादर पीटर ने कहा था, “बजिंदर और उनके चर्च का हमारी संस्था से कोई लेना देना नहीं है। उसे किसी चर्च से मान्यता भी प्राप्त नहीं है।”
खुद का चर्च बनाकर पादरी बजिंदर सिंह तरह-तरह के दावे करके लोगों को अपने झाँसे में लेने लगा। उसने पूरे पंजाब में खुद को एक चमात्कारिक हीलर के रूप में स्थापित करने में तरह-तरह के हथकंडे अपनाए। उसका दावा है कि उसने HIV-एड्स, कैंसर, गूंगापन, अंधापन सहित कई खतरनाक बीमारियों से पीड़ितों को ठीक किया है। वह मंच पर चमत्कार दिखाता और उसे अपने सोशल मीडिया पर डालता।
उसने सलमान खान सहित कई बड़े फिल्मी सितारों और राजनीतिक हस्तियों को लेकर भविष्यवाणी करता रहा है। हाल ही में उसने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ के बिलाईगढ़ विधानसभा से विधायक कविता प्राण लहरे को उसने विधायक बनने की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी। कविता का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह बजिंदर को ‘पप्पा जी’ कहते हुए उसका पैर छू रही थीं।
पादरी बजिंदर सिंह का नेटवर्क राजस्थान के भरतपुर सहित देश के कई राज्यों में फैला हुआ है। इससे जुड़े छोटे-छोटे संस्थान लोगों को बहकाकर उन्हें ईसाई में धर्मांतरण कराने के काम में लगे हुए हैं। कहा जाता है कि बजिंदर सिंह को इटली सहित कई देशों से लोगों को ईसाई में धर्मांतरण के लिए फंडिंग होती है। इस पैसे वह अपने छोटे-छोटे नेटवर्क में बाँटता है।
चंडीगढ़ में फॉलोअर से बलात्कार का आरोप
साल 2018 में एक महिला ने बजिंदर सिंह पर बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि बजिंदर ने चंडीगढ़ के सेक्टर 63 अपने घर में उसका बलात्कार किया था। बजिंदर ने यौन उत्पीड़न का वीडियो भी रिकॉर्ड किया था। लड़की ने आरोप लगाया था कि बजिंदर ने उसे विदेश भेजने के नाम पर झाँसा दे अपने घर बुलाया था।
पीड़ित महिला ने बताया था, “उसने (बजिंदर ने) शिकायत करने के जवाब में उसके रेप का वीडियो वायरल करने के धमकी दी थी।” उस समय बजिंदर जालंधर के एक चर्च में पादरी था और पीड़ित लड़की बजिंदर की फॉलोअर थी। तब पंजाब की जीरकपुर पुलिस ने बजिंदर को 21 जुलाई 2018 को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था।
बजिंदर सिंह इंग्लैंड की राजधानी लंदन भागने की फिराक में था। उस पर IPC की धारा 376, 420, 354, 294, 323, 506, 147, 149 और आईटी एक्ट की धारा 67 में केस था। वह फिलहाल बेल पर है। बेल के बाद वह खुलेआम घूम रहा है और अभी भी तरह-तरह की बीमारियों को ठीक करने का दावा कर रहा है।
नाबालिग बच्चे वाले वीडियो पर NCPCR का एक्शन
अगस्त 2021 में एक वीडियो सामने आया था। इसमें एक लड़का रोते हुए दिख रहा था। फिर पादरी बजिंदर उससे पूछता है कि क्या उसकी बहन पहले बोल सकती थी। लड़का ‘नहीं’ जवाब देता है। फिर उससे पूछा जाता है कि क्या वह अब बोल सकती है और इस बार वह ‘हाँ’ जवाब देता है। तभी बैकग्राउंड में गाना बजता है, “मेरा यशु यशु।”
अब इस वीडियो पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR)’ ने संज्ञान लिया था। NCPCR ने कहा था कि उसे एक वीडियो का ट्विटर लिंक मिला है, जिसमें पादरी बजिंदर सिंह को एक नाबालिग लड़के के साथ विचित्र अंधविश्वास का कारनामा करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में लड़का रोते देखा जा सकता है।
इसमें बच्चे और पादरी दोनों की बॉडी लैंग्वेज काफी असामान्य लग रही है। इसके बाद आयोग ने CPCR एक्ट 2005 की धारा 13 (1) (j) में संज्ञान लिया और चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर को मामले की जाँच कर 7 दिनों में कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने का अनुरोध किया। तब बजिंदर सिंह की उम्र 39 साल थी।
बजिंदर के ठिकाने पर आयकर की रेड
धोखाधड़ी आरोप में आयकर विभाग ने जनवरी 2023 में बजिंदर सिंह के चर्च पर रेड डाली थी। चर्च के भक्तों ने आरोप लगाया था कि बजिंदर ने उनसे पैसे ले चमत्कार का वादा किया था, जो कभी पूरा नहीं हुआ। शिकायत मिलने के बाद आयकर विभाग ने जालंधर में बजिंदर के ‘चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम’ में छापेमारी की और पैसे के लेन-देने के दस्तावेज खंगाले।
विभाग ने बजिंदर के बैंक खातों के साथ उसकी चल और अचल सम्पत्तियों की भी तलाशी ली थी। तलाशी में आयकर विभाग के साथ पैरामिलिट्री के 50 से अधिक जवान साथ थे। हालाँकि, आयकर विभाग के छापे का बजिंदर के चर्च की महिला भक्तों ने भी विरोध किया था। महिला भक्तों का दावा था कि बजिंदर के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर लोकप्रिय पादरी को बदनाम किया जा रहा है।