कोरोना टेस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड: 24घंटे में 20.55 लाख, कुल 32.23 करोड
देश में कोरोना टेस्टिंग का रिकॉर्ड:बीते 24 घंटे में 20.55 लाख सैंपल जांचे गए, यह दुनिया में सबसे ज्यादा; अब तक 32 करोड़ 23 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए
नई दिल्ली20 मई ।देश में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए ट्रीपल-टी यानी टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रेकिंग पर जोर दिया जा रहा है। इसी में बुधवार को रिकॉर्ड 20 लाख 55 हजार 10 लोगों की कोरोना टेस्टिंग की गई। यह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया में एक दिन में किए गए टेस्ट का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में अब तक 32 करोड़ 23 लाख 56 हजार 187 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। इससे पहले मंगलवार को भी देश में रिकॉर्ड 20 लाख 8 हजार 296 कोरोना टेस्ट किए गए थे। वहीं, 11 मई को भी 19 लाख 83 हजार 804 टेस्ट किए किया गया था।
हमारा लक्ष्य जून तक 45 लाख टेस्ट करने का : डॉ. भार्गव
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस महीने के अंत तक 25 लाख टेस्ट और जून के अंत तक 45 लाख टेस्ट करने का है। उन्होंने कहा कि भारत में फरवरी के मध्य से कोरोना संबंधी जांच की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और 12 हफ्तों में इसमें 2.3 गुना की वृद्धि हुई है।
आबादी के मुताबिक सबसे बेहतर सैंपलिंग दिल्ली में, बंगाल पिछड़ा
आबादी के मुताबिक देखा जाए तो सैंपलिंग के मामले में दिल्ली का आंकड़ा सबसे ज्यादा है। यहां 2.2 करोड़ की आबादी में करीब 1.8 करोड़ टेस्ट हुए हैं। यानी टेस्ट रेशियो 81.81% के आसपास है। इसके बाद कर्नाटक का नंबर है, जहां 6.6 करोड़ की आबादी में 2.8 करोड़ टेस्ट हुए हैं। यहां सैंपलिंग रेट 42.42% है।
वहीं देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्यों की बात करें तो यूपी में 22.5 करोड़ की आबादी में 4.6 करोड़ टेस्ट हुए हैं, यानी यहां 20.44% सैंपलिंग हो चुकी है। महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 26.22% है।
UP और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा टेस्टिंग
राज्यों की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 4.6 करोड़ टेस्टिंग की जा चुकी है। वहीं, दूसरे नंबर महाराष्ट्र है, जहां अब तक 3.2 करोड़ सैंपल लिए गए हैं। बिहार और कर्नाटक में एक समान 2.8 करोड़ सैंपलिंग हुई है। मध्यप्रदेश में यह आंकड़ा 89.9 लाख है।
राज्य टेस्टिंग
महाराष्ट्र 3.2 करोड़
कर्नाटक 2.8 करोड़
केरल 1.8 करोड़
तमिलनाडु 2.6 करोड़
उत्तर प्रदेश 4.6 करोड़
आंध्र प्रदेश 1.8 करोड़
दिल्ली 1.8 करोड़
पश्चिम बंगाल 1.2 करोड़
छत्तीसगढ़ 83.8 लाख
राजस्थान 1.0 करोड़
गुजरात 2.1 करोड़
मध्यप्रदेश 89.9 लाख
हरियाणा 84.8 लाख
बिहार 2.8 करोड़
ओडिशा 1.1 करोड़
तेलंगाना 1.4 करोड़
पंजाब 84.1 लाख
असम 97.8 लाख
झारखंड 78.9 लाख
उत्तराखंड 43.7 लाख
जम्मू-कश्मीर 80.5 लाख
हिमाचल प्रदेश 17.8 लाख
गोवा 7.7 लाख
पुडुचेरी 9.5 लाख
चंडीगढ़ 4.7 लाख
त्रिपुरा 8.1 लाख
मणिपुर 6.7 लाख
मेघालय 5.2 लाख
अरुणाचल प्रदेश 5.2 लाख
नगालैंड 1.8 लाख
लद्दाख 2.3 लाख
सिक्किम 1.1 लाख
मिजोरम 3 लाख
अंडमान-निकोबार 3.8 लाख
लक्षद्वीप 1 लाख
दादर और नगर हवेली —-
कुल 32.23 करोड़