इनामी बदमाश बना बैठा था जामा मस्जिद का इमाम

उप्र का इनामी बदमाश जामा मस्जिद के इनामी मुतवल्ली खालिद मंसूरी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पकड़ा, सेलाकुई से बंदी

वर्ष 2017 में खालिद मंसूरी पर उत्तरप्रदेश के कुतुबशेर थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोपित लंबे समय से भागा हुआ था।

Jama Masjid 15 thousand bounty mutawalli Khalid Mansuri arrested from Selaqui
जामा मस्जिद का इनामी मुतवल्ली खालिद मंसूरी सेलाकुई से गिरफ्तार

देहरादून 25 सितंबर 2024 । राजधानी देहरादून के विकासनगर कोतवाली क्षेत्र की जामा मस्जिद का मुतवल्ली और भाजपा नेता खालिद मंसूरी को उत्तरप्रदेश पुलिस ने सेलाकुई से गिरफ्तार किया है। आरोपित पर पुलिस ने 15 हजार का इनाम घोषित किया गया था। आरोपित पर विकासनगर कोतवाली क्षेत्र में जुआ अधिनियम और शांति भंग करने के मुकदमे हैं। खालिद मुतवल्ली बनने के बाद से लगातार विवादों में था।

जानकारी के अनुसार, वर्ष 2017 में खालिद मंसूरी पर उत्तरप्रदेश के कुतुबशेर थाने में अपहरण का मुकदमा हुआ था। आरोपित लंबे समय से भागा हुआ था। पुलिस ने खालिद पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार देर शाम पुलिस ने खालिद को सेलाकुई थाना क्षेत्र से पकड़ लिया। हालांकि, सेलाकुई थाना पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाई।

खालिद के खिलाफ विकासनगर कोतवाली में भी जुआ अधिनियम और शांतिभंग में मुकदमे हैं। बड़ा सवाल यह है कि खालिद करीब पांच साल से क्षेत्र में रह रहा था। कोतवाली क्षेत्र में मारपीट के एक मामले में दी लिखित शिक़ायत में उसके अपना पता मारटडेंल बताया था। लेकिन, बड़े स्तर पर लगातार सत्यापन अभियान चला रही पुलिस को इनामी बदमाश की शहर में मौजूदगी का पता नहीं चल पाया।

30 नवंबर 2023 को बना था मस्जिद का मुतवल्ली
खालिद करीब एक साल पहले जामा मस्जिद का मुतवल्ली बना था। उसके मुतवल्ली बनने से मस्जिद से जुड़ा एक बड़ा वर्ग खफा था। उसकी आपराधिक प्रवृति को लेकर लगातार वक्फ बोर्ड से उसे हटाने की शिकायत की जा रही है। कुछ समय पूर्व मस्जिद में इसे लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। दोनों पक्षों की ओर से पुलिस को लिखित शिक़ायत दी गई है जिसमें क्रास मुकदमा दर्ज हुआ था।

भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ में विभिन्न पदों पर रहा
जानकारी के अनुसार खालिद भाजपा के कुछ नेताओं के करीब था। वक्फ बोर्ड में भी उसकी ऊंची पहचान थी। यही कारण था कि भारी विरोध के बाद भी उसे नवंबर 2023 में विकासनगर स्थित जामा मस्जिद का मुतवल्ली बनाया गया। लगातार विरोध के बीच भी वह पद पर बना रहा। यद्यपि जानकारों का कहना है कि वक्फ बोर्ड को मुतवल्ली को हटाये जाने का भी अधिकार है। मुतवल्ली बनाये जाने बाद चरित्र प्रमाण पत्र लिये जाने की व्यवस्था है। इस मामले में या तो इस व्यवस्था का पालन किया नहीं गया या फिर पक्षपात अथवा भ्रष्टाचार का मामला है।

इस संबंध में उत्तरांखड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का कहना है कि मुतवल्ली की गिरफ्तारी की सूचना के बाद सीईओ सैय्यद सिराज उस्मान को विधिक राय लेकर उसके अनुसार कार्रवाई करने को कहा गया है।

कोतवाली चौकी में आए दिन था जाना आना
खालिद लगातार विवादों में रहता था। विवादों को लेकर कोतवाली और चौकी में उसका लगातार आना जाना लगा रहता था। उसके बाद भी वह पुलिस की नजर से लगातार बचता रहा।

फरार आरोपित की गिरफ्तारी की सूचना मिल गई है। दोनों राज्यों की पुलिस में लगातार सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा रहा था। खालिद विकासनगर जामा मस्जिद में मुतवल्ली था और हाल में वहीं रह रहा था।
अजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून

 

 

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